मर्सिडीज़ को मिला सबसे बड़ा शेयरधारक
२३ मार्च २००९अबू धाबी की सरकारी आबार इंनवेस्टमेंट कंपनी मर्सीडीज़ बेंज़ में सबसे बड़ी शेयर धारक कंपनी बन गयी है. इस कंपनी ने इस बात से इंकार किया है कि वो डायमलर में अपना स्टेक और बढ़ाने का इरादा रखती है. जर्मनी की चांसलर आंगेला मैरकेल की सरकार ने इस समझौते का स्वागत किया है.
अंतरराष्ट्रीय कार बाज़ार में अभूतपूर्व उलट पुलट के दौर चल रहे हैं. जनरल मोटर्स और ओपेल को आर्थिक मंदी से बचाने की लड़ाई एक तरफ़ जारी है तो दूसरी तरफ़ जर्मनी की एक और बड़ी कार निर्माता कंपनी डायमलर एजी को अपने शेयर बांटने पड़ रहे हैं. हालांकि बताया ये जा रहा है कि ऐसा रणनीति के तहत ही हो रहा है. जर्मन शहर श्टुटगार्ट में एक साझा सम्मेलन को संबोधित किया डायमलर के प्रमुख डीटेर सेत्ज्शे और अबुधाबी की सरकारी अबार कंपनी के चेयरमैन खादेम अल क़ुबैशी ने. डायमलर ने कहा कि वो अबू दाबी के क़दम से खुश हैं. और इससे हमें एक अहम निवेशक हासिल हुआ है. उनके मुताबिक इससे डायमलर भविष्य में और बेहतर निवेश करने की स्थिति में आ गया है.
उधर आबार इंनवेस्टमेंट के चैयरमैन अल कुबैशी के मुताबिक डायमलर एक विशिष्ट नाम है और वो वित्तीय रूप से मज़बूत कंपनी है और इसकी दुनिया भर मे अच्छी साख है. उन्होंने कहा कि फिल्हाल उनकी कंपनी का इरादा किसी और कार कंपनी में निवेश का हाथ डालने का नहीं है.
आबार को डायमलर का ये स्टेक लेने के लिए ढाई अरब डॉलर से ज़्यादा देने होंगे. शेयरों की इस बिक्री से डायमलर को कार उद्योग में चल रही मंदी के बीच थोड़ा राहत मिलेगी. हाल के दिनों में उसकी कारों की बिक्री में गिरावट देखी गयी जिससे उसे अपना उत्पादन कम करना पड़ा. अब ये नया पैसा उम्मीद है कि डायमलर ही नहीं कार सउद्योग और शएयेर बाज़ार में नयी जान पूंकेगा. शायद इस बड़ी ख़रीद का फ़ायदा उन आम नौकरीपेशा लोगों तक भी किसी न किसी रूप में पहुंचे जिन पर इन दिनों छंटनी की तलवार दिन रात लटक रही है.
रिपोर्ट : एजेंसियां
एडीटर : एस जोशी