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यूएन पर्यवेक्षक सीरिया पहुंचे, हिंसा जारी

१६ अप्रैल २०१२

संयुक्त राष्ट्र के मॉनीटरों की एक छोटी टीम सीरिया पहुंच गई है लेकिन काम सरकार के साथ बातचीत के बाद शुरू करेगी. सैनिकों और विद्रोहियों के बीच संघर्ष विराम की निगरानी के लिए और मॉनीटर आने वाले दिनों में सीरिया पहुंचेंगे.

तस्वीर: DW

सीरिया में मध्यस्थता कर रहे पूर्व संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफी अन्नान के प्रवक्ता ने कहा है कि छह पर्यवेक्षकों की टीम रविवार शाम दमिश्क पहुंची. इसका नेतृत्व मोरक्को के कर्नल अहमद हिम्मिशे कर रहे हैं. अन्ना के प्रवक्ता फौजी अहमद ने कहा, "आज सुबह ऑपरेटिंग मुख्यालय बनाने और सीरिया सरकार और विद्रोहियों के साथ संपर्क स्थापित करने के साथ मिशन की शुरुआत हो रही है ताकि दोनों पक्ष संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षकों की भूमिका को पूरी तरह समझें." फौजी अहमद के अनुसार बाकी 25 पर्यवेक्षक अगले कुछ दिनों में सीरिया पहुंच जाएंगे.

निहत्थे हैं यूएन पर्यवेक्षक

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य शनिवार को अपनी बैठक में निहत्थे पर्यवेक्षकों को सीरिया भेजने पर राजी हो गए जो वहां गुरुवार को औपचारिक रूप से शुरू हुए संघर्ष विराम की निगरानी करेंगे. चीन और रूस ने इस फैसले का समर्थन किया. इससे पहले पेश प्रस्तावों को उन्होंने वीटो कर दिया था. संघर्ष विराम तो हो गया है लेकिन विद्रोहियों के गढ़ होम्स से हिंसा और गोलाबारी की खबरें मिली हैं. फौजी ने रविवार  को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सुरक्षा परिषद इस सप्ताह के अंत तक एक और प्रस्ताव पास कर 250 मॉनीटरों वाले पूरे मिशन को मंजूरी दे देगा जिसमें मानवाधिकार विशेषज्ञ भी शामिल होंगे.

तुर्की में सीरियाई शरणार्थीतस्वीर: Reuters

इस बीच एएफपी ने पर्यवेक्षकों के दल के दमिश्क पहुंच जाने के बाद हमा और इदलीब में नई लड़ाई की खबर दी है. ब्रिटेन में मौजूद सीरियाई मानवाधिकारों पर नजर रखने वाले संगठन के हवाले से कहा गया है कि राष्ट्रपति बशर अल असद के सैनिकों की कार्रवाई में हमा में दो लोग मारे गए जबकि इदलीब में विद्रोहियों के साथ लड़ाई हो रही है. सैनिकों ने होम्स में बमबारी की है. गुरुवार को संघर्ष विराम शुरू होने के बाद से 41 लोग मारे गए हैं जिनमें ज्यादातर आम लोग हैं. इसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने सीरिया से यह सुनिश्चित करने को कहा कि संघर्ष विराम टूटे नहीं.

संयुक्त राष्ट्र का यह मिशन कोफी अन्नान की छह सूत्री शांति योजना का एक हिस्सा मात्र है. वे सीरिया में और पर्यवेक्षक चाहते हैं लेकिन सुरक्षा परिषद ने कहा है कि ऐसा तभी होगा जब वहां हिंसा रुक जाती है. सरकारी समाचार एजेंसी साना ने कहा है कि सीरिया पर्यवेक्षकों के मिशन का 'स्वागत' करता है और उम्मीद करता है कि पर्यवेक्षक स्वयं 'हथियारबंद आतंकी दलों' के 'अपराधों' को देख पाएंगे.

मिशन की बड़ी चुनौती

पर्यवेक्षक मिशन के सामने संघर्ष विराम की निगरानी की भारी चुनौती है. पश्चिमी देशों को संघर्ष विराम के लिए राष्ट्रपति असद की सरकार की इमानदारी पर संदेह है. लगातार ऐसी खबरे आ रही हैं कि सरकारी सैनिक विद्रोहियों के गढ़ पर हमला कर रहे हैं और विपक्षी सैनिकों के साथ लड़ रहे हैं. बढ़ती हिंसा के कारण अरब लीग ने सीरिया में अपने मिशन को एक महीने बाद ही बंद कर दिया था.

फ्री सीरिया आर्मी के विद्रोहीतस्वीर: AP

सीरियाई अधिकारियों ने रविवार को आरोप लगाया था कि विद्रोहियों ने सेना पर हमले तेज कर दिए हैं और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी थी. एक सेनाधिकारी ने सरकारी मीडिया में विद्रोही पर संघर्ष विराम को तोड़ने के लिए जानबूझकर हमलों में तेजी लाने का आरोप लगाया. सीरियाई समाचार एजेंसी साना ने कहा है कि विदेश मंत्री वालिद मुअल्लम अन्नान मिशन पर चर्चा के लिए चीनी विदेश मंत्री यांग यीची से बात करने बीजिंग जाएंगे.

संयुक्त राष्ट्र के ताजा फैसले का सीरिया के विद्रोहियों ने स्वागत किया है. सीरिया की नेशनल काउंसिल के नेता बुरहान गालियून ने एक बयान में कहा है, "हम अन्नान की योजना को सफल बनाने के कदम उठाने को तैयार हैं." संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार के किलाफ विद्रोह की शुरुआत के बाद से पिछले 13 महीने में सीरिया में 9000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.विपक्षी पर्यवेक्षकों का कहना है कि मरने वालों की संख्या 10,000 को पार कर गई है.

रिपोर्टः महेश झा (रॉयटर्स, एएफपी)

संपादनः एन रंजन

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