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यानुकोविच की मांगें अनुचित: मैर्केल

३१ जनवरी २०१४

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने कहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच की मांग कि प्रदर्शनकारी सरकारी इमारतों पर कब्जा छोड़ दें, अनुचित है. वहीं संयुक्त राष्ट्र ने विरोधियों पर हुई कार्रवाई की जांच की मांग की है.

तस्वीर: picture alliance/AP Photo

पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनल्ड टस्क से बात करते हुए मैर्केल ने कहा, "मैं इस बात पर विपक्ष का समर्थन करती हूं कि वे सरकारी इमारतों को खाली नहीं कर सकते." यूक्रेन की राजधानी कीव में चल रहे प्रदर्शनों के दौरान विपक्षी कार्यकर्ताओं ने कई सरकारी इमारतों पर कब्जा किया हुआ है. उनका कहना है कि ठंडे मौसम के चलते उन्हें ऐसा करना पड़ रहा है. कीव में तापमान शून्य से 15 डिग्री कम है और प्रदर्शनकारी सर्दी से बचने के लिए इमारतों में रह रहे हैं. मैर्केल ने इस बारे में कहा, "विपक्ष के पास प्रदर्शन जारी रखने का कोई जरिया तो होना ही चाहिए, वरना यह तो प्रदर्शनों पर रोक लगाने की रणनीति हुई."

वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने म्यूनिख पहुंचे हैं जहां वह यूक्रेन के विपक्षी नेताओं से भी भेंट कर रहे हैं. कैरी से मिलने वाले विपक्षी नेताओं में उदार पार्टी के विताली क्लिचको के साथ साथ पेट्रो पोरोशेंको भी शामिल हैं. इसके अलावा पूर्व वित्त मंत्री आर्सेनी यात्सेनयुक भी हैं जो कि पूर्व प्रधानमंत्री यूलिया टीमोशेंको के करीबी माने जाते हैं.

यातना की जांच

यूक्रेन पुलिस ने एक प्रदर्शनकारी को यातना दिए जाने के मामले में जांच शुरू कर दी है. 35 साल के दिमित्रो बुलातोव का कहना है कि उनका अपहरण किया गया और उन्हें एक हफ्ते से ज्यादा बंदी बना कर रखा गया. इस दौरान उन्हें यातना दी गई. 22 जनवरी को उनका अपहरण किया गया था और गुरूवार को कीव के बाहर उन्हें बुरी हालत में जख्मी पाया गया.

तस्वीर: DW/R. Goncharenko

बुलातोव का कहना है कि अपहरणकर्ताओं ने उन्हें बुरी तरह मारा पीटा, हाथ में नाखून गड़ाए और कान और चेहरा को काट खाया. अपने बयान में उन्होंने कहा है कि वह अपहरणकर्ताओं की शिनाख्त नहीं कर सकते क्योंकि पूरा समय उन्हें अंधेरे कमरे में रखा गया था जहां वह कुछ भी देख नहीं पाए. स्थानीय टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "उन लोगों ने मुझे सूली पर चढ़ाया, मेरे शरीर का कोई हिस्सा ऐसा नहीं है जहां उन्होंने मुझे चोट ना दी हो. भगवान का शुक्र है कि मैं जिंदा हूं."

कल विपक्षी नेता पेट्रो पोरोशेंको उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे. मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, "दिमित्रो ने सबको अपनी शुभकामनाएं भेजी हैं और कहा है कि अभी वह टूटा नहीं है और आगे भी वह नहीं टूटेगा. उसके शरीर को भले ही यातना दी गयी हो, लेकिन वह अभी भी ऊर्जा से भरा हुआ है." बुलातोव को खोज निकालने के लिए विपक्षी कार्यकर्ताओं ने आंदोलन शुरू कर दिया था. उन्होंने उच्च सरकारी अधिकारियों से बातचीत की. यहां तक कि यह घोषणा भी की कि जो भी कोई उन्हें ढूंढ निकालेगा उसे 25,000 डॉलर का इनाम दिया जाएगा. विपक्षी नेता और बॉक्सर विताली क्लिचको ने भी इस मामले की निंदा की है और कहा है कि यह सरकार की प्रदर्शनों को प्रभावित करने की एक नाकाम कोशिश थी.

संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन सरकार से ऐसे सभी मामलों की जांच करने को कहा है. संयुक्त राष्ट्र में मानाधिकार उच्चायोग के प्रवक्ता रूपर्ट कोविल ने कहा, "हाल में कीव में मौत की घटनाओं से हम स्तंभित हैं. इनकी जल्द से जल्द पूर्ण और निष्पक्ष जांच होना जरूरी है." उन्होंने कहा कि वह अपहरण और यातना के मामलों पर पूरी रिपोर्ट चाहते हैं.

आईबी/एमजे (डीपीए, एएफपी, रॉयटर्स)

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