यौन शोषण रोकने के लिए समाज को आगे आना होगा
२७ नवम्बर २०११शनिवार को पोप ने अमेरिका से वेटिकन आए बिशपों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों का यौन शोषण समाज के लिए एक अभिशाप है और दशकों से चले आ रहे इन विवादों से अमेरिका के कैथोलिक घबरा गए हैं. पोप ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि इस समस्या से निबटने में चर्च की ईमानदार कोशिश समाज में फैलेगी और लोग बाल यौन शोषण की समस्या को सही रूप में पहचान कर उसके नतीजों को जानेंगे. इसके साथ ही इसे समाज के बीच से हर स्तर पर खत्म करने के लिए प्रयास होगा."
इस दौरान पोप ने यह भी कहा कि जिस तरह से चर्च ने इस मामले में उचित नियम बनाए हैं दूसरी सभी संस्थाओं को भी इसी तरह के नियम बनाने चाहिए. हालांकि पोप ने उन आरोपों के बारे में कोई बात नहीं की जिसमें चर्च के अधिकारियों पर लंबे समय चले आ रहे यौन शोषण से जुड़े मामलों को छिपाने की बात है. पोप बनने के पहले का उनका दफ्तर भी इन विवादों की चपेट में हैं. नागरिक प्रशासन की तरफ से कराई गई जांच में यह बात कई बार सामने आई है कि चर्च प्रशासन बड़ी आसानी से बाल यौन शोषण करने वाले पादरियों का एक जगह से दूसरी जगह तबादला करता रहा.
बाल यौन शोषण का विवाद हाल के दशक में अमेरिका में सबसे ज्यादा सामने आया है. हालांकि इसी तरह के आरोपों ने दूसरे कई देशों में भी चर्च को परेशान किया है. इनमें मेक्सिको, आयरलैंड के अलावा इटली समेत कई यूरोपीय देश भी शामिल है. बेनेडिक्ट 16 ने बिशपों से कहा कि 2008 में पोप की तीर्थयात्रा के रूप में उनका अमेरिकी दौरा वहां के कैथोलिकों में भरोसा जगाने के लिए था जो हाल के दशक में यौन शोषण की घटनाओं से परेशान थे.
विदेशी दौरों पर जब कभी पोप की यौन शोषण के पीड़ितों से मुलाकात हुई उस दौरान जो उनके मन में भावनाएं उमड़ीं उसके बारे में बताते हुए पोप ने कहा, "मैं निजी रूप से पीड़ितों के दर्द को समझता हूं और मैंने ईमानदारी से कोशिश की है कि इन बच्चों की सुरक्षा के साथ ही इन मामलों पर कार्रवाई में पर्याप्त रूप से पारदर्शिता बरती जाए." पोप ने चर्च से जुड़े कुछ लोगों के उन विचारों को भी जाहिर किया कि इस मामले में चर्च को गलत तरीके से यौन शोषण के खलनायक के रूप में दिखाया गया.
अमेरिकी बिशप यहां हर पांच साल पर होने वाले विशेष विचार विमर्श की सामान्य प्रक्रिया के दौरान आए हैं. हाल ही में पोप ने अमेरिका के आर्कबिशप चार्ल्स जॉन ब्राउन को आयरलैंड में अपना नया राजदूत नियुक्त किया है. यहां के पिछले राजदूत को बाल यौन शोषण के विवाद के बाद वापस बुला लिया गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/एएफपी रंजन
संपादनः ओ सिंह