2016 से 2019 के आंकड़ों से तुलना करें तो पिछला साल यूरोप के लिए काफी बुरा रहा. कोरोना महामारी ने यहां लाखों लोगों की जान ली. पूर्वी यूरोप पर इसकी सबसे ज्यादा मार पड़ी.
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यह आंकड़ा यूरोस्टैट एजेंसी ने मुहैया कराया है. इसमें सिर्फ कोरोना से मरने वालों की नहीं, बल्कि यूरोप में कुल मौतों का ब्योरा दिया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है, "इस विश्लेषण में दिया गया डाटा उन सभी मौतों की जानकारी देता है जो (यूरोप में) जनवरी से नवंबर 2020 के बीच हुई." इस रिपोर्ट के लिए यूरोस्टैट ने सभी देशों से आधिकारिक आंकड़े मंगवाए. आयरलैंड इससे बाहर रहा. उसने आंकड़े देने से मना कर दिया.
एजेंसी ने बताया, "कोविड-19 की शुरुआत में अप्रैल 2020 में ही यूरोपीय संघ में मृत्यु दर पहली बार सबसे ऊंची दर तक पहुंच गया था. 2016 से 2019 की तुलना में मौत का आंकड़ा 25 फीसदी अधिक था." इस दौरान अकेले स्पेन में ही मृत्यु दर 80 फीसदी ज्यादा रिकॉर्ड की गई थी. हालांकि स्पेन और इटली पर दुनिया भर की नजरें टिकी थीं लेकिन बेल्जियम के बारे में कोई खास बात नहीं हुई. बेल्जियम में मृत्यु दर अप्रैल में 74 प्रतिशत अधिक थी.
इसके बाद मई से ले कर जुलाई तक स्थिति कुछ बेहतर हुई. लेकिन अगस्त-सितंबर से एक बार फिर बड़ी संख्या में मौतों का सिलसिला शुरू हुआ. रिपोर्ट में कहा गया है, "ईयू में मृत्यु दर सितंबर में आठ फीसदी ज्यादा थी, अक्टूबर में यह 17 फीसदी हुई और नवंबर में 40 फीसदी. ईयू के सभी सदस्य देशों में आंकड़ा बढ़ता दिखा."
नवंबर में सबसे बुरा हाल हुआ पोलैंड, स्लोवेनिया और बुल्गारिया का जहां इस एक महीने में ही पिछले सालों की तुलना में मृत्यु दर 90 फीसदी अधिक दर्ज की गई. इसी दौरान बेल्जियम में 60 फीसदी की वृद्धि और इटली और ऑस्ट्रिया में 50 फीसदी की वृद्धि देखी गई.
यूरोस्टैट ने साफ किया है कि उसने अभी तक मौत के कारणों और लिंग के अनुसार मौत की दर का विश्लेषण नहीं किया है. यानी रिपोर्ट में जिन मौतों का जिक्र है, उन सभी के लिए कोरोना महामारी जिम्मेदार नहीं है लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि कोरोना की इन मौतों में एक बड़ी भूमिका है.
कोरोना दौर में किसी ने अपने बच्चे का नाम कोविड रख दिया, तो किसी ने वायरस. ये बच्चे बड़े होकर अपने नाम बदलना चाहेंगे. दुनिया में कुछ शहर भी अपने अजीबोगरीब नामों से कुछ इसी तरह परेशान हैं.
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बोरिंग
अमेरिका का यह शहर नाम से ऊबाऊ यानी "बोरिंग" है. लोग इस नाम से इतने परेशान हुए कि उन्होंने ऐसे नाम वाले और शहरों की तलाश की. स्कॉटलैंड में इन्हें "डल" और ऑस्ट्रेलिया में "ब्लैंड" मिला. अब हर साल 9 अगस्त को "ब्लैंड, डल एंड बोरिंग डे" मनाया जाता है.
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सिली
अंग्रेजी में सिली का मतलब है बेवकूफ. लेकिन बेल्जियम के इस शहर को यह नाम "सिले" नदी के कारण मिला है जिसके किनारे यह बसा हुआ है. यहां आने वाले सैलानी शहर के इस बोर्ड के साथ सेल्फी लेना कभी नहीं भूलते.
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हेल
किसी शहर का नाम नर्क या जहन्नुम हो तो क्या कोई वहां जाना पसंद करेगा? लेकिन नॉर्वे के "हेल" नाम के इस शहर में खूब टूरिस्ट आते हैं क्योंकि समुद्र तट से यह जगह महज 35 किलोमीटर दूर है.
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बैटमैन
हॉलीवुड फिल्मों वाले बैटमैन को तो सब जानते हैं लेकिन तुर्की की इस खूबसूरत जगह को तुर्की के बाहर गिनती के ही लोग जानते हैं. ना केवल इस गांव का नाम बैटमैन है, बल्कि यहां रहने वाले कुछ लोग अपने नाम के आगे भी "बैटमैन" शब्द लगाते हैं.
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फकिंग
ऑस्ट्रिया के एक शहर का नाम है फकिंग जो कि अंग्रेजी में गाली के रूप में इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है. यहां मात्र 106 लोग रहते हैं और ये अपने गांव का मजाक उड़ता देख ऊब चुके हैं. इसलिए इन्होंने नाम बदलने के लिए याचिका डाली. भविष्य में इस गांव को फगिंग कहा जाएगा.
तस्वीर: Mladen ANTONOV/AFP
कंडोम
फ्रांस में अकसर शहरों के नाम पर वहां की मशहूर चीजों के नाम पर रखे जाते हैं, जैसे कि शैम्पेन या फिर कोन्याक. इस शहर का नाम भले ही कंडोम है लेकिन मशहूर यह आरमेन्येक नाम की ब्रैंडी के लिए है.
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टिट्स
जर्मनी की यह छोटी सी जगह कोयले के खनन की वजह से सुर्खियों में आई. जर्मन लोगों का तो इस ओर कभी ध्यान नहीं गया था लेकिन अंग्रेजी जानने वालों का जब इस ओर ध्यान गया तो नाम का खूब मजाक उड़ा.