मस्जिदें बंद कर, इमामों को बाहर कर सकता है ऑस्ट्रिया
८ जून २०१८
ऑस्ट्रिया सरकार तुर्की समर्थित मस्जिदों के 60 इमामों को जल्द ही बाहर का रास्ता दिखा सकती है. इस कदम के बाद तुर्की के साथ उसका तनाव और भी बढ़ सकता है. देश में सात मस्जिदों को बंद करने का फैसला भी लिया गया है.
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खूबसूरती के लिए दुनिया भर में मशहूर ऑस्ट्रिया इन दिनों राजनीतिक इस्लाम और कट्टरवाद जैसे मुद्दों पर काफी सख्त नजर आ रहा है. हाल में देश में सात मस्जिदों को बंद करने का फैसला लिया गया है. यह फैसला उन तस्वीरों के बाद सामने आया, जिनमें तुर्की समर्थित मस्जिदों में बच्चों को पहले विश्वयुद्ध के समय हुए गलीपोली कैंपेन के बारे में बताया जा रहा था. अब खबरें आ रही हैं कि देश से 60 इमाम और उनके परिवारों को बाहर निकाला जा सकता है.
देश के गृह मंत्री हेरबेर्ट किकल ने कहा, "राजनीतिक इस्लाम के खिलाफ कदम उठाते हुए ऑस्ट्रिया तुर्की समर्थित इमामों और उनके परिवारों को बाहर कर सकती है." एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 150 लोगों पर ऑस्ट्रिया में रहने का अधिकार खोने का खतरा मंडरा रहा है.
यूरोप में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश ये हैं
अमेरिकी थिंकटैंक पियु रिसर्च सेंटर ने यूरोप में मुस्लिम आबादी बढ़ने का अनुमान जताया है. इसके मुताबिक 2050 तक यूरोप की आबादी में 7.5 फीसदी मुसलमान होंगे. एक नजर यूरोप के सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देशों पर.
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फ्रांस (57.2 लाख)
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जर्मनी (49.5 लाख)
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ब्रिटेन (41.3 लाख)
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इटली (28.7 लाख)
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नीदरलैंड्स (12.1 लाख)
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स्पेन (11.8 लाख)
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बेल्जियम (8.7 लाख)
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स्वीडन (8.1 लाख)
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बुल्गारिया (7.9 लाख)
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ग्रीस (6.2 लाख)
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इसके पहले देश के चांसलर सेबास्टियान कुर्त्स भी साफ कर चुके हैं, "देश में राजनीतिक इस्लाम और कट्टरवाद के लिए कोई जगह नहीं है." किकल ने बताया कि कई मामलों में ये इमाम तुर्किश-इस्लामिक कल्चरल एसोसिएशन (एटीआईबी) के साथ जुड़े पाए गए है. उन्होंने कहा कि सरकार को संदेह हैं कि धार्मिक कामकाजों से जुड़े ये व्यक्ति धार्मिक संस्थानों की विदेशों से होने वाली फंडिंग के नियम-कायदों की अवहेलना कर रहे हैं. एटीआईबी, तुर्की की धार्मिक संस्था दियानेत की एक शाखा है.यूरोप में मुसलमानों और यहूदियों के लिए बढ़ती असहिष्णुता
इसके पहले जो तस्वीरें सामने आईं थीं उसमें युवा लड़के मार्चिंग, सेल्यूट, तुर्की के झंडे लहराते और मार-काट वाले खेल खेलते नजर आ रहे थे. ऐसी तस्वीरों के आने के बाद एटीआईबी ने भी खेद व्यक्त करते हुए इसकी काफी निंदा की थी. तुर्की और ऑस्ट्रिया के आपसी संबंधों में लंबे समय से तनाव नजर आ रहा है.
तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयब एर्दोवान के प्रवक्ता की ओर से कहा गया है, "ऑस्ट्रिया का यह रुख इसके इस्लामोफोबिया, नस्लवादी और भेदभाव से भरे रुख को दिखाता है."
यूरोप में कितना रचे बसे मुसलमान
दक्षिणपंथी लोकलुभावने आंदोलनों के विस्तार ने यह आशंका पैदा कर दी है कि क्या पश्चिमी देशों के लोकतांत्रिक माहौल में इस्लाम का पालन हो सकता है. डीडब्ल्यू ने कुछ आम भ्रांतियों पर नजर डाली है.
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भाषाई एकीकरण कितना सफल?
जर्मनी में पैदा हुए तीन चौथाई मुसलमान पहली भाषा के रूप में जर्मन के साथ बड़े होते हैं. प्रवासियों में केवल 20 फीसदी लोग ही ऐसे हैं जो जर्मन को अपनी पहली भाषा का दर्जा देते हों. पूरे यूरोप में नई पीढ़ी के साथ भाषाई दक्षता बढ़ रही है. इसके बाद भी जर्मनी में 46 फीसदी मुसलमान अपनी राष्ट्रभाषा को ही पहली भाषा बताते हैं. ऑस्ट्रिया में यह आंकड़ा 37 फीसदी और स्विट्जरलैंड में 34 फीसदी है.
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अंतरधार्मिक संबंध को कैसे देखते हैं मुसलमान?
2017 में रिलिजन मॉनीटर की एक स्टडी के मुताबिक 87 फीसदी स्विस मुसलमान खाली समय में दूसरे धर्मों के लोगों से मिलते हैं. जर्मनी और फ्रांस में यह आंकड़ा 78 फीसदी है जबकि ब्रिटेन में 68 और ऑस्ट्रिया में 62 फीसदी. मुसलमानों की एक बड़ी संख्या है जो सामाजिक बेड़ियों के बावजूद गैरमुस्लिमों के साथ लगातार मिलती जुलती और समय बिताती है.
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यूरोप से कितने जुड़े हैं मुसलमान?
फ्रेंच मुसलमानों में 96 फीसदी अपने देश से जुड़ा महसूस करते हैं. इस तरह की भावना रखने वाले मुसलमानों की तादाद जर्मनी में भी लगभग इतनी ही ऊंची है, जबकि स्विट्जरलैंड में ऐसा सोचने वालों की तादाद सबसे ज्यादा 98 फीसदी है. धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता के लिए संस्थागत खुलेपन का लंबा इतिहास रखने के बावजूद ब्रिटेन के कम ही मुसलमान (89 फीसदी) यूके के साथ करीबी रिश्ता महसूस करते हैं.
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रोजमर्रा में कितना जरूरी है धर्म?
प्रवासी परिवारों के मुसलमान अपने धर्म के प्रति एक मजबूत समर्पण रखते हैं जो कई पीढ़ियों तक कायम रहती है. ब्रिटेन में रहने वाले 64 फीसदी मुसलमान खुद को बेहद धार्मिक बताते हैं. ऑस्ट्रिया में ऐसे मुसलमानों की तादाद 42 फीसदी, जर्मनी में 39 फीसदी, फ्रांस में 33 फीसदी और स्विट्जरलैंड में 26 फीसदी है.
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कितने फीसदी मुसलमान डिग्री लेते हैं?
आंकड़ों के मुताबिक जर्मनी में पैदा हुए 36 फीसदी मुसलमान 17 साल की उम्र तक पढ़ाई खत्म कर लेते हैं और आगे पढ़ाई नहीं करते. ऑस्ट्रिया में यह तादाद करीब 39 फीसदी है. दूसरी तरफ, ज्यादा निष्पक्ष स्कूली व्यवस्था के दम पर फ्रांस में मुसलमान ज्यादा पढ़ाई करते हैं. फ्रांस में 17 साल की उम्र के मुसलमानों में 10 में से एक ही पढ़ाई छोड़ता है.
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नौकरी के बाजार में कहां हैं मुसलमान?
2010 से पहले जर्मनी आने वाले 60 फीसदी से ज्यादा मुसलमानों के पास पक्की नौकरी थी. यह आंकड़ा गैरमुस्लिमों के लिए भी इतना ही था. जर्मनी में मुसलमानों के रोजगार के आंकड़े दूसरे यूरोपीय देशों की तुलना में बेहतर हैं. फ्रांस में 14 फीसदी मुसलमान बेरोजगार हैं जो गैर मुस्लिमों की 8 फीसदी तुलना में बहुत ज्यादा है.
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कितने लोग इस्लाम को खारिज करते हैं?
ऑस्ट्रिया में रहने वाले हर चार गैरमुस्लिम में से एक व्यक्ति मुसलमान पड़ोसी नहीं चाहता. यह आंकड़ा यूके में भी करीब 21 फीसदी है. जर्मनी में 19 फीसदी गैरमुस्लिम कहते हैं कि वो मुसलमान पड़ोसियों का स्वागत नहीं करेंगे. स्विट्जरलैंड में यह तादाद 17 और फ्रांस में 14 फीसदी है. कुल मिला कर मुस्लिम सबसे ज्यादा खारिज किये जाने वाला सामाजिक गुट है.
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रचे बसे लेकिन यूरोप में स्वीकार्य नहीं
यह सारी जानकारी बेर्सटेल्स मान फाउंडेशन की स्टडी से ली गई है जिसका शीर्षक है 'यूरोप में मुसलमान - रचे बसे लेकिन स्वीकार्य नहीं?'. इसके नतीजे जर्मनी, यूरोप, ऑस्ट्रिया, स्विट्जरलैंड, फ्रांस और यूके में 10,000 लोगों पर हुए एक सर्वेक्षण से लिये गये हैं. 2010 के बाद यूरोप में आये मुस्लिम शरणार्थियों को इस सर्वे में शामिल नहीं किया गया.