रूस और नाटो में तनातनी
११ अप्रैल २०१४![Symbolbild - russische Soldaten bei einer Übung](https://static.dw.com/image/17545086_800.webp)
बेल्जियम के मोन्स में नाटो मुख्यालय में ब्रिटेन के ब्रिगेडियर गैरी डीकिन ने कहा, "वहां एक सेना है जो बहुत सक्षम है और एकदम हाई अलर्ट पर है. जैसा कि हम इस फोटो में देख सकते हैं. यह रास्तों और संचार के साधनों से सटी हुई है. जरूरत पड़ने पर यह तेजी से यूक्रेन की सीमा में पहुंच सकती है." साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर रूस के नेता यूक्रेन में सेना भेजने का फैसला लें तो वह 12 घंटे के भीतर वहां पहुंच सकती हैं.
नाटो के मुताबिक यूक्रेनी सीमा से सटी 100 अलग अलग जगहों पर रूसी सेनाएं देखी गई हैं. पश्चिमी देशों के गठबंधन ने व्यावसायिक सैटेलाइट तस्वीरों को रिपोर्टरों को दिखाते हुए अपनी चेतावनी का सबूत दिया कि रूस यूक्रेन के लिए खतरा बन सकता है. रूस ने इन सब रिपोर्टों का खंडन करते हुए कहा कि नाटो अपने अलायंस के लिए समर्थन इकट्ठा करना चाहता है.
पुतिन की सीधी चेतावनी
जो भी सैटेलाइट तस्वीरें हैं उनमें सैन्य बेस नहीं दिखाई दे रहा बल्कि खेत जैसे दिखाई दे रहे थे. ये जगहें यूक्रेन की सीमा से 40 किलोमीटर से लेकर 150 किलोमीटर दूर है. उधर पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थकों की प्रशासन के साथ झड़पें जारी हैं और वे भी पश्चिमी यूक्रेन के विरोध प्रदर्शनकारियों की तरह सरकारी इमारतों पर कब्जा जमाए बैठे हैं लेकिन यूक्रेनी सरकार के विरोध में.
रूस ने ईयू को चेतावनी दे दी है कि अगर उसने यूक्रेन का कर्ज नहीं चुकाया तो वह गैस की आपूर्ति रोक देंगा. यह राष्ट्रपति पुतिन की सीधी चेतावनी है.
अब यूक्रेन को 2.2 अरब डॉलर का बिल चुकाना है. पिछले ही हफ्ते रूस ने यूक्रेन को निर्यात की जाने वाली गैस की कीमत 81 प्रतिशत बढ़ा दी थी. गैस के लिए किसी ईयू देश से ली जाने वाली ये सबसे ज्यादा कीमत है.
एएम/ (रॉयटर्स, एएफपी)