पूर्वी अफगानिस्तान के गजनी प्रांत में एक बच्चा फुटबॉल खेल रहा था. उसके पास अपने पंसदीदा खिलाड़ी लियोनेल मेसी के नाम की टीशर्ट नहीं थी. लेकिन बच्चे ने आसमानी और सफेद रंग की धारी वाली पॉलिथिन को ही टीशर्ट की तरह पहन लिया. पॉलिथिन पर नीली स्याही से लिखा था नंबर 10, मेसी.
इंटरनेट के जरिए यह तस्वीर वायरल हो गई. इसे दुनिया भर के करोड़ों लोगों ने देखा. देखने वालों में पांच साल के मुर्तजा के पसंदीदा फुटबॉल लियोनेल मेसी भी थे.
अफगान फुटबॉल फेडरेशन के मुताबिक मेसी अफगान बच्चे के प्रेम से ऐसे सराबोर हुए कि उन्होंने मुर्तजा से मिलने की तैयारी कर ली. अफगान अधिकारियों को उम्मीद है कि मुर्तजा से मिलने बार्सिलोना और अर्जेंटीना के सुपर स्टार काबुल आएंगे. अगर ऐसा नहीं हुआ तो मुर्तजा को स्पेन बुलाया जाएगा.
अफगानिस्तान फुटबाल संघ के अध्यक्ष कमरुद्दीन करीम के मुताबिक, "स्पेन का दूतावास उन्हें वीजा देने के लिए तैयार है. हम सीधे बार्सिलोना से सपंर्क कर रहे है और मुलाकात की जगह और तारीख तय कर रहे हैं."
मुतर्जा के माता पिता की आर्थिक हालत बहुत अच्छी नहीं है. मुर्तजा के पिता आरिफ अहमदी के मुताबिक एक बार उनके बच्चे ने टीवी पर मेसी को देखा था, तब से ही वह स्टार फुटबॉलर का फैन हो गया. आरिफ कहते हैं, "वो कई बार मुझसे मेसी की टीशर्ट लाने की जिद करता रहा. मैं टीशर्ट नहीं ला सका. बाद में उसके भाई ने उसके लिए प्लास्टिक की एक शर्ट बनाई और उस फोटो को फेसबुक पर डाल दिया." बस वहीं से मुर्तजा की तस्वीर पूरी दुनिया में फैल गई. और अब पांच साल के बच्चे का एक सुनहरा सपना हकीकत में बदलता दिखने लगा है.
फुटबॉल के कुछ बड़े खिलाड़ी, ड्रामेबाजी में भी अव्वल होते हैं. विरोधी टीमों को उनके ड्रामेबाजी के हुनर से भी निपटना पड़ता है. तस्वीरों में वर्ल्ड कप के टॉप-7 ड्रामेबाज.
तस्वीर: Reutersनीदरलैंड्स के स्टार स्ट्राइकर आर्यन रोबेन, जितने मशहूर अपने खेल के लिए हैं, उतनी ही शोहरत उन्होंने ड्रामेबाजी में भी हासिल की है. मैच के दौरान उन्हें विपक्षी खिलाड़ी ने अगर छू भी दिया तो रोबेन चीखते हुए गिर पड़ते हैं और पेनल्टी मांगने लगते हैं. मेक्सिको के खिलाफ उन्हें ऐसे ही पेनल्टी मिली.
तस्वीर: Reutersसुआरेस को लोग अब उरुग्वे के स्टार स्ट्राइकर के साथ साथ स्टार बाइटर यानी काटने वाला भी कह रहे हैं. विपक्षी खिलाड़ियों को दांत गड़ाने वाले सुआरेस ऐसा दिखावा करते हैं जैसे विपक्षी टीम मैदान पर उनका शोषण कर रही हो.
तस्वीर: JAVIER SORIANO/AFP/Getty Imagesस्पेन के स्ट्राकर डियागो कोस्टा, हुनर के बजाए ड्रामे से खेल को ज्यादा प्रभावित करते हैं. वो बिना किसी के छुए भी गिर पड़ते हैं और पेनल्टी, पेनल्टी कहने लगते हैं. ड्रामे की ही बदौलत वो नीदरलैंड्स के खिलाफ एक पेनल्टी पाने में सफल हुए.
तस्वीर: Reutersजर्मनी के स्टार स्ट्राइकर भी हाल के बरसों में मैदान पर बहुत ड्रामा करने लगे हैं. हल्की सी छुअन छुआई में मुलर भी चीख उठते हैं. उनके ड्रामे से तंग आकर पुर्तगाल के पेपे ने म्यूलर से सिर लड़ा दिया, नतीजा हुआ रेड कार्ड.
तस्वीर: picture-alliance/dpaखुद फाउल करना लेकिन ऐसा दिखाना जैसे गलती सामने वाले खिलाड़ी ने की हो, इस कला में बिजली जैसी रफ्तार वाले इटली के स्टार स्ट्राइकर मारियो बालोटेली काफी आगे हैं. तस्वीर में नौ नंबर की जर्सी पहने बालोटेली.
तस्वीर: Reutersहॉलैंड के गोलकीपर टिम कुर्ल पेनाल्टी जैसे मौकों पर साइकोटेरर का सहारा लेते हैं. वो विपक्षी टीम के खिलाड़ियों को लगातार बरगलाते हैं. कोस्टा रिका के खिलाफ कुर्ल लगातार कहते रहे, "मुझे पता है, तुम कहां मारोगे."
तस्वीर: picture-alliance/dpaब्राजील के नेमार जूनियर भी मैदान पर जरूरत से ज्यादा नाटक करते हैं. यही वजह रही कि कोलंबिया के खिलाफ जब नेमार को गंभीर चोट लगी तो रेफरी ने इसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया.
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