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राजनीतिक पहल से पहले कर्फ्यू का पालन हो: उमर

२ अगस्त २०१०

भारतीय कश्मीर में चौथे दिन भी भयानक हिंसा. अलग अलग इलाकों में हुई फायरिंग में फिर सात लोगों की मौत. नई दिल्ली पहुंचे राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र से सहयोग मांगा. कहा, शांति के लिए राजनीतिक पहल जरूरी.

तस्वीर: DW

केंद्र सरकार से सहयोग का आश्वासन मिलने के बाद उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि घाटी की स्थिति को हल करने के लिए राजनीतिक पहल की जरूरत है. लेकिन उन्होंने जोर दिया कि राजनीतिक पहल से पहले हिंसा बंद होनी चाहिए. उमर ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और गृह मंत्री पी चिंदबरम से मुलाकात की.

कश्मीर घाटी में शुक्रवार से लगातार हिंसा हो रही है. बीते दो दिन में ही 15 लोग मारे गए हैं. हालात पर चिंता जताते हुए उमर ने लोगों से शांति कायम करने की अपील की. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह कर्फ्यू का पालन करें, वरना परिणाम 'दुखद और गंभीर' होंगे.

इस बीच श्रीनगर समेत घाटी के कुछ अन्य शहरों में तनाव बना हुआ है. सोमवार को कुलगाम और अनंतनाग जिले में लोगों ने कर्फ्यू तोड़ा और प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शकारियों ने पथराव किया. जवाब में सुरक्षाकर्मियों में आंसू गैस के गोल छोड़े और फिर फायरिंग की. दोनों जिलों में एक एक व्यक्ति की मौत हुई.

सरकारी भवनों पर निशानातस्वीर: AP

काकपोरा और कुपवाड़ा में भी पथराव और फायरिंग हुई. सीआरपीएफ का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने उसके कैंप को घेरकर भारी पथराव किया. इसके जवाब में सुरक्षाकर्मियों ने फायरिंग की, जिसमें कम से कम दो लोगों मारे गए. पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारी बेवजह सरकारी इमारतों को निशाना बना रहे हैं.

सभी मामलों को जोड़कर देखा जाए तो सोमवार को घाटी में सुरक्षाकर्मियों की फायरिंग में सात लोगों की मौत हो गई. 130 से ज्यादा घायल हुए हैं, जिनमें 70 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं. कश्मीर से सात हफ्ते से चले आ रहे हिंसक प्रदर्शनों की वजह से अब तक कम से कम 40 लोगों की मौत हो चुकी है. हालात लगातार बेकाबू बने हुए हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: आभा एम

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