रविशंकर ने हमलावर को माफ किया
३१ मई २०१०सोमवार को बंगलौर में अपने आश्रम में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, "मैंने बहुत तेज आवाज सुनी. लेकिन मैं हमेशा की तरह शांति में लीन था. मेरे ड्राइवर को पहले से कुछ आभास था कि कोई हमला हो सकता है."
रविशंकर रविवार को उस समय बाल बाल बच गए हैं जब प्रवचन से लौटते हुए एक अज्ञात बंदूकधारी ने उनकी कार पर गोली चलाई. वह कहते हैं, "मेरा कोई दुश्मन नहीं है. लेकिन जिसने भी यह किया है, मैं उसे माफ करता हूं. मैं उसे क्षमा देता हूं. मैं उसे अपने सत्संग में शामिल होने के लिए आमंत्रित भी करता हूं. मैं उसे ध्यान केंद्रित करना और सुदर्शन क्रिया सिखाऊंगा."
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक 54 वर्षीय रविशंकर ने कहा है कि वह अपनी मौजूदा सुरक्षा से संतुष्ट हैं जिसे रविवार शाम की घटना के बाद पुलिस ने और बढ़ा दिया है. पुलिस का कहना है कि इस हमले के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी और घटना के सभी पहलुओं की जांच हो रही है. बंगलौर में सेंट्रल रेंज के आईजीपी ने कमल पंत ने बताया, "ठीक इसी वक्त कुछ कहना जल्दबाजी होगी."
पुलिस टीम और फोरेंसिक विशेषज्ञों ने मामले की जांच शुरू कर दी है. उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस इस मामले में कुछ कह पाएगी. इस बीच हमले में घायल हुए एक भक्त को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. श्री श्री रविशंकर के भारत और दुनिया भर में बहुत से अनुयायी हैं और बहुत सी जगहों पर उनकी संस्था के केंद्र भी हैं. उन्होंने सांस लेने की एक विशेष तकनीक "सुदर्शन क्रिया" को बहुत लोकप्रिय बनाया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः प्रिया एसेलबोर्न