माओवादियों ने उड़ाई रेल की पटरी
२२ मार्च २०१०
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां इसकी जानकारी दी. इस विस्फोट के चलते हावड़ा और पुरुलिया के बीच एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनें रद्द कर देनी पड़ी. लेकिन कोई दस घंटे बाद पटरियों की मरम्मत होने पर ट्रेन सेवाएं फिर सामान्य हो गईं.
माओवादियों ने केंद्र सरकार की ओर से शुरू आपरेशन ग्रीनहंट के विरोध और अपने नेताओं की रिहाई की मांग में इस बंद की अपील की है. यह बंद बंगाल के अलावा झारखंड, बिहार, उड़ीसा,छत्तीसगढ़, और आंध्र प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र के तीन जिलों में बुलाया गया है.
इस बीच, दक्षिण पूर्व रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि हावड़ा से लगभग 133 किमी दूर भादुतला में एक मालगाड़ी के चालक ने लाल झंडे लगे देखे और कुछ ही देर बाद विस्फोट की आवाज सुनी. उसने ट्रेन तुरंत रोक दी. इस विस्फोट की सूचना मिलते ही तमाम ट्रेन सेवाएं रोक दी गईं. रेलवे, पुलिस और केंद्रीय बल के जवान बम निरोधक दस्ते के साथ मौके पर पहुंचे. प्रवक्ता ने बताया कि विस्फोट से रेलवे की पटरी के अलावा उसमें लगे स्लीपरों को नुकसान पहुंचा था. मौके की जांच-पड़ताल के बाद पटरियों की मरम्मत की गई। कोई दस घंटे बाद ही ट्रेन सेवाएं सामान्य हुईं.
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुरुलिया और हावड़ा के बीच कोई एक दर्जन ट्रेनें या तो रद्द कर दी गईं या उनको बीच में ही रोक दिया गया. कुछ ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों पर घंटों रुकी रहीं.
पश्चिम मेदिनीपुर के जिला शासक एन.एस.निगम ने बताया कि जंगल के इलाके से माओवादियों को खदेड़ने का अभियान चला रहे साझा सुरक्षा बलों का ध्यान बंटाने के लिए ही ऐसी हरकतें की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि इलाके में माओवादियों की तलाश में सघन अभियान शुरू किया गया है.
माओवादियों ने धमकी दी है कि अगर आपरेशन ग्रीन हंट को तुरंत रोकते हुए बेकसूर लोगों की हत्याएं जारी रहीं तो बड़े पैमाने पर हिंसा होगी.
रिपोर्टः प्रभाकर, कोलकाता
संपादनः आभा मोंढे