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मस्ती की पाठशाला

२० जून २०११

क्या हंसना सिखाया भी जा सकता है? जी हां, जर्मन कम्पनियां खास तौर से अपने कर्मचारियों को ऐसी ट्रेनिंग में हिस्सा लेने के लिए भेज रही हैं जहां वे हंसना सीख सकें और काम के समय मजाक कर पाएं.

खुश और सेहतमंद रहने के लिए किसी विज्ञान की जरूरत नहीं होती, बस हंसना ही काफी होता है. हंसी मजाक को जर्मनी के साथ जोड़ कर कभी नहीं देखा जाता. जर्मन लोगों को बेहद संजीदा और कम बोलने वाला माना जाता है. जर्मन मेहनती होते हैं, मजाकिया नहीं. वे अपने काम को लेकर इतने दीवाने होते हैं कि काम के समय केवल काम ही करते हैं.

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