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मैच फिक्सिंग में राजनीति

२९ मई २०१३

भारत में क्रिकेट की मैच फिक्सिंग के बीच राजनीति तेज हो गई है. अचानक से कुछ नेताओं ने बीसीसीआई प्रमुख के खिलाफ आवाज खोल दी है, जबकि श्रीनिवासन हटने को तैयार नहीं.

तस्वीर: STR/AFP/Getty Images

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय बिजली मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने श्रीनिवासन से इस्तीफा मांग लिया है. भारत के एक निजी टेलीविजन चैनल से बात करते हुए सिंधिया ने कहा, "मैंने अब तक कुछ नहीं कहा था क्योंकि किसी ने मुझसे कुछ पूछा नहीं था. हालांकि इस विषय पर मेरी अपनी एक राय है." मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के प्रमुख सिंधिया ने कहा, "यह क्रिकेट के लिए अच्छा होगा कि अगर श्रीनिवासन फिलहाल अपने पद से हट जाएं. अगर उनके घर वाले और दामाद इसमें बेदाग साबित होते हैं, तो वह फिर से लौट सकते हैं."

सिंधिया परिवार क्रिकेट के बेहद करीब रहा है. ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया को भी क्रिकेट के गहरा लगाव था और वह खुद भी क्रिकेट खेला करते थे.

दूसरे खेलों की तरह भारत में क्रिकेट के बड़े पदों पर भी नेताओं का ही कब्जा है. इसमें सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों नेता शामिल हैं. जब से भारतीय क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख एन श्रीनिवासन के दामाद को मैच फिक्सिंग में गिरफ्तार किया गया है, तब से श्रीनिवासन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ रहा है, हालांकि वह बार बार साफ कर चुके हैं कि वह इस्तीफा नहीं देंगे. उनका कहना है कि "मीडिया को छोड़ कर किसी ने मुझसे इस्तीफा देने को नहीं कहा है."

लंबी खामोशी के बाद

इससे पहले बोर्ड के उपाध्यक्ष और अरुण जेटली जैसे नेताओं ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी थी. भारत को अगले हफ्ते से क्रिकेट की दूसरी सबसे बड़ी प्रतियोगिता चैंपियंस ट्रॉफी में खेलना है और उससे पहले स्पॉट फिक्सिंग के विवाद को लेकर टीम भारी दबाव में है.

चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इंग्लैंड रवाना होने से पहले जब भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से स्पॉट फिक्सिंग के बारे में पूछा गया, तो वह बिलकुल खामोश रहे. समझा जाता है कि बोर्ड ने उन्हें इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से मना कर दिया है. धोनी आईपीएल में चेन्नई की जिस टीम से खेलते हैं, उसके मालिक बीसीसीआई प्रमुख श्रीनिवासन ही हैं.

ज्योतिरादित्य सहित कई नेताओं का विरोधतस्वीर: AP

सिंधिया की राय सामने आने के बाद आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने भी श्रीनिवासन को क्रिकेट से दूर रहने को कहा है. यह पहला मौका है, जब क्रिकेट से जुड़े बड़े नाम इस तरह का बयान दे रहे हैं. शुक्ला भी राजनीतिक दल कांग्रेस से जुड़े हैं और केंद्र में मंत्री भी हैं. उनका कहना है, "हमने उन्हें सलाह दी है कि वे क्रिकेट से दूर रहें. बाकी फैसला उन्हें ही लेना है."

सीधे लागू होंगी सिफारिशें

फिक्सिंग की जांच के लिए बोर्ड ने एक पैनल बनाया है, जिसमें रिटायर जज टी जयराम चौटा और आर बालासुब्रह्मण्यम के अलावा बीसीसीआई के सचिव संजय जगदाले भी शामिल हैं. शुक्ला का कहना है कि पैनल की सिफारिशों पर कोई चर्चा नहीं होगी और इसे फौरन अमल में लाया जाएगा.

भारत में फिक्सिंग को रोकने के लिए एक कानून बनाया जा रहा है, जिसके पहले प्रस्ताव को खेल मंत्रालय ने नकार दिया है. खेल सचिव पीके देब का कहना है, "हमें पहला खाका मिला है लेकिन इसमें भारी बदलाव की जरूरत है. हम इसमें बदलाव कर रहे हैं, जिसके बाद इसे वापस कानून मंत्रालय के पास भेजा जाएगा."

खेल मंत्रालय भारत में सट्टेबाजी को कानूनी मान्यता देने पर मन बना रहा है. पिछले दिनों क्रिकेट लीग आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें भारत के पूर्व गेंदबाज श्रीसंत को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके साथ राजस्थान रॉयल्स के दो और क्रिकेटरों को दिल्ली पुलिस ने पकड़ा है, जबकि लगभग 20 सट्टेबाजों को भी हिरासत में लिया गया है. इनके अलावा बीसीसीआई प्रमुख श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मायप्पन और बॉलीवुड के बी क्लास एक्टर विंदू दारा सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है.

एजेए/एएम (पीटीआई, एएफपी, एपी)

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