युक्रेन और पोलैंड में ही होगा 2012 का यूरो कप
२६ सितम्बर २००८2016 से फुटबॉल की यूरोपीय चैंपियनशिप यूएफा कप में 16 की बजाए 24 टीमें भाग ले सकेंगी. यह जानकारी यूएफा समिति के सदस्य जर्मनी के फ्रांज़ बेकेनबाउर ने गुरुवार को समिति की बैठक के बाद कही.
समिति की इस घोषणा पर आलोचकों का मानना है कि इससे चैंपियनशिप का स्तर गिरेगा लेकिन समिति के अध्यक्ष मिशेल प्लातिनी ने इसका खंडन किरते हुए कहा कि ज़रूरी नहीं है कि आकार बढ़ाने से चैंपियनशिप के स्तर फर्क़ पड़े. भाग लेने वाले टीमों की संख्या बढ़ाने से यूएफा के 53 सदस्यों में से केवल आधे ही अंतिम टीमों तक पहुंच सकेंगे.
1960 से 1976 तक केवल पांच ही टीमें यूएफा कप में खेलती थीं लेकिन फिर 1980 में इनकी संख्या बढ़ा कर 8 की गई. 1996 में निर्णय लिया गया कि इस चैंपियनशिप को और बड़े स्तर पर किया जाए और इसलिये इसमें 16 टीमों का चयन किया जाने लगा. तबसे आयोजकों पर दबाव बढ़ रहा था कि टीमों की संख्या बढ़ाई जाए.
उधर कहा जा रहा है कि पोलैंड और युक्रेन यूरो कप 2012 के आयोजन की आवश्यक तैयारी में ढिलाई दिखा रहे हैं लेकिन निर्णय लिया गया है कि यह चैंपियनशिप इन निर्धारित देशों में ही होगी और युक्रेन और पोलैंड को तैयारी नियत समय पर ख़त्म करनी होगी.
प्लातिनी ने इस साल दो बार युक्रेन और पोलैंड की यात्रा की थी और अधिकारियों को चेताया था कि अगर स्टेडियम और आधारभूत ज़रूरते पूरी नहीं होतीं तो यूरो कप का आयोजन स्थल बदल दिया जाएगा.