माइक्रोसॉफ्ट से मिला नोकिया, एप्पल को टक्कर
११ फ़रवरी २०११इस नये करार के बाद नोकिया अब माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर अपने स्मार्टफोन को बेहतर बनाने के लिए काम करेगा. नोकिया के नए सीईओ स्टीफेन इलोप नए सिरे से कंपनी के कामकाज में बदलाव ला रहे हैं. माइक्रोसॉफ्ट के साथ करार इसी बदलाव का हिस्सा है. नोकिया का अपना बनाया सिम्बियन ऑपरेटिंग सिस्टम स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वालों को लुभाने में नाकाम रहा है.
माइक्रोसॉफ्ट के साथ करार का एलान करते हुए नोकिया के सीईओ स्टीफेन एलोप ने कहा, "नोकिया इस वक्त एक मुश्किल वक्त में है जहां बड़े बदलाव किए जाने की जरूरत है."
मोबाइल फोन खरीदने वालों की कभी सबसे पसंदीदा ब्रांड रहे नोकिया ने एप्पल से तगड़ी चोट खाई है. स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वालों के बीच एप्पल के आईफोन ने तेजी से जगह बना ली है और नोकिया इसमें पिछड़ रहा है. नोकिया के स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले लोग उसके धीमा होने की शिकायत कर रहे हैं. इन्हीं वजहों से परेशान नोकिया ने अब माइक्रोसॉफ्ट से हाथ मिलाया है. दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन कंपनी से पिछली तिमाही में एप्पल ने अपने एंड्रॉयड फोन के बलबूते सबसे ज्यादा स्मार्टफोन बेचने वाली कंपनी का तमगा हासिल कर लिया.
कंपनी की खराब हालत से परेशान नोकिया के चेयरमैन जोरमा ओलिला ने पिछले साल सितंबर में इलोप को सीईओ बनाया. 47 साल के इलोप कंपनी के पहले ऐसे प्रमुख हैं जो फिनलैंड के नहीं हैं. इसके अलावा प्रबंधन के स्तर पर कुछ और बदलाव भी हुए हैं. कंपनी ने अपने अपने कारोबार स्मार्ट डिवाइस और मोबाइल फोन के रूप में दो भागों में बांट दिया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए जमाल