म्यूनिख की जीत और टेवेज की गुस्ताफी
२८ सितम्बर २०११![](https://static.dw.com/image/15422363_800.webp)
इस जीत के साथ ही बायर्न की टीम ग्रुप ए में आरामदेह स्थिति में पहुंच गई है, जहां उसे दो मैच में दो जीत हासिल करने के बाद छह अंक मिल चुके हैं. म्यूनिख की टीम ने जर्मन फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा के आखिरी सात में से छह मैच भी जीते हैं. टीम के मैनेजर युप हेंकेस का कहना है, "इस वक्त हम लोगों में काफी भरोसा है. पहले 25 मिनट में उन्होंने हमारे लिए मुश्किलें खड़ी कीं लेकिन उसके बाद हमने मैच पर नियंत्रण कर लिया. हमने दूसरे हाफ में अच्छा डिफेंस किया और उन पर ज्यादा आक्रामण किए."
जर्मनी के फॉरवर्ड खिलाड़ी मारियो गोमेज ने पहले हाफ के आखिरी 10 मिनट में दो गोल करके अपनी टीम को बढ़िया बढ़त दिला दी. हालांकि दोनों बार गेंद सिटी के गोलकीपर जो हार्ट के हाथ से छिटकने के बाद गोमेज तक पहुंची थी. इससे पहले फ्रांसीसी स्ट्राइकर फ्रांस रिबेरी ने भी शानदार कोशिश की थी, जिसे मैनचेस्टर सिटी के गोलकीपर ने नाकाम कर दिया. इसके बाद जब रिबेरी ने दूसरी कोशिश की तो हार्ट ने गेंद को रोक तो लिया लेकिन पकड़ नहीं पाए. वहीं खड़े गोमेज ने बॉल जाल में सरका दी.
टेवेज का झटका
दूसरे हाफ में मैनचेस्टर सिटी ने गोल उतारने की कोशिश की लेकिन उनके ही खिलाड़ी कार्लोस टेवेज ने उन्हें जबरदस्त झटका दे दिया. टीम के कोच रॉबर्तो मानसिनी ने जब 35 मिनट रहते टेवेज से कहा कि वह मैदान पर उतरने की तैयारी करें, तो टेवेज ने मना कर दिया. अर्जेंटीना के खिलाड़ी के इस रवैये से मानसिनी इस कदर आहत हैं कि उनका कहना है कि टेवेज का करियर सिटी के साथ खत्म हो गया है. मानसिनी ने गुस्से में कहा, "अगर मेरी पूछी जाए, तो वह बाहर हो चुका है. उसका मेरे साथ रिश्ता खत्म है. अगर हम टीम के तौर पर बेहतर करने की कोशिश करना चाहते हैं, तो कार्लोस नहीं खेल सकते हैं."
इससे पहले शनिवार वाले मैच में टेवेज को एवर्टन के खिलाफ ग्राउंड पर नहीं उतारा गया था और वह पूरे समय बेंच पर ही बैठे रहे. इसके बाद बायर्न के खिलाफ मैच में जब उनसे खेलने को कहा गया, तो उन्होंने वार्म अप करने से ही इनकार कर दिया. मानसिनी का कहना है, "उसने जाने से मना कर दिया. मैंने कार्लोस से जो कुछ कहा वह मेरे, कार्लोस और टीम के बीच है लेकिन मुझे बेहद निराशा हुई है कि यह कार्लोस की वजह से हुआ."
टेवेज की मुश्किल
27 साल के महंगे खिलाड़ी टेवेज ने इस सीजन के शुरू में ही साफ कर दिया था कि वह मैनचेस्टर सिटी में नहीं बने रहना चाहते हैं. उनका कहना था कि वह पारिवारिक वजहों से इंग्लैंड के मैनचेस्टर सिटी क्लब को छोड़ कर अपने देश के आस पास रहना चाहते हैं. लेकिन उनकी बात कहीं पक्की नहीं हो पाई. उसके बाद उन्हें मन मार कर सिटी से ही खेलते रहना पड़ा.
समझा जाता है कि इस घटना के बाद टेवेज का क्लब में बने रहना मुमकिन नहीं होगा और उन्हें टीम छोड़नी पड़ेगी. इस सीजन के चैंपिंयस लीग में मैनचेस्टर सिटी की जीत का खाता अब तक नहीं खुल पाया है. इससे पहले के मैच में नेपोली के खिलाफ उसे ड्रॉ नसीब हुआ था.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ए कुमार