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यूएन एजेंडे का भारत ने स्वागत किया

१५ नवम्बर २०१०

दुनिया के अनसुलझे विवादों की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सूची से जम्मू कश्मीर के मामले को हटाने का भारत ने स्वागत किया है. पाकिस्तान पहले ही इस पर अपनी आपत्ति दर्ज करा चुका है.

तस्वीर: picture alliance/dpa

भारत ने सुरक्षा परिषद में इस महीने के कामकाज के एजेंडे में विवादों की सूची में जम्मू कश्मीर को शामिल न करने को सही ठहराते हुए इसे स्वागतयोग्य पहल बताया है. भारत की विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर ने कहा "ऐसी जानकारी मिली है कि अनसुलझे विवादों की सूची में जम्मू कश्मीर के मामले को शामिल नहीं किया गया है. मुझे लगता है कि अगर ऐसा हुआ है तो मैं इसका स्वागत करती हूं. हमने शुरू से ही दुनिया के सामने यह बात मजबूती से रखी है कि जम्मू कशमीर भारत का अभिन्न अंग है."

कौर ने इसे स्वागतयोग्य पहल बताते हुए उम्मीद जताई कि संयुक्त राष्ट्र इसी तरह से यह भी समझेगा कि जम्मू कश्मीर का मामला भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मसला है. इससे पहले सोमवार को ही पाकिस्तान सुरक्षा परिषद की इस कार्रवाई पर अपना विरोध दर्ज करा चुका है.

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के दूत हुसैन बी सियाल ने महासभा की बैठक में कहा, "सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के तौर पर ब्रिटेन की ओर से पेश की गई सूची में जम्मू कश्मीर मामले का दुनिया भर के अनसुलझे विवादों में कहीं कोई जिक्र ही नहीं है. हम समझते हैं कि यह एक बड़ी भूल है. क्योंकि सुरक्षा परिषद के एजेंडे में जम्मू कश्मीर सबसे विवादित मुद्दों में से एक है."

पाकिस्तान लंबे समय से कश्मीर मामले में संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप करने की मांग करता रहा है. लेकिन भारत इस मामले को पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय आधार पर आपसी सुलह से निपटाने की दुहाई देकर संयुक्त राष्ट्र या किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता का विरोध कर रहा है. जानकारों की राय में जम्मू कश्मीर के मामले पर संयुक्त राष्ट्र में मध्यस्थता की कवायद में लगे पाकिस्तान के लिए सुरक्षा परिषद की सूची से इस मामले को हटाना करारा झटका साबित हो सकता है.

रिपोर्टः पीटीआई/निर्मल

संपादनः वी कुमार

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