संधि के बाद भी वेस्ट बैंक पर अधिकार जमा सकता है इस्राएल
१४ अगस्त २०२०
संयुक्त अरब अमीरात के साथ इस्राएल की ऐतिहासिक संधि की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद इस्राएल में अमेरिका के राजदूत ने कहा कि इस्राएल ने पश्चिमी तट पर अपना अधिकार जमाने की योजना का त्याग नहीं किया है.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ एक समाचार वार्ता में डेविड फ्रीडमन ने कहा, "वो अभी मेज से हटा नहीं है, सिर्फ तब तक टल गया है जब तक हम शांति को हर संभव अवसर नहीं दे देते." इस्राएल और यूएई एक ऐतिहासिक संधि के तहत आपसी रिश्तों को सामान्य करने पर सहमत हो गए हैं. यूएई इस्राएल के साथ इस तरह का समझौता करने वाला सिर्फ तीसरा अरब देश बन गया है. संधि के तहत, इस्राएल ने फिलिस्तीनी भूमि पर अधिकार जमाने की प्रक्रिया को रोक देने का वादा किया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरूवार को घोषणा की कि इस्राएल और यूएई के नेता संधि पर व्हाइट हाउस में लगभग तीन सप्ताह बाद हस्ताक्षर करेंगे. संधि की घोषणा के कुछ घंटों बाद एक समाचार वार्ता में बोलते हुए ट्रंप ने नेतन्याहू और यूएई के शासक शेख मोहम्मद बिन जायेद अल-नैहान को "दूरदर्शिता और नेतृत्व" दिखाने वाले "शानदार" साझेदार बताया.
इस्राएली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह एक "ऐतिहासिक दिन" है और यह अरब देशों और इस्राएल के लिए एक "नए युग" की शुरुआत करेगा. लेकिन फिलिस्तीनियों ने संधि को दृढ़तापूर्वक खारिज कर दिया और उसे उनके आंदोलन और यरुशलम पर उनके भावी राज्य की राजधानी के दावे के साथ "विश्वासघात" बताया.
संधि पर हस्ताक्षर के लिए जब व्हाइट हाउस में सम्मेलन होगा, तब उस से अमेरिका में मध्य पूर्वे से संबंधित पिछली संधियों पर हस्ताक्षर की यादें ताजा हो जाएंगी. इनमें 1993 की ओस्लो संधियां शामिल हैं जिनके तहत इस्राएली नेता यित्झाक रेबिन और फिलिस्तीनी नेता यासिर अराफात वॉशिंगटन में एक साथ आए थे.
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने भी उस सम्मलेन की मेजबानी की थी जिसमें मिस्र के अनवर सादत और इस्राएल के मेनाचेम बेगिन के बीच 1978 में कैंप डेविड संधियों पर हस्ताक्षर हुए थे.
इसी बीच संयुक्त राष्ट्र के महासचिव अंटोनियो गुटेरेश ने उम्मीद व्यक्त की है इस्राएल-यूएई संधि मध्य पूर्व में शांति के लिए फिलिस्तीनियों के साथ दो-राज्य समाधान को हासिल करने में मददगार साबित होगी. गुटेरेश ने कहा कि पश्चिमी बैंक का कब्जा इस्राएल और फिलिस्तीन के नेताओं के बीच बातचीत के "रास्ते प्रभावी रूप से बंद कर देगा" और दो-राज्य समाधान के तहत एक व्यवहार्य फिलिस्तीनी राज्य की "संभावना को नष्ट" कर देगा.
मुस्लिम देश इस्राएल को मध्यपूर्व में विवादों का केंद्र कहते हैं. एक तरफ उसके आलोचक हैं तो दूसरी तरफ उसके मित्र. लेकिन इस रस्साकसी से इतर बहुत कम लोग जानते हैं कि इस्राएल आखिर कैसा है.
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राष्ट्र भाषा
आधुनिक हिब्रू के अलावा अरबी इस्राएल की मुख्य भाषा है. ये दोनों 1948 में बने इस्राएल की आधिकारिक भाषाएं हैं. आधुनिक हिब्रू 19वीं सदी के अंत में बनी. पुरातन हिब्रू से निकली आधुनिक हिब्रू भाषा अंग्रेजी, स्लाविक, अरबी और जर्मन से भी प्रभावित है.
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छोटा सा देश
1949 के आर्मिस्टिक समझौते के मुताबिक संप्रभु इस्राएल का क्षेत्रफल सिर्फ 20,770 वर्ग किलोमीटर है. इस समझौते पर मिस्र, लेबनान, जॉर्डन और सीरिया ने दस्तखत किए थे. लेकिन फिलहाल पूर्वी येरुशलम से लेकर पश्चिमी तट तक इस्राएल के नियंत्रण में 27,799 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र है. इस्राएल के उत्तर से दक्षिण की दूरी 470 किमी है. देश का सबसे चौड़ा भूभाग 135 किलोमीटर का है.
अनिवार्य सैन्य सेवा
इस्राएल दुनिया का अकेला ऐसा देश है जहां नागरिकों और स्थायी रूप से रहने वाली महिला व पुरुषों के लिए सैन्य सेवा अनिवार्य है. 18 साल की उम्र के हर इस्राएली को योग्य होने पर तीन साल सैन्य सेवा करनी पड़ती है. महिलाओं को दो साल सेना में रहना पड़ता है.
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फलीस्तीन के समर्थक
नेतुरेई कार्टा का मतलब है कि "सिटी गार्ड्स." यह 1939 में बना एक यहूदी संगठन है. यह इस्राएल की स्थापना का विरोध करता है. इस संगठन का कहना है कि एक "यहूदी मसीहा" के धरती पर आने तक यहूदियों को अपना देश नहीं बनाना चाहिए. इस संगठन को फलीस्तीनियों का समर्थक माना जाता है.
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राष्ट्रपति पद ठुकराया
महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइनस्टाइन भले ही पूजा नहीं करते थे, लेकिन जर्मनी में यहूदियों के जनसंहार के दौरान उनका यहूदी धर्म की तरफ झुकाव हो गया. उन्होंने यहूदी आंदोलन के लिए धन जुटाने के लिए ही अमेरिका की पहली यात्रा की. बुढ़ापे में उन्हें इस्राएल का राष्ट्रपति बनने का न्योता दिया गया, आइनस्टाइन ने इसे ठुकरा दिया.
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ईश्वर को चिट्ठियां
हर साल येरुशलम के डाक घर को 1,000 से ज्यादा ऐसे खत मिलते हैं, जो भगवान को लिखे जाते हैं. ये चिट्ठियां कई भाषाओं में लिखी होती हैं और विदेशों से भी आती हैं. ज्यादातर खत रूसी और जर्मन में होते हैं.
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येरुशलम की पीड़ा
इतिहास के मुताबिक येरुशलम शहर दो बार पूरी तरह खाक हुआ, 23 बार उस पर कब्जा हुआ, 52 बार हमले हुए और 44 बार शहर पर किसी और का शासन हुआ. गिहोन झरने के पास शहर का सबसे पुराना इलाका है, कहा जाता है कि इसे 4500-3500 ईसा पूर्व बनाया गया. इसे मुसलमानों, ईसाइयों और यहूदियों का पवित्र शहर कहा जाता है.
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पैसेंजर फ्लाइट का रिकॉर्ड
24 मई 1991 को इस्राएली एयरलाइन कंपनी एल अल का बोइंग 747 विमान 1,088 यात्रियों को लेकर इस्राएल पहुंचा. किसी जहाज में यह यात्रियों की रिकॉर्ड संख्या है. इथियोपिया के ऑपरेशन सोलोमन के तहत यहूदियों को अदिस अबाबा से सुरक्षित निकालकर इस्राएल लाया गया.
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खास है मुद्रा
इस्राएली मुद्रा शेकेल दुनिया की उन चुनिंदा मुद्राओं में से है जिनमें दृष्टिहीनों के लिए खास अक्षर हैं. दृष्टिहीनों की मदद करने वाली मुद्राएं कनाडा, मेक्सिको, भारत और रूस में भी हैं.