मनमोहन रूस दौरे पर, होंगे कई समझौते
६ दिसम्बर २००९प्रधानमंत्री के रूस रवाना होने से पहले विदेश सचिव निरूपमा राव ने कहा कि यह दौरा रक्षा क्षेत्र में भारत और रूस को और क़रीब लाएगा. शनिवार को विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, ''प्रधानमंत्री रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव और पीएम ब्लादिमीर पुतिन से कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे.''
दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर क़रार होने की संभावना है. इनमें से कुछ हैं:
# परमाणु ईंधन और तकनीकी निर्बाध आपूर्ति.
# शांतिपूर्ण कामों के लिए परमाणु ऊर्जा सहयोग.
# सैन्य और तकनीकी सहयोग को 2020 तक बढ़ाना.
# रूसी हथियारों और सैन्य सामान ख़रीद के बाद भी के लिए सहयोग.
# बहु उपयोगी परिवहन विमान के विकास और निर्माण में सहयोग.
भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत के बाद साझा बयान भी जारी किया जाएगा. भारत पूर्वी रूस में कच्चे तेल के क्षेत्र में भी निवेश करना चाहता है. इस बीच रक्षा मंत्री एके एंटनी ने उम्मीद जताई है कि मनमोहन के इसी दौरे में लंबे वक्त से टालमटोल की मार झेल रहे विमानवाहक पोत एडमिरल गोर्शकोव का सौदा भी तय हो सकता है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस जोशी