रजनीकांत की फिल्मों को प्रचार की जरूरत नहीं: बिग बी
१३ जुलाई २०११फिल्मों के प्रचार के सिलसिले में बिग बी ने कहा, "हमारे जमाने में ऐसा नहीं होता था और न ही हम इसके बारे में सोचते थे. यह काम निर्माता और फिल्म वितरकों का होता था कि वे कैसे फिल्म को प्रचारित करते हैं. लेकिन अब जमाना बदल गया है. अब मीडिया और संचार का असर बेहद बढ़ गया है." अब पहले के मुकाबले फिल्मों में पैसा भी ज्यादा लगता है और अगर फिल्म को अच्छी शुरुआत न मिले तो नुकसान का जोखिम बहुत ज्यादा रहता है.
अमिताभ मानते हैं कि आजकल फिल्मों की इतनी भीड़ है कि आपको अपनी फिल्मों को सलीके से पेश करना ही पड़ता है. उनके मुताबिक, "लोग हर हफ्ते नई रिलीज के बारे में बात करने लगते हैं. रफ्तार और ध्यान ने हमारी सोच को सीमित कर दिया है. इससे भी ज्यादा हर कोई हमेशा आगे की तरफ देख रहा है. पुराने दिनों में ऐसा नहीं था. इसलिए हमें समय के मुताबिक चलना पड़ता है. टेलीविजन, रेडियो तरंगें, इंटरनेट, मोबाइल उस सारी जगह को भर दिया जो पहले खाली हुआ करता था." 68 वर्षीय अमिताभ का कहना है कि इस तेज रफ्तार बदलाव का श्रेय युवा पीढ़ी को जाता है.
इस सब के बाजवूद अमिताभ मानते हैं कि दक्षिण भारत के सुपरस्टार रनजीकांत को अपनी फिल्मों का प्रचार करने की जरूरत नहीं पड़ती, बल्कि खुद दर्शकों को उनकी फिल्मों का इंतजार रहता है. वह कहते हैं, "रजनीकांत कभी ऐसा नहीं करते. जब कभी बात होती हैं तो वे पूछते हैं कि मैं ऐसा क्यों करता हूं. वह कहते हैं कि यह खुद को एक उत्पाद की तरह बेचने जैसा है. हम इस पर हंसते हैं. लेकिन मैं उनसे कहता हूं कि आप रजनीकांत हो और आपको इसकी जरूरत नहीं है. उनके लिए यह खुद ब खुद हो जाता है. हम जैसे लोगों के लिए जरूरी है कि दर्शकों को उत्साहित करें, उनकी दिलचस्पी जगाएं और उन्हें थिएटर तक खींच कर लाएं."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ए जमाल