यहूदी नरसंहार से इंकार असहनीय: पोप
१२ फ़रवरी २००९दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हुए यहूदी जन संहार को लेकर ब्रिटिश बिशप विलयमसन द्वारा दिए गये विवादास्पद टीवी इंटरव्यू के पूरे मामले में एक और नई कड़ी जुड़ गई है. इस पूरे मामले को लेकर पोप बेनेडिक्ट से ताजा बयान आया है कि यहूदी जनसंहार की ऐतिहासिक सच्चाई से जुड़े किसी भी तथ्य को नकारना या झुठलाना असहनीय और अस्वीकार्य है.
गौरतलब है कि 23 जनवरी को विलयमन ने एक स्वीडिश टीवी चैनल के दिए गये इंटरव्यू में यहूदी जन संहार में गैस चेंबर्स की मौजूदगी को पूरी तरह नकार दिया था. यही नहीं, उन्होने तो यह तक कहा था कि साठ लाख यहूदी हत्याओं का ऐतिहासिक आंकड़ा मनगढ़त है.
पोप ने बिशप के बयान की कड़ी आलोचना की. और ये बयान इस पूरे मामले के बाद यहूदियों के साथ हुई अपनी पहली बैठक में दिया. पोप ने कड़े शब्दों में कहा कि यहूदियों के प्रति नफरत का जो वीभत्स रूप दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हुए इस जनसंहार में नजर आया था, वह मानवता के प्रति घोर अपराध है. जो लोग धार्मिक परंपराओं के संरक्षण के काम में लगे हैं, उन्हें तो इस अपराध की सबसे अधिक भर्त्सना करनी चाहिए.
पोलेंड के आउशशवित्स शहर में जिस जगह पर यहूदियों का जन संहार हुआ था, वहां भी पोप गये थे. अपनी उस यात्रा के अनुभवों को बयान करते हुए उन्होने कहा कि यह मेरी ईश्वर से याचना है कि इस हादसे की भयावह याद हमे यहूदियों और ईसाईयों के बीच पनप रही नफरत को शांत करने के लिए प्रेरित करेगी.
गौरतलब है कि अपने बयान की वजह से फैली अशांति के लिए तो विलियमसन ने माफी तो मांग ली है लेकिन उन्होने एतिहासिक आंकड़ों के बारे में जो कुछ भी कहा था, अपनी उस टिप्पणी से वह टस से मस नहीं हुए हैं.