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रफाएल नडाल ऑस्ट्रेलियाई ओपन में हारे

२६ जनवरी २०११

दुनिया के पहले नंबर के टेनिस खिलाड़ी रफाएल नडाल घायल होने के बावजूद क्वार्टर फाइनल में खेले लेकिन लगातार सेट में हार कर बाहर हो गए. इस तरह एक साथ चारों ग्रैंड स्लैम रखने का राफा का सपना टूट गया.

मेलबर्न में माततस्वीर: AP

हार के बाद रुआंसे हो उठे नडाल ने कहा, "यह मेरे लिए एक मुश्किल दिन रहा. लेकिन मैं अपनी चोट के बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता हूं."

स्पेन के टेनिस स्टार नडाल को उनके ही देश के डेविड फेरर ने सीधे सेटों में 6-4, 6-2, 6-3 से हरा दिया और सेमीफाइनल में जगह बना ली, जहां उनका मुकाबला एंडी मरे से होगा.

चोट से शुरुआतः मैच के शुरू में नडाल के पैर में चोट लग गई और इसके बाद ही वह लंगड़ाने लगे. तभी लगने लगा कि चारों ग्रैंड स्लैम को एक साथ अपने पास रखने का नडाल का सपना पूरा नहीं होने वाला है. इससे पहले पिछले साल वह फ्रेंच ओपन, विम्बलडन और अमेरिकी ओपन जीत चुके हैं. दुनिया में अब तक सिर्फ तीन टेनिस खिलाड़ियों ने लगातार चारों ग्रैंड स्लैम जीता है और 1969 के बाद ऐसा कभी नहीं हुआ है.

तस्वीर: AP

मैच के बाद उन्हें हराने वाले फेरर ने कहा, "यह आसान नहीं था लेकिन नडाल इतने शानदार खिलाड़ी हैं कि चोट के बाद भी वह खेलने लगे. हम दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती है." फेरर ने माना कि सिर्फ घायल नडाल को हराना आसान था, "मैंने आक्रामक खेल खेला. मैं बार बार नेट की तरफ चढ़ता रहा. लेकिन अगर राफा घायल नहीं होते तो मेरे लिए मैच तीन सेट में जीतना आसान नहीं था. मैं इस उपलब्धि से खुश हूं. लेकिन यह बहुत बड़ी जीत नहीं रही. पिछले दो हफ्ते में मैंने अच्छा खेला है और अब मैं एक ग्रैंड स्लैम जीतना चाहता हूं."

खूब लड़े नडालः मेलबर्न के रॉड लेवर एरिना में मैच शुरू होने के कुछ ही देर बाद नडाल की जांघ की मांसपेशियों में तनाव आ गया, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए ब्रेक लेना पड़ा. वह 2009 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन खिताब जीत चुके हैं.

इलाज के बाद जांघ पर पट्टी चढ़ा कर नडाल कोर्ट में उतरे. लेकिन उनके चेहरे पर दर्द के निशान साफ दिखाई दे रहे थे. वह बार बार अपने चाचा और कोच टोनी की ओर देख रहे थे. नडाल नौ ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके हैं. वह दुनिया के पहले नंबर के टेनिस खिलाड़ी हैं और टेनिस इतिहास के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में गिने जाते हैं.

चोट लगने के बाद फेरर ने नडाल के साथ कोई हमदर्दी नहीं दिखाई और उन्हें कुचल देने में ही भलाई समझी. नडाल के साथ पिछले 14 मैचों में वह 11 में हारे हैं और पिछले सात मैच में सातों.

फेरर की तेजीः जब फेरर को दो सेट की बढ़त मिल गई, तो नडाल अपना चेहरा पकड़ कर साइड लाइन की बेंच पर बैठ गए. उनके चेहरे पर दर्द, मायूसी और आंसू नजर आने लगे. तीसरे सेट में फेरर को 3-0 की बढ़त मिलने के बाद नडाल रो पड़े. लेकिन इसके बाद उन्होंने चैंपियन की तरह वापसी करते हुए सेट को 2-4 तक पहुंचा दिया. लेकिन सातवीं वरीयता प्राप्त फेरर ने अपना इरादा पक्का कर रखा था. जबरदस्त फोरहैंड लगाते हुए उन्होंने तीसरे सेट को भी अपने नाम किया और आखिरी चार में जगह पक्की कर ली.

नडाल के लिए ऑस्ट्रेलियाई ओपन लगातार दूसरे साल दुर्भाग्यशाली रहा. पिछले साल भी वह क्वार्टर फाइनल में ब्रिटेन के एंडी मरे के खिलाफ मैच में चोटिल होकर बाहर हो गए थे. नडाल के बाहर होने का सबसे बड़ा फायदा उनके चिर प्रतिद्वंद्वी रोजर फेडरर को हो सकता है, जिनके नाम चार ऑस्ट्रेलिआई ओपन सहित कुल 16 ग्रैंड स्लैम हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य

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