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मेक्सिको की खाड़ी में तेल रिसाव के पीछे लापरवाही

२२ जून २०१०

मेक्सिको की खाड़ी में जिस तेल संयंत्र में रिसाव हुआ उसके कर्मचारी का कहना है कि उसने कुछ हफ़्ते पहले सुरक्षा उपकरणों में खराबी देखी थी. तेल का उफान रोकने वाले इस उपकरण को ठीक नहीं किया गया और बंद कर दिया गया.

तस्वीर: AP

टायरन बेन्टॉन का कहना है कि अगर इसकी मरम्मत की जाती तो खुदाई का काम रोकना पड़ता. एक दिन की खुदाई पर खर्चा आता है 5 लाख डॉलर जिसे बचाने के लिए खुदाई नहीं रोकी गई. बीबीसी के हवाले से समाचार एजेंसी एएफपी ने टायरन बेन्टॉन का ये बयान छापा है. तेल कंपनी बीपी का कहना है कि इस उपकरण की जिम्मेदारी ट्रांसओशन नाम की कंपनी पर है. उधर ट्रांसओशन का कहना है कि उसने हादसे से पहले उपकरण की जांच की थी और वो तब ठीक काम कर रहा था. टायरन ने बताया कि उसने तेल का रिसाव देखा और कंपनी के अधिकारियों की इसकी जानकारी दी. अधिकारियों ने खुदाई का काम रोकने की बजाए दूसरा उपकरण चालू कर दिया. पेट्रोलियम मामलों के जानकार टैड पैट्ज़ेक का कहना है कि यह कदम एक भारी भूल थी. उफान को रोकने वाले उपकरण में खराबी को ठीक किया जाना चाहिए था.

लोगों की बीपी कंपनी पर कड़ी प्रतिक्रियातस्वीर: AP

इधर एक अमेरिकी जज ने कहा है कि वो बुधवार तक तेल उद्योग की उस याचिका पर फैसला सुना देंगे जिसमें मेक्सिको की खाड़ी में खुदाई पर लगी रोक को हटाने की अपील की गई है. रोक हटाने के लिए तेल कंपनियों की तरफ से ये पहली अपील है.

राष्ट्रपति बराक ओबामा ने छह महीने तक गहरे पानी में होने वाले तेल के लिए खुदाई पर रोक लगाई है. मेक्सिकों की खाड़ी में भारी तेल रिसाव के बाद 28 मई को ओबामा ने ये रोक लगाई. ओबामा का कहना है कि जब तक एक राष्ट्रपति का बनाया आयोग बीपी कंपनी के संयंत्र में हुए रिसाव के कारणों का पता नहीं लगा लेता रोक जारी रहेगी. इस रिसाव के कारण हुई दुर्घटना में 11 कर्मचारियों की मौत हो गई और पर्यावरण पर भारी संकट खड़ा हो गया है.

फैले तेल से पर्यावरण को भारी संकटतस्वीर: AP

अमेरिकी प्रांत लुईसियाना के गवर्नर बॉबी जिंदल इस मामले में तेल कंपनियों के साथ खड़े हो गए हैं. रिसाव पर ओबामा प्रशासन के रुख के आलोचक रहे जिंदल का कहना है कि इस प्रतिबंध की वजह से उद्योग जगत को भारी नुकसान होगा. इस अपील को ओबामा की उद्योगपतियों के साथ चली आ रही अनबन का नतीजा भी माना जा रहा है. ये अनबन तब शुरू हुई जब ओबामा के दबाव पर बीपी को 20 अरब डालर का मुआवजा देने के लिए तैयार होना पड़ा. बीपी का कहना है कि अब तक उसने तेल रिसाव की सफाई पर 2 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च कर दिया है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः आभा एम

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