1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

मुंबई हमलों का दोषी नहीं राना

१० जून २०११

एक अमेरिकी जूरी ने शिकागो के पाकिस्तानी मूल के कारोबारी तहव्वुर राना को 2008 में मुंबई पर हमला करने वाले इस्लामी कट्टरपंथी गुट को मदद देने का दोषी माना है लेकिन मुंबई हमले की साजिश में मदद देने के आरोप से बरी कर दिया.

तस्वीर: AP

लश्कर ए तैयबा की मदद के अलावा जूरी ने पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर रहे कनैडियन नागरिकता वाले तहव्वुर राना को डेनमार्क के एक अखबार पर हमले की योजना बनाने का दोषी पाया. इस योजना पर कभी अमल नहीं हुआ. मुंबई पर लश्कर ए तैयबा के हमले में 166 लोग मारे गए थे.

अमेरिकी अटॉर्नी पैट्रिक फित्सजेराल्ड ने कहा है कि वे आतंकवाद का समर्थन करने के आरोपों पर हुए जूरी के फैसले से खुश हैं. फित्सजेराल्ड ने जूरी के खंडित फैसले पर कहा है कि इस बात के साफ सबूत हैं कि राना उस उग्रपंथी दल के साथ काम कर रहा था जिसने मुंबई हमले की जिम्मेदारी ली है.

तस्वीर: AP

शिकागो की संघीय अदालत में चले मुकदमे में एक प्रमुख गवाह ने मुंबई हमले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का हाथ बताया. राना के बचपन के दोस्त डेविड हेडली ने अदालत में गवाही दी कि जब वह भारत में ठिकानों की पहचान कर रहा था तो राना ने उसकी मदद की थी. राना पर तीन मामलों में आतंकवाद को समर्थन देने के आरोप थे.

पांच दिनों की गवाही में हेडली ने बताया कि किस तरह उसने लश्कर ए तैयबा के सम्पर्कों तथा आईएसआई के एक एजेंट और एक रिटायर्ड सेना अधिकारी की मदद से मुंबई हमले की योजना बनाई. हेडली के पिता पाकिस्तानी और मां अमेरिकी हैं, वह अमेरिकी नागरिक है. लश्कर को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है.

राना और हेडली पर डेनमार्क के अखबार जिलांद्स पोस्टेन पर हमला करने और उसके कर्मचारियों का सिर काटने के लिए अल कायदा से संबंध रखने वाले उग्रपंथियों की मदद का आरोप भी लगाया गया. राना पर हेडली और 6 अन्य पाकिस्तानियों के साथ साजिश रचने का आरोप था, जिनके खिलाफ अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप तो लगाए लेकिन वे हिरासत में नहीं थे.

समाचार एजेंसियों के अनुसार बचाव पक्ष की दलील थी कि हेडली झूठ बोल रहा है. उसने अपना अपराध कबूल कर लिया था. हेडली मौत की सजा और भारत, पाकिस्तान या डेनमार्क प्रत्यर्पित किए जाने से बचने के लिए गवाही देने को तैयार हुआ. इस मुकदमे से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और कश्मीर में लड़ने वाले इस्लामी कट्टरपंथियों के संपर्कों का पर्दाफाश हुआ. जिन 6 पाकिस्तानियों के खिलाफ आरोप लगाए गए उनमें अल कायदा से संपर्क वाला उग्रपंथी इलियास कश्मीरी, लश्कर के सदस्य, आईएसआई एजेंट मेजर इकबाल और रिटायर्ड मेजर पाशा शामिल है. पाकिस्तानी अधिकारियों ने रविवार को कहा है कि इलियास कश्मीरी अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया है, हालांकि अमेरिकी अधिकारियों को इसमें संदेह है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: ओ सिंह

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें