भारत के मुकेश अंबानी अब एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति नहीं रहे. उनकी जगह 77.8 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक चीन के चोंग शनशान ने ली है.
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चोंग शनशान का नाम चीन के बाहर ज्यादा लोगों ने नहीं सुना. असल में उनकी संपत्ति में 2020 के दौरान ही 70.09 अरब डॉलर का इजाफा हुआ. इसीलिए ब्लूमबर्ग बिलियनर इंडेक्स में उन्हें दुनिया का 11वां सबसे अमीर आदमी बताया गया है. अपनी दौलत में तेजी से हुए इजाफे की बदौलत चोंग ने एशिया में सबसे अमीर लोगों की सूची में मुकेश अंबानी को दूसरे स्थान पर धकेल दिया.
"लोन वुल्फ" कहे जाने वाले चोंग का करियर पत्रकारिता, मशरूम की खेती और दवा कंपनी से गुजरता हुआ यहां तक पहुंचा है. एशिया के पांच सबसे अमीर लोगों में चोंग शानशान और मुकेश अंबानी के अलावा कोलिन हुआंग (63 अरब डॉलर), पोनी मा (56 अरब डॉलर) और जैक मा (51 अरब डॉलर) शामिल हैं.
वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी के लिए भी 2020 अच्छा साल साबित हुआ. इस दौरान उनकी संपत्ति 18.3 अरब डॉलर के इजाफा के साथ 76.9 अरब हो गई. लेकिन दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों की सूची से वे बाहर हो गए हैं. 187 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ अमेजन के मुखिया जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं.
वहीं दुनिया के टॉप 5 अमीरों में इलोन मस्क (187 अरब डॉलर), बिल गेट्स (131 अरब डॉलर), बैर्ना आर्नो (110 अरब डॉलर) और मार्क जकरबर्ग (105 अरब डॉलर) के नाम शामिल हैं. अमेजन प्रमुख जेफ बेजोस समेत दुनिया के सबसे अमीर लोगों की संपत्ति महामारी के दौर में बढ़ी है.
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इतना अमीर और कोई नहीं हुआ
टाइम मैगजीन ने 2016 में एक लिस्ट बनाई थी कि अब तक दुनिया में सबसे अमीर कौन हुआ है. इस लिस्ट को देखकर आंखें फट सकती हैं और कानों से धुआं निकल सकता है. देखिए...
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चंगेज खान, मंगोलियन साम्राज्य (1162-1227)
चंगेज खान के पास जितना साम्राज्य था, इतिहास में इतना बड़ा साम्राज्य और किसी का नहीं रहा. एक वक्त में उसने चीन से यूरोप तक विशाल धरती पर राज किया.
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बिल गेट्स, अमेरिका
फोर्ब्स पत्रिका ने उद्योगपति बिल गेट्स की संपत्ति का अनुमान 78.9 अरब डॉलर लगाया है. उन्होंने अपनी माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के साथ दुनिया के कंप्यूटर से जोड़ने और डिजीटल युग की शुरुआत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
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ऐलन रूफस, इंग्लैंड (1040-1093)
इंग्लैंड के राजा विलियम के भतीजे रूफस सैनिक कमांडर थे. जब वह मरे तो उनके पास 11 हजार पाउंड थे. द रिचेस्ट ऑफ द रिच किताब लिखने वाले फिलिप बेरेसफर्ड और बिल रूबिनस्टाइन के मुताबिक यह धन तब के इंग्लैंड के जीडीपी का 7 फीसदी था जो 2014 में 194 अरब डॉलर होता.
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जॉन डी रॉकफेलर, अमेरिका (1839-1937)
पेट्रोलियम मुगल कहे जाने वाले रॉकफेलर के पास एक वक्त में अमेरिका के पेट्रोलियम उद्योग के 90 फीसदी की मिल्कियत थी. न्यूयॉर्क टाइम्स ने उनके मरने पर लिखा था कि अमेरिका के जीडीपी की दो फीसदी थी उनकी संपत्ति. 2014 में इसकी कीमत 341 अरब डॉलर आंकी गई.
माना जाता है कि अब तक ऐंड्रयू कार्नेज से अमीर अमेरिका में कोई नहीं हुआ. 1901 में उन्होंने अपनी यूएस स्टील को 48 करोड़ डॉलर में बेचा था. 2014 में उनकी संपत्ति 372 अरब डॉलर होती.
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अकबर, भारत (1542-1605)
भारत के सम्राट अकबर के पास कभी दुनिया की एक चौथाई दौलत होती थी. आर्थिक इतिहासकार ऐंगस मैडिसन ने लिखा था कि अकबर के वक्त में भारत की जी़डीपी एलिजाबेथ के वक्त के इंग्लैंड के बराबर थी.
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सम्राट शेंजोग, चीन (1048-1085)
चीन के आर्थिक इतिहासकार प्रोफेसर रोनाल्ड एडवर्ड्स के मुताबिक सोंग वंश के शासक शेजोंग के पास पूरी दुनिया की दौलत का 25 से 30 फीसदी था.
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ऑगस्ट सीजर, रोम (63बीसी-14एडी)
स्टैनफर्ड के प्रोफेसर इयान मोरिस मानते हैं कि रोम के पास दुनिया की 25 से 30 फीसदी दौलत थी. और इस दौलत का 20 फीसदी सम्राट सीजर के पास था. 2014 में सीजर की दौलत 4.6 खरब डॉलर आंकी गई थी.
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मनसा मूसा, माली (1280-1337)
फेरम कॉलेज में इतिहासकार प्रोफेसर रिचर्ड स्मिथ कहते हैं कि मूसा के वक्त में उसका राज्य दुनिया का सबसे ज्यादा सोना पैदा करता था. मूसा जब हज पर गया तो रास्ते में पड़े मिस्र में मुद्रा संकट पैदा हो गया था. कोई इतिहासकार मूसा की दौलत का अनुमान नहीं लगा पाया है.
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कामयाबी की कहानी
हांगचू में जन्मे जोंग की स्कूल शिक्षा बीच में ही छूट गई थी. यह वह दौर था जब चीन में सांस्कृतिक क्रांति की वजह से अफरा तफरी थी. अप्रैल 2020 में उनके नियंत्रण वाली कंपनी बीजिंग वानताई बायोलोजिकल फार्मेसी शंघाई स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हुई. अकेले इसी से अगस्त तक उनकी संपत्ति में 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ.
इसके अलावा उनकी कंपनी नोंगफु स्प्रिंग सितंबर में हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होते ही हिट हो गई. तब से कंपनी के शेयरों में 155 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. नोंगफु की लाल ढक्कन वाली बोतलों का सीलबंद पानी चीन में छोटी छोटी दुकानों से लेकर महंगे होटलों तक में बिकता है. कंपनी चाय, जूस और विटामिन ड्रिंक भी बेचती है.
महामारी में मुनाफा: कैसे कोविड-19 के दौरान कुछ अमीर और भी अमीर हो गए
कोरोना वायरस संकट के दौरान अधिकतर उद्योगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन कुछ उद्योगों ने मुनाफा भी कमाया है. इन उद्योगों से कुछ नए धनी लोग भी निकले हैं और इनसे जुड़े जो लोग पहले से धनी थे वो और धनवान बन गए हैं.
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कोई कितना अमीर हो सकता है?
अमेजन ने कोविड-19 के बीच काफी व्यापार किया और कंपनी के शेयरों ने नए रिकॉर्ड स्थापित किए. संस्थापक जेफ बेजोस महामारी के पहले ही दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे और अब वो और अमीर हो गए हैं. फोर्ब्स मैगजीन के मुताबिक वो 193 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं.
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अव्वल नंबर के करीब
इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला गाड़ियां बनाती है लेकिन स्टॉक एक्सचेंज पर इसे एक बड़ी टेक कंपनी के रूप में देखा जाता है. महामारी के दौरान टेक कंपनियों के स्टॉक बाजार में काफी चर्चा में रहे हैं और टेस्ला को इससे फायदा मिला है. कुछ ही समय पहले मस्क ने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में बिल गेट्स को पीछे कर दिया था. 132 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ वो धीरे धीरे जेफ बेजोस की तरफ बढ़ रहे हैं.
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घर से काम करने के चलन का फायदा
घर से काम करने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी की वजह से ऑनलाइन मीटिंग ऐप जूम का व्यापार बढ़ गया है और यह उसके संस्थापक एरिक युआन के लिए काफी लाभकारी साबित हुआ है. जूम 2019 में ही स्टॉक एक्सचेंज में शामिल हुई थी, लेकिन युआन आज अनुमानित 19 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं.
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सफलता के लिए फिट
दूसरों से दूरी बनाए रखना और जिमों का बंद रहना जॉन फोली के लिए वरदान जैसा साबित हुआ है. फोली की कंपनी पेलोटॉन घर पर कसरत करने के जिम उपकरण बनाती है और महामारी के दौरान इन उपकरणों की इतनी बिक्री हुई है कि कंपनी के शेयर के दाम में तीन गुना इजाफा हो गया है और 50-वर्षीय फोली अचानक ही अरबपति बन गए हैं.
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दुकानदारों की मदद का व्यापार
शॉपीफाई व्यापारियों की मदद करता है ऑनलाइन उनकी अपनी दुकान खड़ी करने में. इसे जर्मनी के टोबियास लुइटके ने विकसित किया था जो बाद में कनाडा चले गए थे. शॉपीफाई आज कनाडा की सबसे मूल्यवान कंपनी है और मार्च से अभी तक इसके शेयर का दाम दोगुना हो चुका है. फोर्ब्स के अनुसार 39 साल के लुइटके नौ अरब डॉलर के मालिक हैं.
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रातों-रात अरबपति
जर्मन कंपनी बायोएनटेक ने कोविड-19 की वैक्सीन पर जनवरी में ही काम करना शुरू कर दिया था और अब संभव है कि उसके टीके को जल्द ही इस्तेमाल की अनुमति मिल जाए. इस सफलता से कंपनी के तुर्क मूल के मालिक उगूर सहीन पर सबका ध्यान गया है और वो काफी धनी हो गए हैं. इस समय उनके शेयरों का अनुमानित मूल्य है 2.4 अरब बिलियन डॉलर.
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सफलता की सामग्री
खाना बनाने की सामग्री उपलब्ध कराने वाली कंपनी हेलोफ्रेश को रेस्तरां के बंद होने का पूरा फायदा मिल रहा है. लोग जम कर आर्डर कर रहे हैं और कंपनी के शेयरों का मूल्य महामारी के दौरान तीन गुना से भी ज्यादा बढ़ा है. कंपनी के संस्थापक और शेयरहोल्डर डॉमिनिक रिक्टर अभी उन लोगों की बराबरी तो नहीं कर पाए हैं जिन्होंने महामारी में सबसे ज्यादा कमाई की, लेकिन उनके पास वहां पहुंचने की सारी 'सामग्री' है.
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अमेजन से और किसी को भी फायदा
अमेजन की सफलता से सिर्फ जेफ बेजोस ही और अमीर नहीं हुए. उनकी पूर्व-पत्नी मैकेंजी के पास भी कंपनी के कई शेयर हैं जिनकी बदौलत वो दुनिया के सबसे अमीर महिला बन गई हैं. अनुमान है कि उनके पास 72 अरब डॉलर मूल्य की संपत्ति है.
तस्वीर: Dennis Tan Tine/Star Max//AP/picture alliance