1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

यूक्रेन में कारवां पर हमला

१९ अगस्त २०१४

पूर्वी यूक्रेन में एक काफिले पर हमले पर विवाद के बीच जर्मनी की चांसलर अंगेला मैर्केल शनिवार को कीव पहुंच रही हैं. यूक्रेनी सेना ने हमले में मारे गए दर्जन से ज्यादा नागरिकों का शव बरामद किया है.

तस्वीर: D.Dilkoff/AFP/Getty Images

जर्मन चांसलर कार्यालय और यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने चांसलर अंगेला मैर्केल की यात्रा की पुष्टि की है. मैर्केल को राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको ने निमंत्रण भेजा था. मैर्केल की यात्रा ऐसे समय हो रही है जब यूक्रेन, रूस, जर्मनी और फ्रांस के विदेश मंत्री रविवार को बर्लिन में हुई बैठक के बाद तय करेंगे कि विवाद को सुलझाने के लिए आगे बैठक होगी या नहीं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि अलग अलग स्तरों पर यूक्रेन पर बातचीत हो रही है. यह पूछने पर कि क्या पुतिन पोरोशेंको से मिलेंगे, पेस्कोव ने कहा कि इस तरह की वार्ता पूरी तरह से तैयार होने के बाद ही होगी.

शव बरामद

उधर पूर्वी यूक्रेन से जा रहे लोगों के काफिले पर सोमवार को हुए रॉकेट हमले के बाद 15 शव बरामद किए जा चुके हैं. हमला रूस की सीमा के नजदीक लुगांस्क में हुआ. यह ऐसा इलाका है जहां सरकारी सेना और रूसी अलगाववादियों के बीच भारी संघर्ष चल रहा है. कीव की सेना ने कहा कि विद्रोहियों ने रूस से मिले हथियारों से सफेद झंडे वाले कारवां पर बम फेंका. कई वयस्क और बच्चे इस कारवां में थे और लुगांस्क के एक शांत रास्ते से जा रहे थे.

यूक्रेन के सुरक्षा मामलों के प्रवक्ता आंद्रे लिसेंको का कहना है कि अलगाववादियों ने जानबूझ कर आम लोगों पर हमला किया, जिनकी गाड़ियों पर सफेद झंडा भी लगा हुआ था. अभी भी साफ नहीं हो सका है कि इस हमले में कितने लोग मारे गए हैं. उन्होंने कहा, "काफिले पर सफेद झंडे लगे हुए थे. हमने अपील की है कि इस दृश्य का कोई वीडियो रिलीज नहीं किया जाए क्योंकि वह बहुत भयानक है." विद्रोहियों ने इसका खंडन किया.

शनिवार को होगी मुलाकाततस्वीर: Damien MeyerAFP/Getty Images

कोई शांति नहीं

लुगांस्क अभी भी विद्रोहियों के ही कब्जे में है और यहां बिजली पानी दो हफ्ते से भी ज्यादा से बंद है. खाने पीने की भी बहुत कमी हो रही है. स्वघोषित डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक के नेता अलेक्जांडर साखारशेंको ने नागरिकों पर हमले से इनकार किया है और इसका जिम्मेदार कीव को ठहराया. उन्होंने कहा, "लुंगास्क में किसी रेफ्यूजी कारवां पर हमला नहीं किया गया."

चार महीने से भी ज्यादा से चल रहे इस संघर्ष में 2,100 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. रूस की मांग है कि कीव मुख्य अलगाववादी गुटों पर हमले बंद करे. जबकि कीव का कहना है कि रूस इन अलगाववादियों को हथियार मुहैया करवा रहा है. साखारशेंको ने पिछले हफ्ते कहा था कि उन्हें 1,200 लड़ाके मिले हैं जिनकी रूस में ट्रेनिंग हुई है. मॉस्को ने इसका तुरंत खंडन किया. नाटो ने रूस को यूक्रेन में "डबल गेम" खेलने के लिए लताड़ लगाई है.

एएम/एमजे (एएफपी, डीपीए)

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें