ऑस्ट्रेलिया में हुई एक रिसर्च के अनुसार, नर बॉटलनोज़ डॉल्फिन्स चीख कर या सीटी बजाकर एक-दूसरे को बुलाते हैं. दिलचस्प बात यह है कि उनकी यह सीटी या चीखने की आवाज दोस्तों और दुश्मनों के लिए अलग-अलग होती है.
वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी की रिसर्चर स्टेफानी किंग ने पर्थ से 831 किलोमीटर उत्तर स्थित शार्क बे में डॉल्फिन्स पर शोध कर यह दावा किया है.
शोधकर्ता स्टेफानी कहती हैं कि छोटे झुंड में रहने वाले ये नर डॉल्फिन्स एक-दूसरे को खास आवाज देकर बुलाते हैं और मादा डॉल्फिन्स को दुश्मन खेमे से लाने और रिझाने के लिए वे ऐसा करते हैं.
रिसर्च बताती है कि ये नर डॉल्फिन्स जन्म से ही खास सीटी या चीख की समझ के साथ पैदा नहीं होते बल्कि शुरुआती महीने में इसका विकास होता.
देखिए दिलदार डॉल्फिन
पानी में रहने वाले सबसे खूबसूरत जीवों में डॉल्फिन को गिना जा सकता है. डॉल्फिन का लंबा चोंचनुमा मुंह उसे और खूबसूरत बनाता है. वैसे यह गजब का समझदार जानवर भी है.
तस्वीर: picture-alliance/dpaपानी के अंदर कई जानवर हैं, जो हमें अपनी ओर खींचते हैं. दरियाई घोड़े से लेकर कछुए तक. लेकिन डॉल्फिन की बात ही अलग है. हो सकता है इसलिए क्योंकि वे काफी समझदार होते हैं या फिर इसलिए की बहुत दोस्ताना..
तस्वीर: picture-alliance/dpaहो सकता है कि इंसानों के लिए डॉल्फिन से लगाव की एक वजह यह भी है कि वह मछली नहीं, बल्कि हमारी तरह स्तनपायी है. और भला इस बेबी डॉल्फिन के प्यार में कौन नहीं पड़ेगा.
तस्वीर: picture-alliance/dpaइतने खूबसूरत होने के बाद भी इनका शिकार कर लिया जाता है. खास तौर पर जापान के आस पास डॉल्फिनों को खूब मारा जाता है. अब दुनिया भर में इसका विरोध हो रहा है.
तस्वीर: Reutersडॉल्फिन अपने कानों के लिए मशहूर हैं. वे आवाज के संकेत सुन कर आगे बढ़ सकते हैं. हालांकि वे समूह में चलते हैं और इस तरह पूरे ग्रुप पर कब्जा किया जा सकता है.
तस्वीर: CC2.0/lowjumpingfrogजापान के ताइजी इलाके में पानी कई बार इस रंग का दिखता है. खून का रिसाव कम करने के लिए अब मछुआरे डॉल्फिनों का सिर चाकू से गोद देते हैं और बाद में वहां कॉर्क लगा देते हैं ताकि खून बहे नहीं.
तस्वीर: picture-alliance/dpaकई डॉल्फिनों को उनके मीट के लिए मार दिया जाता है. एक आम डॉल्फिन की कीमत कोई एक करोड़ रुपये तक हो सकती है.
तस्वीर: picture-alliance/dpaये डॉल्फिन बहुत तेजी से सीखने वाले जीवों में शुमार हैं. लेकिन अगर उन्हें बंद करके रखा जाए, तो वे अवसाद में आ जाते हैं और कम उम्र में उनकी मौत हो जाती है.
तस्वीर: picture-alliance/dpaकहा जाता है कि डॉल्फिनों का दिमाग बहुत बड़ा और काफी जटिल होता है. लेकिन इसी वजह से वे कई चीजों को बहुत अच्छे ढंग से समझ सकते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpaफिल्मों में भी डॉल्फिनों ने काम किया है. जर्मन फिल्म 'डॉल्फिन मिरैकल' का एक दृश्य. रिपोर्ट ऐसी भी छपी कि वे बंदी बनना पसंद नहीं करते और एक डॉल्फिन ने तो खुदकुशी कर ली.
तस्वीर: picture-alliance/dpaकई बार अमेरिकी सेना बारूदी सुरंगों को नाकाम करने के लिए भी इन खूबसूरत डॉल्फिनों का इस्तेमाल करती है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa ´द कन्वर्सेशन´ नाम की वेबसाइट पर प्रकाशित अपने लेख में स्टेफानी कहती हैं कि नर बॉटलनोज़ डॉल्फिन्स की ये आवाजें इंसानों के नाम जैसी हैं क्योंकि हरेक की आवाज अलग-अलग है.
यहीं नहीं, ये नर डॉल्फिन्स खुद का परिचय कराते वक्त इन्हीं चीखों का इस्तेमाल करते हैं और एक-दूसरे का नाम भी पुकारते हैं. इससे उन्हें अपने दोस्तों और दुश्मनों के बीच फर्क करना आसान हो जाता है.
शोधकर्ता का कहना है कि इन नर डॉल्फिन्स की आवाजों को याद रखने की क्षमता इतनी अधिक होती है कि ये अगर 20 साल बाद भी मिले तो इन्हें ये चीखें याद रहती हैं.
वीसी/एके (डीपीए)