जर्मन और इंग्लिश फुटबॉल संघों के बीच एक समझौता हुआ है जिसके बाद 2024 की यूरो फुटबॉल चैंपियनशिप जर्मनी में होगी. जर्मन फुटबॉल संघ ने वादा किया है कि वह 2020 के टूर्नामेंट के अहम मैच अपने यहां नहीं करवाएगा.
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जर्मन फुटबॉल एसोसिएशन (डीएफबी) ने बताया कि उन्होंने इंग्लिश एसोसिएशन के साथ एक समझौता किया है जिससे 2024 की यूरोपीय चैंपियनशिप के जर्मनी में होने का रास्ता खुल जाएगा. डीएफबी के महासचिव हेल्मुट जांडरॉक ने पुष्टि की कि वह चैंपियनशिप की दावेदारी को लेकर बहुत आशावादी हैं. 2020 में इस टूर्नामेंट के मैच यूरोप के अलग अलग देशों में होंगे.
इंग्लैंड के फुटबॉल संघ के साथ जर्मनी की डील के मुताबिक 2020 में यूरो चैंपियनशिप के सेमीफाइनल और फाइनल मैच इंग्लैंड में खेले जाएंगे. आयोजन स्थलों की आखिरी सूची हालांकि 19 सितंबर को घोषित की जाएगी.
पहले 2020 के अहम मैच तुर्की में करने का फैसला किया गया था. लेकिन उन्होंने अप्रैल 2020 के इस आयोजन से अपना नाम वापस ले लिया है. इसलिए ध्यान अब इंग्लैंड की ओर है. 2024 के लिए तुर्की एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी होगा. जांडरॉक ने स्पोर्ट्स बिल्ड अखबार को बताया, "हमने उनसे कहा है कि यूरो 2024 के लिए वह अपनी दावेदारी पेश नहीं करें और हमें समर्थन करें. इसके बदले में हम 2020 के फाइनल के लिए दावेदारी नहीं करेंगे और यूरो 2028 के इंग्लैंड का समर्थन करेंगे. यूरो 2020 के फाइनल मैचों की दावेदारी का आवेदन वापस ले लेना ही हमारे लिए एक विकल्प होगा बशर्ते यह सुनिश्चित हो सके कि यूरो 2024 हमें ही मिलेगा."
ओलंपिक और फुटबॉल
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थोमास बाख ने कहा कि ओलंपिक खेलों और यूरो चैंपियनशिप के बीच किसी तरह की टक्कर का अंदेशा उन्हें नहीं है. उन्होंने कहा, "यूरोपीय चैंपियनशिप के लिए जर्मनी के पास पहले से मूलभूत संरचना है, उनके पास यूरोप के सबसे अच्छे स्टेडियम हैं. इसलिए उन्हें करने के लिए नए सिरे से कुछ नहीं करना होगा."
इस सप्ताह बर्लिन और हैम्बर्ग ने 2024 या फिर 2028 के ओलंपिक खेलों के आयोजन की दावेदारी जर्मन ओलंपिक समिति को पेश की है. साल के आखिर में इस पर फैसला लिया जाएगा.
बुंडेसलीगा के टॉप ट्रांसफर
फीफा का कहना है कि जर्मन फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा इंग्लिश या स्पेनी प्रीमियर लीग की तरह ट्रांसफर पर पैसे नहीं खर्च करती. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उनके खिलाड़ी अच्छे नहीं हैं.
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मुफ्त में ट्रांसफर
रॉबर्ट लेवांडोवस्की अगर आम तरीके से बिकते, तो बाजार में उनकी कीमत 5 करोड़ यूरो से कम नहीं लगती. लेकिन बायर्न ने उन्हें खरीदने के लिए एक भी पैसा खर्च नहीं किया, क्योंकि उनका डॉर्टमुंड के साथ करार खत्म हो रहा था. लेवांडोवस्की ने 131 बुंडेसलीगा मैचों में 74 गोल किए हैं.
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नॉयर के पीछे
पेपे राइना 2010 के विश्वकप की स्पेनी टीम में गोलकीपर थे. लेकिन वह आइकर कासियास की छाया के तले दबे रहे. अब वह बायर्न पहुंचे हैं, जहां दुनिया के सबसे बड़े गोलकीपर मानुएल नॉयर का बोलबाला है. उन्हें 30 लाख यूरो में खरीदा गया.
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चीरो इम्मॉबिली
तोरीनो से लगभग दो करोड़ यूरो के ट्रांसफर पर चीरो डॉर्टमुंड पहुंचे हैं. पीली जर्सी वाली जर्मन टीम को उम्मीद है कि लेवांडोवस्की के जाने से जो जगह खाली हुई है, चीरो उसे भर सकते हैं. उनका कॉन्ट्रैक्ट 2019 तक है.
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राष्ट्रीय टीम से चूके
एक साल पहले सिडनी सैम का नाम जर्मन राष्ट्रीय टीम के लिए लिया जा रहा था. वह पांच मैच टीम के लिए खेल भी चुके हैं. लेकिन लेवरकूजन के इस खिलाड़ी का करियर उसके बाद रुक गया. अब वह 25 लाख यूरो की ट्रांसफर फीस के साथ शाल्के कूच कर गए हैं.
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मुश्किल बातचीत
हैम्बर्ग नहीं चाहता था कि हाकान शाल्हानोलू उनकी टीम छोड़ कर जाएं. लेकिन इसके बाद खिलाड़ी ने डॉक्टर से बीमारी का सर्टिफिकेट ले लिया. ऐसे हालात में टीम ने उन्हें जाने दिया. वह लेवरकूजन गए हैं और उनकी फीस मात्र डेढ़ करोड़ यूरो.
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स्कैंडल सम्राट
वोल्फ्सबुर्ग के कोच डीटर हेकिंग ने क्लब के निकलास बेंटनर के बारे में कहा, "हर किसी को दूसरा मौका मिलना चाहिए." बेंटनर आर्सेनल से आए हैं और मैदान के बाहर के खेल के लिए जाने जाते हैं. पिछले साल कोपेनहागेन में शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए गिरफ्तार किए गए और उन पर सवा लाख यूरो का जुर्माना लगा.
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टेर श्टीगेन की जगह
मार्क-आंद्रे टेर श्टीगेन मोएंचेनग्लाडबाख के नंबर एक गोलकीपर माने जाते हैं. अब वह बार्सिलोना पहुंच गए हैं और उनकी पुरानी टीम को फौरन एक अच्छे गोलकीपर की तलाश थी. वहां एफसी बासेल से 25 साल के यान सोमर आए हैं, जिसके लिए मोएंचेनग्लाडबाख ने 80 लाख यूरो की फीस दी है.
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हॉफेनहाइम के नए गोलकीपर
इस टीम के साथ अच्छा गोलकीपर नहीं जुड़ पाया है. टिम वीजे टीम में थे, जो दो साल बाद छोड़ गए. अब फ्राइबुर्ग से ओलिवर बाउमन आए हैं, जिसके लिए टीम ने 60 लाख यूरो दिए हैं.
साल 2008 में जॉन हाइटिंगा को नीदरलैंड्स में यह खिताब मिला. हो सकता है कि 30 साल की उम्र में उनका स्वभाविक फुटबॉल ढीला पड़ गया हो लेकिन फिर भी हेर्था बर्लिन ने उन्हें अपने साथ जोड़ने का फैसला किया है.