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मेरे पिता को छोड़ दोः चेल्सी के मिडफील्डर की अपील

१६ अगस्त २०११

चेल्सी के मिडफील्डर जॉन ओबी माइकल ने नाइजीरिया में अपने पिता का अपहरण करने वाले लोगों से अपील की है कि वे उन्हें छोड़ दें. नाइजीरियाई खिलाड़ी माइकल के पिता का पिछले सप्ताह नाइजीरिया में अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया.

Chelsea's John Obi Mikel, right, challenges Liverpool's Dirk Kuyt during their Champions League semifinal first leg soccer match at Stamford Bridge in London, Wednesday April 25, 2007. (AP Photo/Kirsty Wigglesworth)
तस्वीर: AP

पिता के अगवा होने के बावजूद 24 साल के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने रविवार को स्टोक सिटी में सीजन का पहला मैच खेला. स्काई स्पोर्ट्स न्यूज चैनल से बातचीत में माइकल ने कहा, "हमसे उन्होंने कोई बात नहीं की है, कोई फोन भी नहीं आया, कुछ नहीं. जिसने भी मेरे पिता को अगवा किया है, कृपया मुझसे संपर्क करे. उम्मीद है कि उन्हें छोड़ दिया जाएगा. कृपया उन्हें जाने दें. मेरे पिता बूढ़े हैं. जहां तक मैं जानता हूं उन्होंने किसी का नुकसान नहीं किया है. मैं नहीं जानता उनका अपहरण क्यों किया गया."

जॉन ओबी माइकल का कहना है कि नाइजीरिया में इस तरह की घटनाएं काफी होती हैं. "ऐसा उत्तरी नाइजीरिया में तो नहीं लेकिन पूर्वी हिस्से में बहुत होता है. जोस में जहां हम रहते हैं वह काफी सुरक्षित इलाका है. मुझे लगता है कि उत्तरी हिस्से में ऐसा पहली बार हुआ है..."

तस्वीर: AP

स्थानीय पुलिस के हवाले से रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने लिखा है कि वे पिता के गायब होने की जांच कर रहे हैं. लेकिन यहां धार्मिक हिंसा और अस्थिरता के मामलों की छानबीन ही ज्यादा की जा रही है. सोमवार को जोस में ईसाई, मुसलमान युवाओं और सेना के बीच झड़प हुई जिसमें 10 लोग मारे गए हैं. जोस नाइजीरिया के सेंट्रल बेल्ट में आता है जहां ईसाई बहुल दक्षिण इलाका मुसलमान बहुल उत्तर इलाका से मिलता है. और हाल में यहां बड़े पैमाने पर जातीय हिंसा हुई.

माइकल अब तक प्रीमियर लीग में चेल्सी के लिए एक भी गोल नहीं कर पाएं हैं. वहीं वे सोमवार को गोल करने के करीब थे लेकिन गोलकीपर अस्मिर बेगोविच ने उसे बाहर धकेल दिया. 2006 में चेल्सी में आने वाले माइकल कहते हैं, "यह बहुत मुश्किल था. मैनेजर ने मुझसे पूछा कि क्या मैं खेलूंगा. और मैंने कहा हां मैं खेलना चाहता हूं."

बड़ा झटका

माइकल कहते हैं, "मैं अपनी टीम या क्लब या अपने परिवार किसी को भी दुखी नहीं करना चाहता था. अगर मैं नहीं खेलता तो शायद मेरी मां बहुत दुखी होतीं. मैंने अपने कुछ साथी खिलाड़ियों को बताया लेकिन रविवार को कई को इस बारे में कुछ नहीं पता था. मैं नहीं चाहता था कि सब मेरे पास आएं और सॉरी कहें. मैं सिर्फ खेलना चाहता था."

तस्वीर: AP

माइकल को 2007 में चेल्सी के सबसे साल के युवा खिलाड़ी का खिताब दिया गया था. वह कहते हैं, "मैं नहीं जानता कि इस स्थिति में मैं क्या करूं, मेरे लिए यह बहुत मुश्किल है." चेल्सी ने अपने बयान में कहा हैं, "हम माइकल और उनके परिवार को इस मुश्किल समय में पूरा सहयोग देंगे."

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि प्रीमियर लीग के किसी खिलाड़ी या उसके परिजन को नाइजीरिया में अगवा किया गया हो. 2008 में एवर्टन के लिए खेलने वाले डिफेंडर जोसेफ योबो के भाई का नाइजीरिया में अपहरण किया गया था. दक्षिणी नाइजर डेल्टा में तेल फील्ड में काम करने वाले लोगों का अपहरण होना आम बात हो गई है लेकिन अब भी इस तरह के अपहरणों की संख्या उत्तरी हिस्से में ही ज्यादा है.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ए कुमार

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