जर्मनी की यात्रा कर रहीं ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने यूरोप में बंटवारे को "खतरनाक" बताया है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री कैमरन ब्रिटेन के ईयू में बने रहने की शर्तों पर पुनर्विचार करने जर्मन राजधानी बर्लिन में हैं.
विज्ञापन
ब्रिटेन की 89 वर्षीया महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल समेत सभी उपस्थित महत्वपूर्ण लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने जीवन में "हमने अपने महाद्वीप में सबसे बुरा और सबसे अच्छा भी देखा है. हम इसके गवाह हैं कि कितनी जल्दी चीजें बेहतरी की ओर बदल सकती हैं. लेकिन हम यह भी जानते हैं कि हमें युद्ध के बाद की दुनिया के फायदों को बरकरार रखने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है."
चांसलर मैर्केल ने महारानी को श्प्रे नदी पर खुली नौका में सैर कराने के बाद चांसलरी में उनका स्वागत किया. अपनी यात्रा के पहले दिन हुए सरकारी स्वागत समारोह में बोलते हुए महारानी एलिजाबेथ ने कहा, "हम जानते हैं कि यूरोप में बंटवारा खतरनाक होगा और अपने महाद्वीप के पश्चिम और पूर्व में हमें इससे बचना होगा." द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद गद्दी संभालने वाली महारानी की पांचवी जर्मन यात्रा है.
यूरोपीय संघ में बदलावों की मांग कर रहे ब्रिटिश प्रधानमंत्री कैमरन ने दोपहर में चांसलर मैर्केल से मुलाकात की. उनकी बातचीत के बारे में कोई ब्यौरा नहीं दिया गया. ब्रिटेन की महारानी आमतौर पर देश में रोजाना की राजनीति से दूर ही रहती हैं. लेकिन कई विशेषज्ञों की दलील है कि उनके और कैमरन के एक ही समय पर जर्मनी में होने को महज संयोग नहीं बल्कि ईयू में सुधारों के लिए समर्थन जुटाने के प्रयास के तौर पर देखा जा सकता है.
जर्मन राष्ट्रपति के सरकारी निवास बेलेव्यू पैलेस में आयोजित सम्मान समारोह में जर्मन राष्ट्रपति योआखिम गाउक ने ब्रिटेन के ईयू से निकलने की संभावना पर टिप्पणी की. गाउक ने कहा, "यूरोपीय संघ को ब्रिटेन की जरूरत है...इसीलिए ब्रिटेन के अभीष्ट सुधारों के बारे में सृजनात्मक बातचीत किया जाना जरूरी है. जर्मनी स्वस्थ साझेदारी की भावना से इस संवाद को समर्थन देगा. आखिर ब्रिटेन यूरोप का ही हिस्सा है."
आरआर/एमजे (डीपीए)
महारानी की जर्मनी यात्रा
यूरोप में सबसे लंबे काल से राजगद्दी पर आसीन ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ पांचवी बार जर्मनी की यात्रा पर हैं. यात्रा के दौरान वह प्रमुख हस्तियों से मिल रही हैं और नाजी शासन के दौरान मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दे रही हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/R. Michael
ब्रिटिश महारानी का सैन्य सम्मान
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने पति प्रिंस फिलिप के साथ मंगलवार को बर्लिन पहुंचीं. महारानी का 21 बंदूकों की सलामी के साथ स्वागत किया गया.
तस्वीर: Reuters/F. Bensch
अगर बर्लिन की सड़कें बोल सकतीं
होटल जा रही शाही दंपति की झलक पाने के लिए बर्लिन की सड़कों पर भीड़ रही. मशहूर ब्रांडेनबुर्ग गेट के पास से गुजरती उनकी रॉयल बेंटली.
तस्वीर: Reuters/W. Rattay
आराम जरूरी है
बर्लिन शहर के बीचोंबीच स्थित ब्रांडेनबुर्ग गेट के करीब ही परंपरासंपन्न होटल आडलॉन में उनके लिए रहने का इंतजाम किया गया.
तस्वीर: Reuters/W. Rattay
भारी सुरक्षा इंतजाम
बर्लिन की पुलिस के मुताबिक महारानी की सुरक्षा की जिम्मेदारी 1500 अधिकारियों को सौंपी गई है. पिछले एक दशक में यह महारानी की पहली जर्मनी यात्रा है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/G. Fischer
जर्मन राष्ट्रपति के साथ
बुधवार को महारानी की सबसे पहली मुलाकात जर्मन राष्ट्रपति योआखिम गाउक से बेलेव्यू कासेल स्थित राष्ट्रपति आवास पर हुई.
तस्वीर: Reuters/F. Bensch
लहरों पर
राष्ट्रपति से मिलने के बाद महारानी ने पति के साथ क्रूज का मजा लिया और बोट पर ही चांसलर अंगेला मैर्केल से मिलने चांसलर दफ्तर पहुंची.
तस्वीर: Reuters/P. Kopczynski
सालों का साथ
क्वीन एलिजाबेथ और प्रिंस फिलिप की शादी 1947 में हुई थी. ड्यूक ऑफ एडिनबरा प्रिंस फिलिप जून में 94 साल के हो गए.
तस्वीर: Reuters/H. Hanschke
यूरोप की शक्तिशाली महिलाएं
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने चांसलरी में महारानी का स्वागत इस अंदाज में किया. मैर्केल की ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ भी मीटिंग थी.
तस्वीर: Reuters/F. Bensch
याद रखने लायक पल
विश्व युद्ध में मारे गए लोगों की याद में बर्लिन के नॉय वाखे में स्थित स्मारक पर महारानी ने फूलमालाएं चढ़ाईं. शाही दंपति बेरगेन-बेलजेन का नाजी यातना शिविर भी देखेंगे जिसे 1945 में ब्रिटिश सैनिकों ने आजाद कराया.