मम्मी-पापा से अलग रहें, इसलिए युवाओं को पैसा देगा स्पेन
१८ जनवरी २०२२स्पेन की सरकार ने कम आय वाले युवाओं की आर्थिक रूप से मदद करने के लिए उन्हें हर महीने ढाई सौ यूरो देने का फैसला लिया है. स्पेन में ऐसे युवाओं की भारी तादाद है, जो नौकरी करने के बावजूद अपने माता-पिता के साथ रहते हैं. इनमें भी उन युवाओं की संख्या बढ़ रही है, जो किराया चुका पाने में असमर्थ हैं और इसी वजह से अपने माता-पिता के साथ रहते हैं.
मंगलवार को आवास मंत्री राकेल सांचेज ने साप्ताहिक कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि इस महीने की शुरुआत से 35 साल से कम उम्र के ऐसे स्पेनवासी, जिनकी सालाना आय 24,318 यूरो से कम है, वे अगले दो साल तक किसी अपार्टमेंट का किराया चुकाने के लिए सरकार से सब्सिडी ले सकते हैं. राकेल सांचेज ने कहा कि यह सब्सिडी बेहद अहम है और सरकार यह इसलिए दे रही है, ताकि किराए पर अपार्टमेंट लेना किसी युवा के भविष्य की राह में रोड़ा न बने.
माता-पिता के साथ रहते हैं ज्यादातर युवा
दरअसल स्पेन यूरोप के उन देशों में से एक है, जहां युवाओं की एक बड़ी संख्या माता-पिता के साथ रहती है. साल 2020 के आंकड़े बताते हैं कि 25 से 29 साल के 55 फीसदी से ज्यादा युवा अपने माता-पिता के साथ एक ही घर में रहते हैं. इसकी तुलना साल 2013 में जारी हुए आंकड़ों से करें, तो ऐसे युवाओं की संख्या साढ़े छह फीसदी बढ़ी है. हालांकि, इसका स्पेन में बढ़ती बेरोजगारी से भी सीधा संबंध है. आंकड़ों की मानें, तो स्पेन में 25 साल से कम उम्र के 29 फीसदी युवा ऐसे हैं, जिनके पास आज की तारीख में कोई काम नहीं है.
इस साल के शुरू में ही सरकार ने कमजोर वर्ग के लोगों के लिए कोविड रिकवरी फंड से सामाजिक मकानों के निर्माण के लिए 1अरब यूरो खर्च करने की घोषणा की थी. प्रधानमंत्री की चिंता ये है कि बहुत से युवा तीस साल की उम्र पार कर जाने के बावजूद माता-पिता के साथ ही रह रहे हैं. यूरोस्टैट के डाटा के अनुसार युवा लोगों के माता-पिता का घर छोड़कर अपना घर बसाने की औसत आयु पोलैंड में सबसे कम 28 है जबकि क्रोएशिया में सबसे ज्यादा 32 है. स्पेन 30 की आयु के साथ इस सूची में बीच के देशों में है.
विशेषज्ञों का क्या है कहना
विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार के सब्सिडी देने से युवाओं की अपार्टमेंट न ले पाने की समस्या पर कोई असर नहीं पड़ेगा. स्पेन की सबसे बड़ी रियल एस्टेट वेबसाइट आइडियलिस्टा के प्रवक्ता फ्रांसिस्को इनारेटा कहते हैं, "सरकार के इस कदम से फायदा इसलिए नहीं होगा, क्योंकि सरकार के पैसा देने से छोटे अपार्टमेंट या मकानों की मांग में तेजी आएगी. ऐसे में कीमतें फिर उछाल मार सकती हैं."
वह कहते हैं, "पिछले मौकों पर हमने देखा है कि इसका सीधा असर कीमतों में बढ़ोतरी के तौर पर सामने आता है." इस अनुमान के पीछे फ्रांसिस्को का यह आकलन है कि सरकार ने जितनी आय के लोगों को सब्सिडी देने का एलान किया है, उससे जरा सा भी ज्यादा कमानेवाले लोग इस फैसले को अपने साथ होने वाले भेदभाव की तरह देखेंगे, क्योंकि उन्हें ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा.
स्पेन में बेरोजगारी की सूरत
स्पेन इन दिनों 14.1 फीसदी बेरोजगारी दर से जूझ रहा है. मौजूदा वक्त में यह पूरे यूरोप में सबसे ज्यादा बेरोजगारी वाला देश है. युवा बेरोजगारी भी 38 प्रतिशत के साथ यूरोप में सबसे ज्यादा है. यूरोस्टैट के अनुसार स्पेन में 20-34 आयुवर्ग में 22 प्रतिशत से ज्यादा लोग पिछले साल न तो रोजगार में थे और न ही पढ़ाई या ट्रेनिंग कर रहे थे. नवंबर 2021 में जारी हुए आंकड़े बताते हैं कि इतने बुरे हाल के बावजूद यह मार्च 2020 से अच्छी हालत है, जब कोरोना वायरस ने स्पेन की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी थी.
तब से अब तक जॉब मार्केट तो सुधरा है, लेकिन अब भी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है. यूरोप में सबसे कम बेरोजगारी की सूची में चेक रिपब्लिक (2.2 फीसदी), नीदरलैंड्स (2.7 फीसदी) और पोलैंड (3 फीसदी) शीर्ष पर हैं.
वीएस/एमजे (रॉयटर्स)