मेलबर्न में क्रिकेट का बुखार, टैक्सियों का अकाल
१ अप्रैल २०११![](https://static.dw.com/image/5931795_800.webp)
ऑस्ट्रेलिया में भारत और पाकिस्तानी मूल के हजारों लोग रहते हैं और कई लोग कैब चलाते हैं. उनमें से कई घरों में बैठ मैच का लुत्फ उठाना पसंद करेंगे. बुधवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ था जब भारत और पाकिस्तान के बीच मैच हुआ. तब तो दोनों ही तरफ के टैक्सी चालक घरों में रहे.
स्थानीय मीडिया ने कहा है कि मेलबर्न में स्थानीय समय के हिसाब से रात से आठ बजे हजारों टैक्सी चालक अपना काम खत्म कर घर जाने की कोशिश में होंगे.
रात की छुट्टी
टैक्सी चालक विनी सिंह ने बताया कि वह करीब सौ ऐसे साथियों को जानते हैं जो रात में छुट्टी लेकर मैच देखेंगे. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि कई सौ छात्र जो पार्ट टाइम टैक्सी चलाते हैं वह इस दिन निश्चित ही छुट्टी लेंगे. वह अपने देश और खिलाड़ियों को सपोर्ट करेंगे और क्रिकेट देखेंगे."
50 टैक्सियों के मालिक मार्क लैंगटन कहते हैं कि उन्हें चालकों की कमी पड़ेगी. उन्होंने बताया, "हम नए लोगों को ड्यूटी देंगे. वैसे लोगों को जिन्हें शायद ज्यादा काम नहीं मिलता. यह कुछ ऐसा होगा जैसे किसी फुटबॉल टीम में बहुत सारे खिलाड़ी चोटिल हो गए हों. तो आपको रिजर्व खिलाड़ी मैदान पर उतारना पड़ता है."
विक्टोरिया के टैक्सी असोसिएशन के डेविड सैम्युएल ने ऐसी संभावना से इनकार किया है. उन्होंने कहा, "जहां तक हमारा सवाल है. यहां कल का शनिवार किसी भी सामान्य शनिवार जैसा ही होगा. शनिवार के दिन उनकी अच्छी कमाई होती है. और मुझे लगता है कि वह इस मौके को नहीं छोड़ेंगे."
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः वी कुमार