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यह पुरस्कार मुझे क्यों नहीं: सुशील कुमार

२६ जनवरी २०१०

पद्म पुरस्कार ने मिलने से भारत के स्टार कुश्ती खिलाड़ी सुशील कुमार नाराज़. अंतरराष्ट्रीय मुक़ाबलों में भारत के लिए कई पदक जीतने वाले सुशील ने कहा, मैं ऐसा क्या करूं कि सरकार मेरी प्रतिभा पहचाने.

तस्वीर: AP

पद्म पुरस्कारों के एलान के थोड़ी देर बाद पेईचिंग ओलंपिक में भारत के लिए कास्य पदक जीतने वाले कुश्ती खिलाड़ी सुशील कुमार का गुस्सा फूट पड़ा. सुशील ने कहा, ''मुझे ग़हरा धक्का लगा है और दुख हुआ है. क्या कोई मुझे बताएगा कि देश के शीर्ष पुरस्कारों को लेकर मेरे बारे में क्यों नहीं सोचा गया. इस तरह के पुरस्कार मनोबल बढ़ाते हैं और प्रोत्साहित करते हैं.''

काफी़ नाराज़ दिखाई पड़ रहे सुशील कुमार ने कहा, ''सरकार के सामने मैं अपनी प्रतिभा साबित करने के लिए और क्या करूं. मैं उम्मीद करता हूं कि उन्हें इसका अहसास होगा.'' भारत के स्टार कुश्ती खिलाड़ी सुशील के मुताबिक, ''बात पुरस्कारों की नहीं है. मैं चाहता हूं कि सरकार मेरी प्रतिभा पहचाने. उन्होंने एक ग़लत संदेश दिया है.''

नाराज़ हैं सुशीलतस्वीर: AP

दो साल पहले पेईचिंग ओलंपिक में भारत को एक स्वर्ण पदक और दो कांस्य पदक मिले थे. निशानेबाज़ी में स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव बिंद्रा को बीते साल यह सम्मान मिला. मुक्केबाज़ी में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर सिंह को इस बार पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है. लेकिन उन्हीं खेलों में लाल ड्रेस पहनकर कांस्य पदक जीतने वाले 26 साल के कुश्तीबाज़ सुशील का कहना है कि इस आधार पर हक़ तो उनका भी बनता है. सुशील 66 किलोग्राम वर्ग कुश्ती में 2003, 2005 और 2007 में कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडल भी जीत चुके हैं.

कई पहलवानों का दम निकाल देने वाले सुशील ख़ुद को राजनीति के अखाड़े में बेसहारा मानते हैं. सोमवार को उन्होंने कहा, ''हर जगह राजनीति ही दिखाई पड़ती है लेकिन ऐसे कोई एक कुछ नहीं कर सकता.''

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य

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