मुझे 15 मिनट बाद पता चलाः मलिक
९ मई २०११![Rehman Malik ,Federal Interior Minster Foto Abdul Sabooh Januar 2010](https://static.dw.com/image/5170309_800.webp)
अल अरबिया टीवी चैनल के साथ इंटरव्यू में मलिक ने कहा, "मुझे ऑपरेशन शुरू होने के 15 मिनट बाद इसकी जानकारी दे दी गई." लेकिन उन्हें इस मिशन के लक्ष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. हफ्ते भर पहले अमेरिकी हेलिकॉप्टरों ने अत्यधिक सुरक्षा वाले पाकिस्तानी शहर एबटाबाद में 40 मिनट के अपने ऑपरेशन में अल कायदा के मुखिया को मार गिराया.
मलिक ने जोर दे कर कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच सुरक्षा के क्षेत्र में 'स्थाई' सहयोग जारी रहेगा. पाकिस्तान में बिन लादेन के मिलने के बाद दोनों देशों में तनाव और बढ़ गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का कहना है कि पाकिस्तान में जरूर बिन लादेन को मदद मिल रही थी. उन्होंने इस बारे में पाकिस्तान से छानबीन करने को कहा है.
चौतरफा दबाव
पाकिस्तान सरकार पर अमेरिका के अलावा अपनी जनता का भी दबाव है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी सोमवार को ऑपरेशन के एक हफ्ते बाद इस मुद्दे पर संसद में बयान देंगे. व्हाइट हाउस का कहना है कि पाकिस्तान अमेरिकी जांचकर्ताओं को बिन लादेन की उन दो पत्नियों से भी पूछताछ करने की इजाजत दे जो पाकिस्तान की हिरासत में हैं. अमेरिका सरकार का मानना है कि उनसे अल कायदा से जुड़ी अहम जानकारियां मिल सकती हैं.
अमेरिकी टीवी चैनल सीबीएस के साथ बातचीत में रविवार को ओबामा ने कहा, "हम समझते हैं कि पाकिस्तान में बिन लादेन को किसी न किसी तरह से मदद दी जा रही थी. लेकिन हम यह नहीं जानते कि कौन लोग उसे किस तरह की मदद दे रहे थे. पता नहीं इस काम में सरकार से जुड़े लोग भी शामिल थे या नहीं. इन सब बातों की हमें और खास कर पाकिस्तान सरकार को पड़ताल करनी है."
वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इस बात के कोई सबूत नहीं मिलते कि इस्लामाबाद सरकार को बिन लादेन के छिपने के ठिकाने का पता था.
रिपोर्टः एएफपी/ए कुमार
संपादनः आभा एम