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विरोध कुचलने की कोशिश

२१ जनवरी २०१४

यूक्रेन की राजधानी कीव में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जारी संघर्ष के बीच एक नया कानून प्रभाव में आ गया है, नए कानून में किसी भी प्रकार के विरोध पर पाबंदी है.

तस्वीर: Reuters

पिछले दो दिनों से यूक्रेन की राजधानी कीव में अराजकता का माहौल है. सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल लोग पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. मंगलवार को यूक्रेन में एक विवादास्पद कानून प्रभाव में आ गया, जो किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन पर रोक लगाता है. पिछले दो दिनों से इस कानून के खिलाफ लोग हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं. मंगलवार को भी हजारों प्रदर्शनकारी और दंगारोधी पुलिस आमने सामने खड़े नजर आए. नए कानून में विरोध के लगभग सभी स्वरूप पर पाबंदी है. पूर्व सोवियत देश के सरकारी अखबार में इस नए कानून के बारे में विस्तार से छपा है.

इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच ने चेतावनी दी कि हिंसा पूरे देश को खतरे में डाल रही है. नए कानून में सरकारी इमारतों का घेराव करने वाले के लिए पांच साल तक की सजा का प्रावधान है, जबकि इस कानून के मुताबिक मास्क या हेलमेट पहने लोगों को गिरफ्तार भी किया जा सकता है. इसके अलावा अन्य प्रावधानों में इंटरनेट पर ''बदनामी" के प्रसार पर भी प्रतिबंध है. यूरोप और विपक्ष द्वारा नए कानून नहीं अपनाने की अपील के बावजूद उसे लागू किया गया है. यूरोपीय देशों और विपक्ष को आशंका है कि नए कानून के सहारे प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए अत्यधिक बल का इस्तेमाल किया जा सकता है. रविवार और सोमवार को सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच कई हिंसक झड़पें हुई. दोनों दिन कीव में दस हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारी सुरक्षाकर्मियों से भिड़ते नजर आए.

पुलिस पर निशाना लगाता प्रदर्शनकारीतस्वीर: Reuters

हिंसा पर लगाम के लिए सख्ती

रविवार और सोमवार रात कीव में आगजनी की कई घटनाएं सामने आई. प्रदर्शनकारियों ने बोतल बम से पुलिस पर हमला करने की कोशिश की तो पुलिस ने जवाब में रबड़ की गोलियों का इस्तेमाल किया. रातभर यही माहौल रहा. बीच बीच में लोहे के डिब्बों को पीट पीट कर लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. टेलिविजन पर प्रसारित बयान में राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच ने सोमवार को चेतावनी दी कि हिंसा से पूरे देश की नींव को खतरा है. यूक्रेन के लोग यूरोप और रूस के बीच बंटे हुए हैं. राष्ट्रपति यानुकोविच ने कहा, "मैं आश्वस्त हूं कि इस तरह की घटना ना केवल कीव की जनता बल्कि पूरे देश की जनता के लिए खतरा है." यानुकोविच ने इस ओर इशारा किया कि उनका धैर्य कम होता जा रहा है. उन्होंने आगे कहा, "जन रैलियों में आपकी भागीदारी पर मैंने समझ के साथ बर्ताव किया, मैंने मौजूदा विरोधाभासों को हल करने के तरीके खोजने के लिए तत्परता व्यक्त की."

दमनकारी कानून?

यानुकोविच के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले विपक्ष में मुख्य तौर पर तीन नेता शामिल हैं, जिनमें बॉक्सिंग स्टार विताली क्लिचकोव भी शामिल हैं. क्लिचकोव ने कहा कि वह बातचीत को तैयार हैं लेकिन बातचीत सिर्फ यानुकोविच के साथ होगी ना कि उनके सहयोगियों के साथ. हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 200 लोग घायल हुए हैं. हजारों यूक्रेनी माइनस दस डिग्री तापमान में भी पुलिस के साथ भिड़ने से पीछे नहीं हटे. आंतरिक मंत्रालय के मुताबिक 100 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं. दंगा भड़काने के आरोप में कई दर्जन लोग गिरफ्तार किए गए हैं.

अमेरिका ने भी हिंसा रोकने की अपील की है. उसने चेतावनी दी है कि वह यूक्रेन के अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंध पर विचार कर रहा है. सोमवार को ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने यूक्रेन में हिंसा की निंदा की, साथ ही कहा कि यूक्रेन की सरकार दमनकारी कानून को अपनाकर गलती कर रही है.

एए/एमजे (एफपी,रॉयटर्स)

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