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मेरे लिए मत रोः लांस आर्मस्ट्रांग

२६ अगस्त २०१२

दुनिया जब मानव के छोटे और मानवता के विशाल कदम वाले आर्मस्ट्रांग को याद करने में जुटी है तब इसी नाम का एक साइकिल सवार आरोपों में घिरा है. कैंसर को परास्त करने वाले लांस आर्मस्ट्रांग क्या डोपिंग एजेंसी को हरा सकेंगे.

तस्वीर: dapd

अमेरिकी डोपिंग एजेंसी के टूअर दे फ्रांस के सातों टाइटल छीनने का फैसले के एक दिन बाद शनिवार को लांस आर्मस्ट्रांग साइकिल पर सवार हुए और समर्थकों से कहा, "मेरे लिए मत रो." अमेरिकी डोपिंग एजेंसी के आरोपों को चुनौती न देने का फैसला करने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए आर्मस्ट्रांग ने कोलोराडो के आस्पेन में करीब 58 किलोमीटर लंबे पहाड़ी रास्ते पर एक साइकिल रेस 16 साल के साइकिल चालक कीगान स्वर्लबुल से पांच मिनट बाद पूरी की.

धूप के चश्मे और रेस के काले सुनहरे कपड़ों में प्रायोजकों के बिल्लों से सजे आर्मस्ट्रांग बिल्कुल परेशान नहीं दिखे. पत्रकारों की भीड़ उनके पीछे उमड़ रही थी और आर्मस्ट्रांग ने कहा, "किसी को मेरे लिये रोने की जरूरत नहीं. मैं महान रहूंगा. मेरे पांच शानदार बच्चे हैं मेरे जीवन में एक बेहतरीन बीवी है. मेरी बुनियाद इन सारे शोर शराबे के बीच भी अडिग रहेगी."

तस्वीर: dapd

लांस आर्मस्ट्रांग ने कहा कि अभी बहुत कुछ बाकी है और वह इस विवाद को बहुत तवज्जो देने के मूड में नहीं हैं. उन्होंने कहा, "मेरे ख्याल से लोग इस बात को समझते हैं कि हमें आगे अभी बहुत कुछ करना है. मैं इसी पर ध्यान दे रहा हूं और मुझे लगता है कि लोग इसमें मेरे साथ हैं. यहां होना शानदार है." अमेरिकी डोपिंग एजेंसी के आरोपों को चुनौती देने से इनकार के बावजूद आर्मस्ट्रांग खुद को कसूरवार नहीं मानते और मुकदमे की कार्यवाही को अनुचित बताते हैं.

टेक्सास में जन्मे आर्मस्ट्रांग ने कैंसर से जंग लड़ कर दुनिया भर में नाम कमाया है. कैंसर जैसी बीमारी को परास्त कर उन्होंने एक दो नहीं, सात बार टूअर दे फ्रांस  जीता है जो साइकिल सवारों की दुनिया में सबसे कठिन मुकाबला है. आर्मस्ट्रांग ने कैंसर का मुकाबला करने के लिए एक ट्रस्ट भी बनाया है. लिवस्ट्रांग नाम का यह ट्रस्ट कैंसर के खिलाफ जंग छेड़े हुए है और आर्मस्ट्रांग ने इसके लिए करोड़ों डॉलर की रकम जुटाई है. मशहूर साइकिल सवारों की एक पूरी जमात इसमें उन्हें समर्थन दे रही है.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी के प्रमुख जॉन फाहे ने आर्मस्ट्रांग की आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि आरोपों का चुनौती देने में नाकाम रहने का एक ही मतलब है कि वह प्रतिबंधित दवाओं के धोखेबाज हैं और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वियों और प्रशंसकों को दशक भर से लंबे समय में धोखा करके साइकिल रेस जीते हैं.

आर्मस्ट्रांग का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ेगा. साइकिल रेस की अंतरराष्ट्रीय संस्था इंटनेशनल साइक्लिंग यूनियन ने अमेरिकी डोपिंग एजेंसी से सबूत मांगा है. अंतरराष्ट्रीय खेल अदालत इस बारे में आखिरी फैसला कर सकती है कि आर्मस्ट्रांग कसूरवार हैं या नहीं. अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों से संन्यास ले चुके आर्मस्ट्रांग ने कहा कि अब वो रेसिंग के बारे में चिंता नहीं कर रहे हैं.

40 साल के आर्मस्ट्रांग ने कहा, "ज्यादा जरूरी है कि तंदुरुस्त रहा जाए और दुनिया की बेहतरीन जगहों का मजा लिया जाए. कुछ लोग कह सकते हैं कि ऐसे वक्त में इस तरह का काम करना बताता है कि तुम कुछ बीमार हो लेकिन मैंने अच्छा वक्त बिताया है."

आर्मस्ट्रांग की संस्था को मिलने वाला दान रोजाना के औसत से 20 गुना बढ़ गया है और कोलोराडो के लोग उनके समर्थन में खुल कर सामने आए हैं. आर्मस्ट्रांग ने कहा, "जैसे लोग यहां हैं वैसे और जैसे रेस कोर्स में रहते हैं उस जैसे लोगों ने अपनी राय पिछले 48 घंटों में हमारे समर्थन में जाहिर कर दी है." आर्मस्ट्रांग ने रेस में 16 साल के बच्चे से हार के बारे में कहा, "कोई 16 साल का लड़का आपको पीछे छोड़ दे तो अच्छा है, खास तौर से जब आप जानते हों कि उसका एक शानदार भविष्य है."

एनआर/एजेए (रॉयटर्स)

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