अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध आपकी जेब में मौजूद स्मार्टफोन पर भी असर डालते हैं. यकीन न आए तो ईरान को देख लीजिए.
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ईरान में अमेरिकी अमेरिकी एप्पल का विरोध हो रहा है. एप्पल ने एप्पल स्टोर से कई ईरानी ऐप्स हटा दिये हैं. एक मंत्री समेत देश के हजारों लोग इसका विरोध कर रहे हैं. एप्पल के मुताबिक वह एक अमेरिकी कंपनी है और अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों का उसे पालन करना है.
लेकिन ईरान इसे आम उपभोक्ता अधिकारों का हनन कह रहा है. ईरान के इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी मंत्री मोहम्मद जावे जाहरोमी के मुताबिक, "उपभोक्ता अधिकारों की बात की जाए तो एप्पल ने इसे नहीं माना. आईटी का इस्तेमाल इंसान की जिंदगी बेहतर और सुविधाजनक बनाने के लिए होना चाहिए, इसे दो देशों के बीच भेदभाव का औजार नहीं बनाना चाहिए."
ईरान के सोशल मीडिया में #StopRemovingIranianApps ट्रेंड कर रहा है. आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल ने हाल ही में ईरानी ऐप बाजार से 10 ऐप्स हटाए हैं. ये सभी ऐप्स ईरान में सबसे ज्यादा लोकप्रिय थे. इनमें ऑनलाइन शॉपिंग ऐप डिजिकाला और बामिलो शामिल हैं.
ऐप दुनिया के टॉप 10 डाउनलोड
स्मार्टफोन के ऐप मार्केट में हजारों ऐप मौजूद हैं. लेकिन इसके बावजूद कुछ ही ऐसे ऐप होते हैं जो पूरी दुनिया पर छा जाते हैं. देखिये टॉप 10 ऐप्स.
10. गूगल स्ट्रीट व्यू
गूगल स्ट्रीट व्यू एक अलग ऐप है. हालांकि स्ट्रीट व्यू टेक्नोलॉजी को गूगल मैप्स और गूगल अर्थ में भी देखा जा सकता है. इसके जरिये दुनिया के बड़े हिस्से का असल नजारा देखा जाता है. 2007 में लॉन्च हुए इस ऐप ने नेवीगेशन को नई ऊंचाई दी.
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9. एंग्री बर्ड्स
बिना किसी विवाद के यह आईफोन गेम हिस्ट्री का सबसे लोकप्रिय खेल है. यह मुफ्त है.
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8. स्काईप
वीडियो चैट और ऑडियो चैट के सैकड़ों ऐप हैं, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट का स्काईप अब भी सबसे भरोसेमंद ऐप माना जाता है. स्काईप को कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन या टेबलेट पर इस्तेमाल किया जा सकता है.
7. ट्विटर
फेसबुक को अगर सोशल मीडिया का राजा कहा जाए, तो ट्विटर को रानी कहना पड़ेगा. लोगों को फॉलो करना, दुनिया भर पर नजर रखना और फटाफट ताजा हाल जानना, ये खूबियां ट्विटर को मशहूर करती है.
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6. व्हाट्सऐप
इसे कौन नहीं जानता. यह दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला मैसेजिंग ऐप है. पूरे विश्व में 80 करोड़ लोग व्हाट्सऐप इस्तेमाल करते हैं. किशोरों से लेकर बुजुर्ग तक व्हाट्सऐप पर मैसेज, वीडियो और फोटो शेयर करते हैं. ग्रुप चैट भी व्हाट्सऐप को लोकप्रिय बनाता है.
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5. यूट्यूब
ऐप स्टोर तक आने की यूट्यूब की कहानी बड़ी दिलचस्प है. एप्पल ने यूट्यूब को आईफोन से हटाया, इसके बाद 2012 में यूट्यूब का ऐप आया. तीन साल के भीतर ही यह पांचवां सबसे ज्यादा डाउनलोडेड ऐप बन गया.
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4. गूगल सर्च
ओके गूगल पर क्लिक कीजिए और जानकारी सामने. स्मार्टफोन के भीतर दाखिल हुए गूगल सर्च ने रेस्तरां, पेट्रोल पंप, अस्पताल, ट्रैफिक जाम और मौसम दिखाकर जिंदगी बेहद आसान की है.
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3. जीमेल
ईमेल के लिए 50 करोड़ लोग जीमेल पर भरोसा करते हैं. यह आधुनिक समय की सबसे मशहूर ईमेल सर्विस है. इसके ऐप में गूगल की दूसरी सेवाएं भी हैं.
सवा सात अरब आबादी वाली दुनिया के एक अरब से ज्यादा लोग फेसबुक पर हैं. और यह संख्या बढ़ती जा रही है. कंप्यूटर से शुरू हुआ फेसबुक, स्मार्टफोन के जरिए कहीं से भी स्टेटस अपडेट, फोटो शेयर या शेयर का मौका दे रहा है.
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1. क्रोम ब्राउजर
इंटरनेट एक्सप्लोरर, मोजिला फायरफॉक्स, सफारी जैसे ब्राउजरों को पीछे छोड़ते हुए गूगल का क्रोम नंबर एक पर बना हुआ है. इस बेहद तेज इंटरनेट ब्राउजर को आसान और बेहतरीन यूं ही नहीं आंका जाता है. यह सबसे ज्यादा डाउनलोड किया गया ऐप है
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ऐप कंपनियों के मुताबिक उनके पास यह संदेश आ रहा है कि, "हम आपका ऐप ऐप स्टोर में शामिल नहीं कर पा रहे हैं." मैसेज में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी प्रतिबंध नियामवली के चलते प्रतिबंध का सामना कर रहे देशों में इन ऐप्स से जुड़ी सेवाएं नहीं दी जा सकती.
अमेरिका और ईरान के बीच 2015 में परमाणु समझौता हुआ. समझौते के बाद ईरान के नागरिक वायु परिवहन क्षेत्र को कई रियायतें दी गईं. लेकिन अमेरिकी कंपनियों और अमेरिकी नागरिकों पर अब भी ईरान के साथ कारोबार करने पर कई तरह के प्रतिबंध हैं.
ईरान में करीब 4 करोड़ लोगों के पास स्मार्टफोन हैं. इनमें से 60 लाख आईफोन यूजर हैं. डेलियोन ऐप के वाइस चैयरमैन मेहदी तागीजादेह ने एप्पल पर आरोप लगाते हुए कहा, "एप्पल ने हमारे मैसेज का साफ ढंग से जवाब नहीं दिया है."
ईरान के 4,500 नागरिकों ने एक ऑनलाइन याचिका पर भी दस्तखत किये हैं. याचिका में एप्पल के सीईओ टिम कुक से एप्पल के ग्राहकों के अधिकारों की रक्षा करने की मांग की गई है. इस विरोध की आवाज अमेरिका में भी सुनाई पड़ रही है. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के निजी सहायक रह चुके फेरियल गोवाशिरी कहते हैं, "तकनीक तभी श्रेष्ठ है जब वह लोगों को साथ लाए. हमें इसे विकसित करने या दूसरे द्वारा इस्तेमाल करने पर किसी तरह की सीमाओं में नहीं बांधना चाहिए." गूगल के ऐप मार्केट एंडरॉयड में भी कई पेड ऐप्स नहीं मिल रहे हैं.
(आईफोन के बारे में कितना जानते हैं?)
आईफोन के बारे में कितना जानते हैं?
2016 में पहली बार आईफोन की बिक्री में गिरावट की खबरें आ रही हैं. एप्पल की कुल कमाई का 63 फीसदी हिस्सा आईफोन से आता है. कैसे बनाई आईफोन ने अपने लिए बाजार में खास जगह...
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जी हां, "पर्पल"
जिस समय आईफोन मात्र आयडिया के स्वरूप में ही था, इसका प्रोजेक्ट कोड "पर्पल" था. एप्पल के एक पूर्व प्रबंधक के मुताबिक पर्पल की टीम जिस जगह काम करती थी वह किसी हॉस्टल के कमरे जैसा दिखता था. कमरे में पिज्जा की महक और दीवारों पर फाइट क्लब के पोस्टर.
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समय क्या हुआ है?
स्टीव जॉब्स पहले आईफोन को 29 जून 2007 को सुबह 9:42 बजे दुनिया के सामने लाए. समारोह का समय इस तरह का रखा गया था कि जब लोग नए उत्पाद की तस्वीरें देखें तो डिस्प्ले पर दिखाई दे रहा समय ठीक उस पल असल समय से मैच करे. समय की इस पाबंदी का ख्याल कंपनी हमेशा रखती है. हालांकि 2010 में आईपैड लॉन्च करते समय एक मिनट का अंतर आ गया था.
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नेक्स्ट जनरेशन की तकनीक
यह सही है कि पहला आईफोन 599 डॉलर का था, जो कि उस समय महंगा था. लेकिन एक फोन वह सब कुछ कर सकता था जो तब तक 3000 डॉलर की कीमत वाले विभिन्न उपकरण मिलकर करते थे. आईफोन ने सीडी प्लेयर, कंप्यूटर, फोन और आन्सरिंग मशीन सभी की एक साथ जगह ले ली.
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क्या स्क्रीन पर क्रैक है?
जेब से जल्दी में फोन निकालने में हाथ से फिसला और जमीन पर ढेर. आईफोन की स्क्रीन अक्सर इन घटनाओं में चटख जाती है. लेकिन स्काई डाइवर जैरोड मैककिनी ने 2011 में अपना आईफोन हवा में 13,500 फुट की ऊंचाई से गिरा दिया. उनका दावा है कि इसके बावजूद फोन से कॉल की जा सकती थी.
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आईपैड ने की मदद
2000 के शुरुआती सालों में एप्पल वर्चुअल कीबोर्ड वाला टैबलेट कंप्यूटर बनाने की तैयारी में था. एक दिन जब एप्पल के कर्मचारी अपने फोन की आलोचना कर रहे थे उन्हें आयडिया आया कि टैबलेट वाली ही तकनीक एक खास तरह का फोन बनाने में भी इस्तेमाल की जा सकती है. वे जुट गए क्रांतिकारी स्मार्टफोन को बनाने में.
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ढेरों आईफोन
एप्पल 2007 से करीब 90 करोड़ आईफोन बेच चुका है. लेकिन चीन में आर्थिक मंदी के चलते एप्पल ने पहली बार चेतावनी दी है कि उसकी 2016 के पहले क्वार्टर की बिक्री 2015 के मुकाबले कम हो सकती है. हालांकि लोगों में एप्पल की दीवानगी में कमी नहीं आई है.
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प्यार भी नफरत भी
एप्पल और सैमसंग की दुशमनी दुनिया जानती है. दोनों कंपनियों के बीच पेटेंट को लेकर सालों से कई बड़े स्तर के मुकदमे चल रहे हैं. हालांकि दूसरी ओर रिपोर्टों के मुताबिक सैंमसंग आईफोन के लिए कंप्यूटर चिप का निर्माण भी करता है.