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मोदी अचानक लद्दाख पहुंचे

३ जुलाई २०२०

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लद्दाख में उस जगह का दौरा किया जहां पिछले दिनों भारत और चीन के सैनिकों की झड़प हुई थी. भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कई हफ्तों से तनाव है.

लद्दाख में मोदी
लद्दाख में सैनिकों से जाकर मिले पीएम मोदीतस्वीर: Reuters/Press information Bureau

पीएम मोदी ने अचानक लद्दाख का दौरा किया और वहां नीमु इलाके में तैनात भारतीय सैनिकों से मुलाकात की. उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस बारे में तस्वीरें साझा की गई हैं. इसके अलावा टीवी पर दिखाई जा रही खबरों में सैनिकों को उनका स्वागत करते दिखाया जा रहा है और "भारत माता की जय" के नारे लगाए जा जा रहे हैं.

सैनिकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने उनके शौर्य और साहस की प्रशंसा की. मोदी ने कहा, "आप जब सरहद पर डटे हैं तो यही बात प्रत्येक देशवासी को देश के लिए दिन रात काम करने के लिए प्रेरित करती है." उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सेना के आधुनिकीकरण पर तेजी से काम कर रही है. उन्होंने कहा, "भारत आज आधुनिक अस्त्र शस्त्र का निर्माण कर रहा है. दुनिया की आधुनिक से आधुनिक तकनीक भारत की सेना के लिए ला रहे हैं. "

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि मोदी के दौरे से सैनिकों का मनोबल बढ़ा है. 

भारत और चीन 15 जून को सीमा पर हुई झड़प के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हैं जिसमें भारत के 20 सैनिक मारे गए. चीन ने यह नहीं बताया है कि उसके कितने सैनिक हताहत हुए.

माना जा रहा है कि अपने लद्दाख दौरे के जरिए मोदी चीन को संदेश देना चाह रहे हैं. हालांकि चीन की आक्रामकता के खिलाफ कदम उठाने के लिए उन पर खासा घरेलू दबाव है. इसी सिलसिले में पिछले दिनों भारत सरकार ने टिकटॉक समेत 59 चीनी मोबाइल ऐप्स बंद कर दिए.

भारत में भड़क रही चीन विरोधी भावनाओं के बीच चीनी सामान के बहिष्कार की मांगें उठ रही हैं. यहां तक कि भारत के दवा उद्योग के लिए जरूरी चीन से आने वाला कच्चा माल भी भारतीय बंदरगाहों पर जमा हो रहा है. 

मोदी ने अपने दौरा में आर्मी अस्पताल का दौरा भी किया जहां झड़प में घायल हुए जनावों का इलाज हो रहा है. इस मौके पर मोदी के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नारावने भी थे.

तस्वीर: Reuters/Press information Bureau

भारत और चीन, दोनों ने ही हाल में सीमा पर अपनी सैन्य तैनाती को मजबूत किया है. हालांकि राजनयिक तरीकों से तनाव को को कम करने की कोशिशें भी हो रही हैं. 

लद्दाख में क्या भारत चीन जंग की तैयारी में हैं?

06:43

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भारत और चीन के बीच सैकड़ों किलोमीटर लंबी सीमा पर विवाद है जिसे वास्तविक नियंत्रण रेखा कहा जाता है. यह उत्तर में लद्दाख से लेकर पूर्तोत्तर में सिक्किम और अरुणाचल तक फैली है. दोनों देश 1990 के दशक से सीमा विवाद को सुलझाने में लगे हैं, लेकिन अभी तक कोई खास कामयाबी नहीं मिली है. 1962 में दोनों देशों के बीच युद्ध भी हो चुका है, जिसमें भारत को हार का मुंह देखना पड़ा था. 

इस बीच, कई बार सीमा पर तनाव देखने को मिला है. पिछले साल भारत ने लद्दाख को जम्मू कश्मीर से अलग कर एक केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दे दिया. चीन उन देशों में शामिल था जिसने इस कदम का विरोध किया. उसने संयुक्त राष्ट्र परिषद में भी इस मुद्दे को उठाया. 

एके/सीके (डीपीए, एपी, एएफपी)

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