1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

यूक्रेन में कब्जे की जंग

Anwar Jamal Ashraf२ मई २०१४

यूक्रेन ने रूसी बहुल स्लावियांस्क इलाके पर दोबारा कब्जे के लिए बड़ा अभियान छेड़ दिया है. यहां अलगाववादियों ने कब्जा जमा रखा है. रूस और यूक्रेन के बीच कुछ इलाकों को लेकर गहरा तनाव चल रहा है.

तस्वीर: dpa

अलगाववादियों का कहना है कि उनके शहर पर हेलिकॉप्टर से हमला किया गया है और इस दौरान कम से कम एक हेलिकॉप्टर को मार गिराया गया है. यूक्रेन सरकार ने इस बात की पुष्टि की है कि हेलिकॉप्टर पर निशाना बनाया गया है और इसके पायलट की मौत हो गई है. शहर के स्वयंभू मेयर व्याचेस्लाव पोनोमारियोव का कहना है कि दो हेलिकॉप्टरों को गिराया गया. रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने उनके हवाले से रिपोर्ट दी, "एक पायलट को बंदी बना लिया गया, दूसरे की मौत हो गई."

स्लावियांस्क के स्वयंभू मेयर व्याचेस्लाव पोनोमारियोवतस्वीर: picture-alliance/dpa

पूर्वी यूक्रेन के इस शहर में अलगाववादी रूस के साथ जुड़ना चाहते हैं. स्लावियांस्क की सैनिक कार्रवाई यूक्रेन की तरफ से पहला जवाबी हमला है. यूक्रेन में सत्ता परिवर्तन के बाद नई सरकार ने अलगाववादियों और विद्रोहियों पर काबू पाने में लाचारी जताई थी.

अलगाववादियों ने डोनेस्क शहर में भी कई इमारतों पर कब्जा जमा रखा है और वहां से पुलिस पर पत्थर फेंक रहे हैं और कभी कभी आंसू गैस के गोले बरसा रहे हैं. 40 लाख लोगों के इस शहर ने "पीपल्स रिपब्लिक ऑफ डोनेस्क" की घोषणा कर दी है और यहां भी 11 मई को जनमत संग्रह का इरादा है. इससे पहले यूक्रेनी शहर क्रीमिया में जनमत संग्रह हो चुका है, जहां के लोगों ने यूक्रेन से अलग होने और रूस में मिलने के लिए वोटिंग की है. इस बीच रूस ने क्रीमिया को मिला लिया है.

देश के सबसे पूर्वी प्रांत लुहांस्क में बुधवार को बंदूकधारियों ने होरलिवका और अलचेव्स्क शहरों पर भी कब्जा कर लिया. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का कहना है कि अगर यूक्रेन अपने पूर्वी प्रांतों को खोता है, तो उसे 17 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज को दोबारा से डिजाइन करना होगा.

हर तरफ अफरा तफरीतस्वीर: Reuters

यूक्रेन में स्थिति बिगड़ती देख कामचलाऊ प्रधानमंत्री ओलेक्जांडर तुर्चिनोव ने 18 और 25 साल के पुरुषों के लिए सैनिक सेवा अनिवार्य कर दी है. अपने पश्चिमी सहयोगियों के साथ यूक्रेन का दावा है कि रूस देश में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है. रूस ने किसी तरह के दखल से इनकार किया है लेकिन कहा है कि अगर रूसी मूल के लोगों के साथ ज्यादती हुई, तो वह जरूर हस्तक्षेप कर सकता है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सोवियत संघ के विघटन को त्रासदी बताते हैं और कहते हैं कि रूस की जिम्मेदारी बनती है कि वह इससे अलग हुए देशों में रूसी मूल के लोगों की सुरक्षा करे.

एजेए/एमजे (रॉयटर्स, एएफपी)

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें