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येदियुरप्पा ने बेटे बेटी को घर से निकाला

२५ नवम्बर २०१०

परिवारवाद का आरोप झेल रहे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपने बेटे और बेटी को सरकारी निवास से चले जाने को कहा है. भ्रष्टाचार के आरोपों में जैसे तैसे येदियुरप्पा अपनी कुर्सी बचा पाए हैं.

बच्चों का बाहर का रास्तातस्वीर: UNI

मुख्यमंत्री सचिवालय के एक अधिकारी ने बताया, "मुख्यमंत्री ने अपने बेटे बीवाई विजेंद्र और बेटी उमादेवी से अपने रेस कोर्स के आधिकारिक निवास से कल ही कहीं और चले जाने को कहा है और उन्होंने तुरंत यह बात मान ली." विजेंद्र, उमादेवी और उनके पति सोहन कुमार येदियुरप्पा के सरकारी आवास पर ही रहते थे, जबकि उनका बड़ा सांसद बेटा अकसर उनसे मिलने आता है.

विपक्ष का आरोप है कि येदियुरप्पा ने अपने बेटों, बेटी और दामाद को जमीन आवंटित की है. हालांकि भ्रष्टाचार के आरोपों में बीजेपी ने उन्हें हटाने का पूरा मन बना लिया था, लेकिन वह आखिर तक इस्तीफा न देने पर अड़े रहे. लेकिन राज्य में पंचायत चुनावों के मद्देनजर बीजेपी ने भी नेतृव परिवर्तन से परहेज ही किया.

अधिकारी ने बताया कि येदियुरप्पा ने सचिवालय को सख्त हिदायत दी है कि किसी भी मुद्दे पर उनके परिवार का दबाव न माना जाए और इस तरह के मामलों से उन्हें अवगत कराया जाए. बीजेपी हाई कमान ने उन्हें निर्देश दिया है कि प्रशासनिक काम में परिवार के दखल को वह पूरी तरह खत्म करें. येदियुरप्पा का कहना है, "मैं प्रशासन से उन खुदगर्ज लोगों को दूर रखूंगा. बाकी बचे अगले दो साल के कार्यकाल में मैं अच्छी सरकार दूंगा."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य

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