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मुबारक का मुकदमा बंद दरवाजों के भीतर होगा

१५ अगस्त २०११

मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक पर जारी मुकदमा सोमवार को 5 सितंबर तक के लिए मुल्तवी कर दिया गया है और अब इसका टीवी पर लाइव प्रसारण नहीं किया जाएगा.

This video image taken from Egyptian State Television shows 83-year-old Hosni Mubarak laying on a hospital bed inside a cage of mesh and iron bars in a Cairo courtroom Wednesday Aug. 3, 2011 as his historic trial began on charges of corruption and ordering the killing of protesters during the uprising that ousted him. The scene, shown live on Egypt's state TV, was Egyptians' first look at their former president since Feb. 10, the day before his fall when he gave a defiant speech refusing to resign. (Foto:Egyptian State TV/AP/dapd) EGYPT OUT
तस्वीर: Egyptian State TV/dapd

हुस्नी मुबारक पर भ्रष्टाचार और हत्या के आरोप लगाए गए हैं. जज अहमद रफात ने फैसला किया है कि मुबारक और उनके पूर्व गृह मंत्री हबीब अल अदली के खिलाफ मुकदमा एक साथ चलाया जाएगा. सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान जनवरी और फरवरी में मारे गए लोगों के परिजनों के वकीलों ने इसकी मांग की थी. इस मुकदमे के टीवी पर लाइव प्रसारण पर भी पाबंदी लगा दी गई है.

तस्वीर: dapd

इस सुनवाई के लिए मुबारक को हेलिकॉप्टर से लाया गया और फिर राजधानी काहिरा की पुलिस अकादमी में एंबुलेंस से ले जाया गया. अदालत के बाहर कड़ी सुरक्षा थी क्योंकि मुबारक के समर्थक और विरोधी, दोनों ही इस मुकदमे को लाइव देख रहे थे. एएफपी समाचार एजेंसी ने लिखा है कि दोनों धड़ों के बीच पत्थरबाजी हुई और कम से कम पांच लोग घायल हुए हैं.

3 अगस्त को शुरू हुए मुकदमे में मुबारक ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया था. इस सुनवाई में उन्हें सलाखों के पीछे स्ट्रेचर पर लिटा कर रखा गया था और टीवी पर देखा जा सकता था कि वह अपने बेटों जमाल और अला से बीच बीच में बातचीत कर रहे हैं.

सोमवार को जैसे मुकदमा आगे बढ़ा तो पूर्व राष्ट्रपति स्ट्रेचर पर लेटे हुए थे, उनके हाथ उनकी छाती पर थे और दोनों बेटे उन्हें कैमरे से बचाने की कोशिश कर रहे थे. मुबारक ने कमजोर आवाज में अपनी उपस्थिति दर्ज की, जबकि जज वकीलों से शांत रहने की अपील कर रहे थे.

तस्वीर: dapd

83 साल के हुस्नी मुबारक पर आरोप हैं कि उन्होंने जनवरी के मध्य से शुरू प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों को प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने के आदेश दिए जिसमें कई लोगों की मौत हुई. 11 फरवरी को राष्ट्रपति छोड़ने वाले मुबारक को काहिरा के सैनिक अस्पताल में रखा गया है. उनका अदालत में उपस्थित होना मिस्र के लोगों के लिए हैरानी की बात है क्योंकि कुछ ही लोग ऐसा मान रहे थे कि उन्हें कभी अदालत में देखा जा सकता है.

बचाव पक्ष के वकील फरीद अल दीब ने जज से सभी 1,600 गवाहों को अदालत में बुलाने की मांग की जिनमें कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ए कुमार

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