इस बम धमाके में नौ लोगों की मौत और 58 घायल हुए थे. इस मामले में बीजेपी के नेता स्वामी असीमानंद मुख्य आरोपी थे. अदालत ने कहा कि एनआईए किसी भी आरोपी का दोष साबित करने में असफल रही है. वकील जेपी शर्मा ने बताया, "कोर्ट ने कहा कि अभियोजन पक्ष इस मामले में किसी भी आरोपी पर जुर्म साबित करने में नाकाम रहा है. इसलिए सभी आरोपियों को बरी किया जाता है."
शर्मा ने जांच एजेंसी पर लगे आरोपों को भी बेबुनियाद बताया है. एनआईए पर आरोप लग रहे हैं कि वह सरकार के दवाब में काम कर रही है. शर्मा ने इस बारे में कहा, "इस मामले से जुड़े सभी अभियुक्तों से कड़ी पूछताछ की गई, इसलिए किसी भी दवाब के बारे में कहना बेबुनियाद है."
भारत में ऐसे धर्म गुरुओं की कोई कमी नहीं. कई ऐसे हैं जिन्होंने खुद ही को भगवान घोषित कर दिया है, तो कुछ ऐसे जिनकी कथनी और करनी में बड़ा फर्क देखने को मिलता है. एक नजर पाखंड में घिरे इन आरोपियों पर.
तस्वीर: Imago/Zuma Pressडेरा सच्चा सौदा के कर्ता धर्ता गुरमीत राम रहीम सिंह खुद को हर संप्रदाय के भगवान का संदेशवाहक करार देते हैं. राम रहीम सिंह के खिलाफ बलात्कार के मामले दर्ज हैं. आरोप है कि उन्होंने बलात्कार के बाद मामले को दबाने के लिए हत्याएं भी करवायीं. 2002 के एक मामले में वह बलात्कार के दोषी करार दिये गये हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/T. Topgyalसूट और टाई में रहने वाले जाकिर नाइक इस्लाम के उपदेशक हैं. उन पर कट्टरपंथी सलाफी इस्लाम को फैलाने का आरोप है. आरोप यह भी है कि जुलाई 2016 में ढाका के कैफे आतंकवादी हमला करने वाले नाइक से प्रभावित थे. नाइक 2016 से भारत से बाहर हैं. उनके खिलाफ भारतीय एजेंसियों ने नोटिस जारी किया है.
तस्वीर: cc-by-maapu 2.0भारतीय संस्कृति में मां शब्द बेहद पवित्र माना जाता है. लेकिन कुछ ढोंगी इसका दुरुपयोग करने से नहीं चूके. ताजा मामला राधे मां का है. दहेज के आरोप के बाद अब राधे पर जबरन उगाही के आरोप हैं. पंजाब पुलिस ने जांच शुरू की.
तस्वीर: radhemaa.com2016 में उत्तर प्रदेश के मथुरा में पुलिस कार्रवाई में रामवृक्ष यादव मारा गया. असल में प्रशासन अवैध जमीन को छुड़वाने गया था, इसी दौरान रामवृक्ष यादव की स्वाधीन भारत सुभाष सेना के हथियारबंद गुंडों ने फायरिंग कर दी.
तस्वीर: Getty Images/AFPखुद को संत कहने वाले रामपाल का विवाद सबसे ताजा है. उन पर हत्या के षडयंत्र, खुद को आश्रम में बैरिकेड करने और पेट्रोल बम और अन्य हथियार रखने के आरोप लगाए गए हैं. इनके आश्रम में महिलाओं के टॉयलेट में कैमरे लगे मिले हैं.
तस्वीर: Getty Images/Afp/Sajjad Hussainदो सितंबर 2013 से आसाराम जेल में बंद हैं. एक नाबालिग के यौन शोषण के मामले में आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. इसके अलावा भी आसाराम पर कई दूसरे आरोप हैं.
तस्वीर: Sam Panthaky/AFP/Getty Images2010 में अभिनेत्री युवरानी के साथ सेक्स स्कैंडल में फंसे थे. बलात्कार के आरोपों में घिरे नित्यानंद का सितंबर 2014 में बैंगलुरू के अस्पताल में पौरुष परीक्षण किया गया. कर्नाटक हाईकोर्ट के पोटेंसी टेस्ट के आदेश के खिलाफ नित्यानंद ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज की थी लेकिन इसे सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया.
तस्वीर: AFP/GettyImages/M. Kiranकांची कामकोटी पीठ के 69वें शंकराचार्य को नवंबर 2004 में मंदिर के मैनेजर शंकररमण की हत्या के षडयंत्र के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. 26 अक्टूबर 2005 को सुप्रीम कोर्ट ने यह मुकदमा तमिलनाडु से हटा कर पुदुचेरी भेजा. हालांकि बाद में वह बरी हो गए.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/M.Lakshmanउत्तर प्रदेश में धांधली और धोखेबाजी के सिलसिले में अप्रैल 2012 के दौरान निर्मल बाबा पर केस दर्ज किया गया है. इन्हें टीवी पर लोगों को अजीबोगरीब राय देते देखा जाता रहा है, मसलन समोसे के साथ तीखी नहीं मीठी चटनी खाएं तो सभी दुखों का निवारण हो जाएगा.
तस्वीर: Screenshot2005 में सत्य साईं बाबा के खिलाफ अमेरिका में मुकदमा दर्ज किया गया. 27 साल के आल्या राम ने उन पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे. इस पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनी पर अगले ही साल राम ने मुकदमा वापस ले लिया.
तस्वीर: AP हालांकि साल 2011 में मजिस्ट्रेट के सामने असीमानंद ने अपने बयान में कहा था कि वे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कुछ अन्य कार्यकर्ता इस हमले में शामिल थे. लेकिन वह बाद में इस बयान से पलट गए थे. असीमानंद समझौता एक्सप्रेस समेत मालेगांव बम धमाके में भी आरोपी हैं.
साल 2011 में ही इस मामले की जांच सीबीआई से एनआईए को सौंप दी गई थी. अदालत के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर काफी गहमागहमी नजर आ रही है. वहीं बीजेपी भी कांग्रेस पर निशाना साध रही है.
वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट कर कहा, "11 साल बाद मामले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया. कोई भी उस ब्लास्ट के लिए जिम्मेदार ही नहीं है जिसमें आठ लोग मारे गए और 58 घायल हुए. ये है इंडिया"
आम जनता भी इस मामले में प्रतिक्रिया देने से नहीं चूक रही है. एक ट्वीट में कहा गया है कि मक्का मस्जिद पर आए फैसले के बाद आसाराम बापू को भी बलात्कार मामले में शीघ्र और सही न्याय के लिए केस एनआईए के पास भेज देने का अनुरोध करना चाहिए.
एए/आईबी (डीपीए)