ये पारी जिंदगी बदल देगी: पठान
८ दिसम्बर २०१०'सिर्फ आईपीएल में चलेंगे,' 'न खुद खेल पाए, ऊपर से भाई का करियर अलग डुबो दिया' आए दिन इन तानों को झेल रहे यूसुफ पठान ने मंगलवार को आलोचकों को करारा जबाव दिया. 188 के स्कोर पर पांच विकेट खोने के बाद टीम इंडिया की हार तय लगने लगी थी, लेकिन ऐन टाइम पर यूसुफ पठान का बल्ला गरज उठा. गगनचुंबी छक्के और गोली जैसी तेजी से चौके बरसने लगे. विकेटकीपिंग कर रहे आक्रमक कीवी बल्लेबाज ब्रैडम मैक्कलम भी पठान को आंखें फाड़ कर देखते रह गए.
सब जानते है कि सीनियर पठान जिस दिन चले उस दिन विपक्षी गेंदबाज त्राहिमाम करते हैं. लेकिन पिछले 40 वनडे में वह चल ही नहीं पा रहे थे. लेकिन 41वें मैच ने किस्मत बदल दी. मैच के बाद खुद यूसुफ ने कहा, ''यह पारी मेरे लिए विशेष है. जब कभी भी मैंने अच्छी पारी खेली है, उस दिन कुछ विशेष हुआ है. न्यूजीलैंड के खिलाफ यह पारी मेरे जीवन और करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकती है.''
96 गेंदों पर 123 रन की धुंआधार पारी ने टीम इंडिया के कप्तान गौतम गंभीर को भी हैरान कर दिया. गौटी ने कहा, ''मैंने ऐसी पारी पहले कभी नहीं देखी. मैं हमेशा से कहता हूं कि यूसुफ अकेले खेल खत्म कर सकते हैं, इस बार उन्होंने ऐसा ही किया. मुझे एहसास था कि यूसुफ अगर क्रीज पर रहे तो हम जीत सकते हैं.''
वनडे में एक अदद जीत को तरस रहे कीवी कप्तान डेनियल विटोरी ने भी पठान की तारीफ की. उन्होंने कहा, ''मैच हमारी पकड़ में था लेकिन यूसुफ पठान की आतिशी पारी ने हमसे गेम छीन लिया. हम बारिश की वजह से मिले ब्रेक का फायदा उठा सकते थे, लेकिन हम परिस्थितियों को अपने अनुकूल नहीं कर सके.''
इस जीत के साथ ही टीम इंडिया वनडे सीरीज में 4-0 से आगे हो गई है. आखिरी मैच 10 दिसंबर को चेन्नई में खेला जाएगा. भारतीय टीम पूरी लय में है और कप्तान गौतम गंभीर भी कीवियों का व्हाइट वॉश करने के लिए तैयार दिखाई पड़ रहे हैं. वर्ल्ड कप के लिहाज से यह सीरीज भारतीय खिलाड़ियों के लिए बेहद अहम रही. विराट कोहली के अलावा अब यूसूफ पठान ने भी चयनकर्ताओं को अपने प्रदर्शन से खुश कर दिया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: आभा एम