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म्यूनिख में महिला फिल्मों का जोर

२७ जून २०१३

म्यूनिख पर महोत्सव का रंग चढ़ रहा है, जर्मनी में गर्मियों के सबसे बड़े फिल्मी मेले का यह 31वां साल है. सिनेमा के शौकीनों, कारोबारियों, अभिनेताओं और निर्देशकों को इस मेले का बड़ा इंतजार रहता है.

तस्वीर: picture alliance/dpa

म्यूनिख के सिनेमाघरों में 28 जून से 6 जुलाई के बीच 48 देशों की 174 फिल्में दिखाई जाएंगी. इनमें से 32 फिल्मों का वर्ल्ड प्रीमियर इसी मेले में होना है जबकि 13 फिल्में ऐसी है जो पहली बार यूरोप में दिखाई जाएंगी. जाहिर है कि इस महोत्सव का लक्ष्य, "गर्मियों की बेहतरीन फिल्में" यूं ही नहीं रखा गया है.

अब आप इसे महज संयोग कहें या महोत्सव की निदेशक डियाने इलीने के महिला होने का असर कि इस बार की बहुत सी फिल्मों में महिलाओं की भूमिका प्रमुख है और उन्हें ज्यादा महत्व दिया गया है. फिल्मी मेले की शुरुआत जर्मन ऑस्कर विजेता निर्देशक कारोलीन लिंक की एग्जिट माराकेश के वर्ल्ड प्रीमियर से हो रही है. इलीने का कहना है, "2013 ऐसा महोत्सव होगा जिसमें महिलाएं असाधारण रूप से बड़ी भूमिका निभाएंगी. इस साल की कई फिल्मों में हिम्मती महिलाओं की बात की गई है. कई महान अभिनेत्रियां और निर्देशक इस साल की मुख्य आकर्षण होंगी." (महिला निर्देशकों से चमका वेनिस)

तस्वीर: Lukas Barth/dapd

म्यूनिख फिल्म फेस्टिवल में सैंड्रा नेटलबेक की फिल्म मि. मॉर्गन्स लास्ट लव का यूरोपीय प्रीमियर भी होगा, जिसमें माइकल केन और क्लेमेंस पोएसी ने काम किया है. सउदी अरब की पहली महिला फिल्म निर्देशक हाइफा अल मंसूर अपनी फिल्म वाद्जदा लेकर आ रही हैं. उधर मशहूर फ्रेंच फिल्म और स्टेज डायरेक्टर आरियाने म्नूषकिने भी अपनी नई फिल्म लेस नाउफ्रागेस डु फॉल एस्पोआ के वर्ल्ड प्रीमियर के साथ होंगी. म्यूनिख आ रही महिला निर्देशकों में भारतीय नाम मीरा नायर का है.

हालांकि ऐसा नहीं कि पुरुषों को समारोह से बिल्कुल बाहर ही कर दिया गया हो. केन इस मेले में लाइफटाइम अचीवमेंट सिनेमेरिट अवॉर्ड लेने आ रहे हैं इसके साथ ही उनकी फिल्मों गेट कार्टर, द साइडर हाउस रूल्स और हन्ना एंड हर सिस्टर्स भी दिखाई जा रही हैं. अब तक जिन बड़े सितारों का म्यूनिख पहुंचना तय हुआ है उनमें केन सबसे बड़े नाम हैं.

तस्वीर: Münchner Filmfest

निदेशक इलीने बड़ी साफगोई से कहती हैं कि उनके पास इतना बजट नहीं था कि महज थोड़ी देर के लिए हॉलीवुड सितारों को यहां बुलाने पर 1 लाख यूरो खर्च कर सकें. इसके साथ ही म्यूनिख फिल्म फेस्टिवल इस ओर जाना भी नहीं चाहता. उनका कहना है, "हम सितारों को नहीं खरीद रहे हैं. हम चाहते हैं कि उत्सव फिल्म जाने वाले लोगों के करीब रहे. म्यूनिख फिल्म फेस्टिवल की छवि ऐसी है कि बहुत से अभिनेता और निर्देशक खुद ही यहां आना चाहते हैं, वो हमें पसंद करते हैं."

इलीने के दावे में दम है. फर्नांडो ट्रॉयबा, कोस्टा गावरास, असगर फरहदी और एलेक्स गिबने जैसे कई ऑस्कर विजेता इस समारोह में शामिल हो रहे हैं. समारोह इतालवी निर्देशक पाओलो सोरेंतिनो और चिली के फिल्ममेकर अलेखांद्रो खोदोरोव्स्की का सम्मान करने के लिए उनकी नई फिल्में दिखा रहा है. साथ ही ये दोनों सिनेमा दर्शकों से चर्चा भी करेंगे.

एनआर/एमजे(डीपीए)

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