मुंबई ब्लास्ट के आरोपी का स्केच
१८ जुलाई २०११
पुलिस ने बिहार के किशनगंज जिले से 30 साल के रेयाजुल सरकार उर्फ आकाश खान को गिरफ्तार किया है. उसका दावा है कि वह बांग्लादेश का रहने वाला है. उसके पास से एक डायरी बरामद की गई है, जिसमें मराठी में कई बातें लिखी हैं. जब मुंबई में तिहरा बम विस्फोट हुआ, तो वह इलाके में नहीं था.
लेकिन पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहती है. किशनगंज के एसपी आरके मिश्रा ने कहा, "हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं. अभी यह तय होना बाकी है कि क्या उसका मुंबई धमाकों से कुछ लेना देना है." सरकार हरकत उल जिहाद उल इस्लामी (हूजी) का सदस्य बताया जाता है.
उधर, मुंबई में आतंकवाद निरोधी शाखा के अधिकारियों ने बताया कि चश्मदीदों से बातचीत करने के बाद एक आरोपी हमलावर का स्केच तैयार कर लिया गया है. शाखा के एक अधिकारी ने कहा, "आरोपी का स्केच तैयार है. इसे जांच एजेंसियों और कुछ दूसरे लोगों तक भेजा जा रहा है. इसे सार्वजनिक नहीं किया जाएगा." चश्मदीदों और सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग देख कर दो या तीन और स्केच तैयार किए जाएंगे.
जांच को बढ़ाते हुए पुलिस ने सात राज्यों में कार्रवाई तेज कर दी है. पिछले हफ्ते 13 जुलाई को मुंबई में हुए धमाकों में 19 लोगों की मौत हो गई, जबकि 130 घायल हो गए. इन्हीं हमलों के सिलसिले में इंडियन मुजाहिदीन के एक सदस्य की पूछताछ के बाद अस्पताल में मौत हो गई. वह पुलिस हिरासत में था. अफजल उस्मानी गुजरात धमाकों के सिलसिले में जेल में है. उसके भाई फैज उस्मानी से पुलिस ने पूछताछ की और इसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ी. बाद में लोकमान्य तिलक अस्पताल में उसकी मौत हो गई. डॉक्टरों के मुताबिक उसे हाई ब्लड प्रेशर था.
उस्मानी को गोवंडी इलाके से हिरासत में लिया गया और पुलिस के मुताबिक तभी उसकी तबीयत खराब थी. उसे सीधे अस्पताल में दाखिल किया गया, जहां बाद में उसकी मौत हो गई. परिवार वालों का कहना है कि पुलिस ने उसे टॉर्चर किया. मुंबई पुलिस ने उसकी मौत की सीआईडी जांच के आदेश दे दिए हैं.
उस्मानी के बेटे अजीम का आरोप है कि उसके पिता पर जांच के दौरान दबाव डाला गया और इसकी वजह से उनकी मौत हुई. अस्पताल के एक डॉक्टर रेयान कुमार का कहना है, "उनकी मौत ब्रेन हैमरेज से हुई. ऐसा मामला तब सामने आता है, जब कोई व्यक्ति सदमे से गुजरता है."
उस्मानी की पत्नी रुबैदा का कहना है, "जब पुलिस उन्हें लेने आई, तो उन्हें कोई समस्या नहीं थी. पुलिस ने कहा कि वह सिर्फ पूछताछ करेगी. वह अकेले ही गए. मुझे नहीं मालूम कि उनसे क्या सवाल किए गए. उनका कैसे टॉर्चर किया गया. वह इतने तनाव में कैसे आ गए कि उनकी मौत हो गई. पुलिस एक घंटे बाद ही वापस आई और कहा कि उनकी तबीयत खराब है और उन्हें उल्टी हो रही है. उन्हें शायन के अस्पताल में दाखिल किया गया है."
हमलों के सिलसिले में महाराष्ट्र के अलावा उत्तर प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, बंगाल, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक पुलिस से मदद ली जा रही है.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः महेश झा