1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

यूरो जोन टूटने की सुगबुगाहट, बाजारों का बुरा हाल

१० नवम्बर २०११

इटली की खस्ता आर्थिक हालत ने दुनियाभर के शेयर बाजारों की हालत पतली कर रखी है. और यूरो जोन के टूटने की अफवाहों ने तो सारे बाजारों का जोश तोड़ दिया है. गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय शेयर तीन हफ्ते के सबसे निचले स्तर पर जा गिरे.

तस्वीर: dapd

ग्रीस का आर्थिक संकट अभी खत्म नहीं हुआ है लेकिन निवेशकों के बीच इटली उसकी जगह लेने को बेकरार नजर आता है. छोटी अवधि के अपने बकाया बिल चुकाने के लिए इटली पांच अरब यूरो का भुगतान कर रहा है.

दो साल पुराने यूरो जोन के कर्ज संकट ने निवेशकों के बीच ऐसा डर पैदा कर दिया है कि यूरो जोन टूट सकता है क्योंकि उसमें इटली को राहत पैकेज देने की क्षमता नहीं है. यूरोपीय संघ के अधिकारियों ने रॉयटर्स समाचार एजेंसी को बताया है कि यूरो जोन को बांटने पर फ्रांस और जर्मनी में बातचीत भी हो चुकी है. एक बॉन्ड ट्रेडर ने कहा, "कल के इटली के शेयर बाजारों के प्रदर्शन को देखते हुए बिलों के भुगतान की बोली सरकार की बड़ी परीक्षा होगी. और यूरो जोन को छोटा करने के बारे में जिस तरह की खबरें आ रही हैं, उनसे मुझे लगता है कि यह प्रदर्शन जारी रहेगा."

कॉर्पोरेट खस्ता हाल

उद्योग और वित्त क्षेत्र में कॉर्पोरेट घरानों से जिस तरह के नतीजे मिल रहे हैं, वे भी निराशा को बढ़ा ही सकते हैं. फ्रांस के तीसरे सबसे बड़े सूचीबद्ध बैंक क्रेडिट एग्रीकोल की तीसरी तिमाही का मुनाफा 65 फीसदी लुढ़क गया है.

यूरो जोन की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल सीमंस का भी तिमाही मुनाफा कम रहा है, जिसके आधार पर उसने सालाना मुनाफे में सिर्फ 11 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान जारी किया है जो उम्मीदों से कहीं कम है. गुरुवार को एमएससीआई वर्ल्ड इक्विटी इंडेक्स 1.25 फीसदी गिर गया. 21 अक्तूबर के बाद यह सबसे निचला स्तर है. जनवरी से अब तक यह 10 फीसदी नीचे आ चुका है. यूरोपीय शेयर भी 1.2 फीसदी की गिरावट झेल रहे हैं. यूरो की हालत भी खराब है. उसकी कीमत 1.3480 डॉलर तक गिर चुकी है जो महीने का सबसे निचला स्तर है. आरबीएस ग्लोबल बैंकिंग में करंसी स्ट्रैटजिस्ट अंकिता दुदानी कहती हैं, "हमें लगता है कि 1.35 से 1.36 डॉलर यूरो की उचित कीमत है और मेरे ख्याल से यह स्तर बना रहेगा. हम यूरो जोन को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं हैं. लेकिन हमें लगता है कि मध्य पूर्व और एशिया के निवेशकों से यूरो को समर्थन मिलता रहेगा."

इस बीच फ्रांस ने 10 प्रमुख शेयरों की शॉर्ट सेलिंग पर लगे प्रतिबंध की अवधि बढ़ा दी है. फ्रांस के वित्त मंत्री फ्रांसों बैरों ने गुरुवार को इसका एलान किया. बैंकों के शेयरों के बारे में चल रही अटकलों को काबू करने के लिए फ्रांस सरकार ने 11 अगस्त को यह प्रतिबंध लगाया था. इटली, स्पेन और बेल्जियम ने भी शॉर्ट सेलिंग पर प्रतिबंध लगा रखा है.

रिपोर्टः डीपीए/रॉयटर्स/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें