यूएई में गैस का बड़ा भंडार मिला है. तेल आधारित अर्थव्यवस्था वाले देश यूएई के लिए यह बड़े राहत की बात है क्योंकि वह पड़ोसी देश कतर पर गैस के लिए निर्भर था. गैस भंडार और कच्चे तेल के भंडार में क्या अंतर होता है?
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संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने 3 फरवरी को ऐलान किया कि वहां 80 ट्रिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक फीट का एक प्राकृतिक गैस फील्ड मिला है. इसे 2005 के बाद सबसे बड़ी गैस भंडार की खोज माना जा रहा है. कतर से यूएई के संबंध खराब होने के बाद यूएई के लिए यह एक बड़ी राहत की खबर है.
इस गैस रिजर्वायर का नाम जेबेल अली रखा गया है. यह जगह दुबई और अबू धाबी के बीच में मौजूद है. इस गैस भंडार का पूरा इलाका लगभग 5000 वर्ग किलोमीटर बताया गया है. इससे पहले 2005 में तुर्केमेनिस्तान में 80 ट्रिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक फीट का एक गैस फील्ड मिला है. मध्य पूर्व के देशों में ये चौथा सबसे बड़ा गैस भंडार बन गया है. इससे पहले कतर का नॉर्थ फील्ड, ईरान का साउथ फारस और अबू धाबी का बाब फील्ड गैस रिजर्वायर हैं.
ऑइल और गैस रिजर्वायर में क्या अंतर है?
जमीन के नीचे से निकलने वाले ईंधन को जीवाश्म ईंधन कहा जाता है. जीवाश्म ईंधन करोड़ों साल पहले जमीन के नीचे दबे जीवाश्मों, पेड़, पौधों से बनता है. जीवाश्म ईंधन में कच्चा तेल, गैस और कोयला शामिल हैं. ऐसा नहीं है कि जमीन के नीचे हर जगह पर जीवाश्म ईंधन मौजूद होता है. जीवाश्म ईंधन का पता करने के लिए रिसर्च की जाती है. जहां पर जीवाश्म ईंधन होने के संकेत मिलते हैं वहां मशीनों से खुदाई होती है. खुदाई से पता चलता है कि उस जगह पर जीवाश्म ईंधन है या नहीं.
जमीन के नीचे कच्चा तेल और गैस दोनों ही मिलते हैं. कच्चा तेल कोई एक अवयव नहीं होता है. इसमें कई सारे हाइड्रोकार्बन मिले रहते हैं. जब कच्चे तेल को गर्म किया जाता है तो अलग-अलग तापमान पर अलग-अलग अवयव अलग होते जाते हैं. कच्चे तेल को रिफाइन करने पर प्राकृतिक गैस भी निकलती हैं. इनमें एलपीजी और सीएनजी शामिल होते हैं. कच्चे तेल के कुओं में तेल के अलावा गैस और पानी भी निकलता है.
जो गैस कच्चे तेल की रिफाइनिंग या कच्चे तेल के कुएं में अलग से मिलती हैं उन्हें एसोसिएटेड गैस कहा जाता है. मध्य पूर्व के देशों में अधिकांश इसी तरह की गैस निकलती है जो कच्चे तेल के कुओं में होती है. जो गैस कच्चे तेल के कुओं में ना निकलकर अलग से निकलती हैं उन्हें नॉन एसोसिएटेड गैस कहा जाता है. यूएई में फिलहाल मिला गैस फील्ड नॉन एसोसिएटेड गैस फील्ड है. उत्तरी अमेरिका में मिलने वाले गैस भंडार नॉन एसोसिएटेड गैसों के ही होते हैं.
प्राकृतिक गैसों में मेथेन और एथेन प्रमुखता से होती हैं. इसके अलावा बाकी हाइड्रोकार्बन की मात्रा भी होती है. जलने पर ये गैसें बहुत कम मात्रा में प्रदूषण करती हैं. इसके चलते इन्हें अधिक इस्तेमाल में लिया जाता है. गाड़ी चलाने में काम आने वाली सीएनजी और खाना बनाने में इस्तेमाल होने वाली एलपीजी प्राकृतिक गैस ही हैं. प्राकृतिक गैसों का इस्तेमाल बिजली बनाने के लिए भी किया जाता है. यूएई में मिले इस बड़े गैस भंडार से निकली गैस को बिजली बनाने के काम में लेने की योजना है.
यूएई यानी संयुक्त अरब अमीरात. कई बार सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को लेकर कंफ्यूजन हो जाता है. लेकिन ये दोनों अलग अलग देश हैं. जानते हैं संयुक्त अरब अमीरात के बारे में.
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सात अमीरात से बना देश
अमीरात अरबी भाषा का शब्द है. इसका मतलब रियासत या राज्य होता है. अमीरात के राजा को अमीर कहा जाता है. इन अमीरातों में अरबी भाषा बोली जाती है. संयुक्त अरब अमीरात में सात अमीरात हैं. इन अमीरातों में अलग अलग अमीर होते हैं. सब अमीरात को मिलाकर एक राष्ट्रपति होता है.
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1971 में मिली आजादी
1971 तक इन अमीरातों पर अंग्रेजों का राज था. दिसंबर 1971 में अमीरातों को अंग्रेजों से आजादी मिली. तब छह अमीरातों ने एक होकर नया देश बनाया. एक अमीरात रास अल खइमाह 1972 में संयुक्त अरब अमीरात में शामिल हुआ. यूएई अरब देशों में सबसे उदारवादी देश माना जाता है.
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सातों अमीर बनाते हैं सरकार
सातों अमीर मिलकर एक काउंसिल बनाते हैं जो प्रधानमंत्री की नियुक्ति करती है. प्रधानमंत्री ही उपराष्ट्रपति भी होता है. फिलहाल यूएई के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन राशिद अल मकदूम हैं. अबू धाबी के अमीर खलीफा बिन जायद अल नह्यान यूएई के राष्ट्रपति हैं.
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सबसे ज्यादा भारतीय
अगर समुदायों की बात करें तो यूएई में सबसे ज्यादा भारतीय रहते हैं. वहां 27.8 प्रतिशत भारतीय, 12 प्रतिशत अमीराती, 10.2 प्रतिशत पाकिस्तानी, 9.5 प्रतिशत बांग्लादेशी, 6.1 प्रतिशत फिलिपीनी, 4.76 प्रतिशत ईरानी, 4.23 प्रतिशत मिस्र के लोग, 2.2 प्रतिशत चीनी और करीब 14.1 प्रतिशत दूसरे देशों के रहने वाले हैं.
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दुबई
इन अमीरातों में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला अमीरात दुबई है. दुबई की जनसंख्या करीब 42 लाख है. दुबई के अमीर का नाम शेख मोहम्मद है. दुबई का क्षेत्रफल 3,885 वर्ग किलोमीटर है.
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अबू धाबी
अबू धाबी क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा अमीरात है. इसका क्षेत्रफल 67,340 वर्ग किलोमीटर है. अबू धाबी की जनसंख्या करीब 28 लाख है. यहां के अमीर शेख खलीफा है.
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शारजाह
तीसरा सबसे बड़ा अमीरात शारजाह है. शारजाह का क्षेत्रफल 2,590 वर्ग किलोमीटर और जनसंख्या करीब 24 लाख है. यहां के अमीर शेख सुल्तान हैं
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अजमान
जनसंख्या के आधार पर चौथा सबसे बड़ा अमीरात अजमान है. अजमान की जनसंख्या करीब पांच लाख और क्षेत्रफल 259 वर्ग किलोमीटर है. यहां के अमीर शेख हुमैद हैं.
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रास अल खइमाह
जनसंख्या में पांचवा सबसे बड़ा अमीरात रास अल खइमाह है. यहां करीब चार लाख लोग रहते हैं. इसका क्षेत्रफल 1,684 वर्ग किलोमीटर है. इसके अमीर शेख सऊद हैं.
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फुजैराह
छठा बड़ा अमीरात है फुजैराह. इसमें करीब डेढ़ लाख लोग रहते हैं. इसका क्षेत्रफल 1,165 वर्ग किलोमीटर है. यहां के अमीर शेख हमद हैं.
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उम अल कुवैन
सबसे छोटा अमीरात उम अल कुवैन है. यहां करीब 72 हजार लोग रहते हैं. यहां का क्षेत्रफल 777 वर्ग किलोमीटर है. यहां के अमीर का नाम शेख सऊद है.