महिला अधिकारों को लेकर कट्टर रहने वाले सऊदी अरब में अब महिलाओं को फुटबॉल मैच देखने की इजाजत मिल गई है तो वहीं भारत में देवबंद स्थित दारुल उलुम ने मुस्लिम महिलाओं के फुटबॉल मैच देखने पर फतवा जारी किया है.
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उत्तर भारत की इस्लामी संस्था दारुल उलुम के एक मौलवी ने देश में मुस्लिम महिलाओं द्वारा पुरुषों के फुटबॉल मैच देखने के खिलाफ फतवा जारी किया है. मौलवी मुफ्ती अतर कासमी ने कहा, "मैच के दौरान महिलाओं की नजर पुरुषों की नंगी जांघों पर पड़ती है जो इस्लाम में महिलाओं के लिए हराम है."
इतना ही नहीं मौलवी कासमी ने उन पुरुषों को भी लताड़ा है जो अपनी पत्नियों को टीवी पर भी फुटबॉल मैच देखने की इजाजत देते हैं. अपने बयान में उन्होंने कहा, "क्या आप लोगों को कोई शर्म नहीं है? खुदा का कोई डर नहीं है, जो आप इन्हें ऐसी चीजें देखने दे रहे हैं?" दारुल उलुम का यह फतवा उस वक्त आया है जब मध्य पूर्व के सुन्नी बहुल देश सऊदी अरब ने भी महिलाओं को स्टेडियम के अंदर जाकर फुटबॉल मैच देखने की इजाजत दे दी है.
सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश बनेगा भारत
साल 2050 तक भारत दुनिया में सबसे ज्यादा मुसलमान आबादी वाली देश होगा. अमेरिकी थिंक-टैंक पिऊ (PEW) के एक शोध के मुताबिक भारत में साल 2050 तक मुसलमानों की कुल जनसंख्या बढ़कर 31.1 करोड़ तक हो जायेगी.
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होगी दुनिया में सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी
वर्तमान में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी इंडोनेशिया में है. लेकिन पिऊ शोध के मुताबिक 2050 तक भारत इस मामले में सबसे ऊपर होगा और दुनिया के 11 फीसदी मुसलमान भारत में होंगे जबकि उनकी आबादी 31.1 करोड़ हो सकती है. वहीं 2050 तक भारत में हिंदुओं की आबादी बढ़ कर 1.3 अरब होने का अनुमान है.
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जनसंख्या बढ़ने के कारण
शोध ने भारत में बढ़ती आबादी के लिये युवाओं की माध्यमिक आयु और उच्च जन्म दर को मुख्य वजह बताया गया है. मुस्लिमों के लिए माध्यमिक आयु 22 वर्ष है जो हिंदुओं के लिए 26 साल और ईसाइयों के लिए 28 वर्ष है.
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औसत बच्चे
भारत में मुसलमान महिलाओं के औसतन 3.2 बच्चे हैं वहीं हिंदू महिलाओं में यह औसत 2.5 बच्चों का है. ईसाइयों में प्रति महिला 2.3 बच्चों का औसत है.
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आबादी में हिस्सेदारी
भारत की मुस्लिम आबादी में तेजी से वृद्धि हुई है. साल 2010 में कुल जनसंख्या में 14.4 फीसदी हिस्सेदारी मुसलमानों की थी जो साल 2050 तक बढ़कर 18.4 फीसदी तक पहुंच जायेगी. लेकिन इसके बाद भी हर चार में तीन व्यक्ति हिंदू ही होंगे.
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घटेंगे ईसाई
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2050 तक भारत में ईसाइयों की जनसंख्या घट सकती है. फिलहाल भारत में ईसाई आबादी 2.5 फीसदी है जो साल 2050 तक घटकर 2.3 फीसदी तक हो सकती है.
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हिंदू की संख्या
2050 तक भारत की कुल हिंदू आबादी तुलनात्मक रूप से भारत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, नाइजीरिया और बांग्लादेश की कुल मुस्लिम आबादी से भी अधिक रहेगी.
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तेजी से वृद्धि
पिऊ रिसर्च सेंटर ने साफ किया है कि मुसलमान दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धार्मिक समूह है. शोध के मुताबिक मुस्लिम आबादी, पूरी दुनिया की कुल आबादी की तुलना में अधिक तेजी से वृद्धि करेगी.
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कासमी के मुताबिक, "क्यों महिलाएं ऐसे मैच देखना चाहती हैं? क्या जरूरत है? उन्हें इस तरह के फुटबॉल मैच को देखकर क्या मिलेगा?" उन्होंने कहा कि महिलाओं का इतना भी ध्यान नहीं होगा कि वे मैच का स्कोर भी बता सकें. दारुल उलुम उत्तर प्रदेश के देवबंद में स्थित एक इस्लामिक संस्था है, जो पिछले 150 साल से सुन्नी तौर-तरीकों की शिक्षा दे रही है. संस्था की इस्लामिक विचारधारा की कड़ी व्याखया दुनिया के कई संगठनों का वैचारिक आधार है. इसमें तालिबान संगठन भी शामिल है.
भारत की कुल 1.3 अरब की आबादी में तकरीबन 13 फीसदी मुसलमान हैं. उसमें भी अधिकतर सुन्नी हैं. लेकिन भारतीय संविधान के तहत इस तरह के फतवे को किसी कानूनी आधार पर लागू नहीं किया जा सकता है.
देश की कई महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने देवबंद के इस फतवे के विरोध में आवाज उठाई है. महिला कार्यकर्ता साहिरा नसीह कहती हैं, "फतवे की दलील को मानें तो मुस्लिम महिलाएं खेल से जुड़े कोई भी कार्यक्रम मसलन एथलेटिक्स, टेनिस, तैराकी जैसा कुछ नहीं देख सकती." उन्होंने कहा कि यह अनैतिक है. इसके पहले जारी फतवे में कहा गया था कि मुस्लिम महिलाओं को ब्यूटी पार्लर नहीं जाना चाहिए और न ही तंग कपड़े पहनने चाहिए.
एक साल में कितना बदल गया सऊदी अरब
सऊदी अरब में 2017 बड़े बदलावों का साल रहा. एक तरफ जहां सऊदी समाज में कई बदलावों की आहट सुनाई दी, वहीं राजनीतिक और रणनीतिक रूप से भी कई उलटफेर हुए. डालते हैं इन्हीं पर एक नजर.
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युवा क्राउन प्रिंस
21 जून 2017 को सऊदी शाह सलमान ने अपने 31 वर्षीय बेटे मोहम्मद बिन सलमान को क्राउन प्रिंस बनाया. उन्होंने अपने भतीजे 57 वर्षीय मोहम्मद बिन नायेफ से क्राउन प्रिंस का ताज छीन कर अपने बेटे को शाही गद्दी का वारिस बनाया.
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बड़ी गिरफ्तारियां
अक्टूबर महीने में सऊदी अरब में कई ताकतवर राजकुमारों, सैन्य अधिकारियों, प्रभावशाली कारोबारियों और मंत्रियों को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है. आलोचकों ने इसे क्राउन प्रिंस की सत्ता पर पकड़ मजबूत करने की कोशिश बताया.
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सऊदी विजन 2030
सऊदी क्राउन प्रिंस तेल पर देश की निर्भरता को कम करना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने अर्थव्यवस्था में विविधता लाने के लिए विजन 2030 योजना पेश की. इसका एलान 2016 में हुआ लेकिन इससे जुड़े कई अहम फैसले 2017 में देखने को मिले.
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मुस्लिम नाटो
सऊदी अरब की देखरेख में 2017 में दुनिया के 40 साल से ज्यादा देशों ने आतंकवाद विरोधी एक सैन्य गठबंधन बनाया. मुस्लिम नाटो कहे जा रहे इस गठबंधन को आलोचकों ने शियाओं और खास कर ईरान के खिलाफ गठजोड़ बताया क्योंकि इसमें शामिल सभी देश सुन्नी हैं.
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कतर संकट
सऊदी अरब और उसके कई खाड़ी सहयोगियों ने 2017 में कतर से अपने रिश्ते तोड़ लिए जिससे मध्य पूर्व में एक नया संकट खड़ा हो गया. कतर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने समेत कई आरोप लगे जिनसे वह इनकार करता है.
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इस्राएल से नजदीकी
इस साल उस वक्त मध्य पूर्व में बदलते समीकरणों का संकेत भी मिला, जब सऊदी अरब और इस्राएल के बीच नजदीकियां बढ़ने की खबरें आईं. हालांकि इस बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया. जो भी संकेत मिले हैं, वे छन छन कर आई जानकारी पर आधारित हैं. दोनों ही देश ईरान को खतरा मानते हैं.
ड्राइविंग का हक
महिलाओं को ड्राइविंग का हक न देने के लिए सऊदी अरब की लंबे समय से आलोचना होती रही है. लेकिन 26 सितंबर 2017 को सऊदी शाह ने आदेश जारी किया कि 24 जून 2018 से सऊदी अरब में महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाएंगे.
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मेगासिटी नियोम
सऊदी अरब ने 2017 में 500 अरब डॉलर की लागत से एक इंवेस्टमेंट मेगासिटी बनाने की योजना पेश की. नियोम के नाम से बसने वाला यह शहर एक निवेश और कारोबारी हब होगा. 26,500 वर्ग किलोमीटर में फैले नियोम की सीमाएं जॉर्डन और मिस्र को छूएंगी.
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सऊदी अरब में सिनेमा
वर्ष 2017 में ही सऊदी अरब ने अपने यहां 35 साल से सिनेमाघरों पर लगी पाबंदी को हटाने का फैसला किया. सऊदी अरब के संस्कृति और सूचना मंत्रालय का कहना है कि मार्च 2018 में सऊदी अरब में सिनेमा खुल सकते हैं.
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सऊदी अरब में संगीत
कट्टरपंथी वहाबी विचारधारा को मानने वाले सऊदी अरब में संगीत सुनने-सुनाने का चलन नहीं है. लेकिन फरवरी 2017 में जेद्दाह में आठ हजार लोग संगीत की धुनों पर झूमते नजर आए. जेद्दाह में सात साल में पहली बार कोई बड़ा संगीत कंसर्ट हुआ.
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टूरिस्ट वीजा
सामाजिक और आर्थिक बदलाव के दौर से गुजर रहे सऊदी अरब ने 2017 में ही दुनिया भर के सैलानियों को टूरिस्ट वीजा देने का फैसला किया. 2018 की पहली तिमाही से यह काम शुरू हो जाएगा. अभी सऊदी अरब चुनिंदा देशों के लोगों को पर्यटन वीजा देता है.
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शतरंज प्रतियोगिता
सऊदी अरब ने 2017 में पहली बार अपने यहां शतरंज टूर्नामेंट आयोजित कराने का फैसला किया. दो साल पहले सऊदी अरब से सबसे बड़े मौलवी ने शतरंज को समय की बर्बादी कहते हुए इसे इस्लाम में इसकी मनाही बताई.