राष्ट्रपति कोएलर चीन के दौरे पर
१७ मई २०१०हॉर्स्ट कोएलर की यह तीसरी चीन यात्रा है. अंतरराष्ट्रीय बैंकर रहे कोएलर की चीनी नेतृत्व के साथ बातचीत में वित्तीय बाज़ार का विश्वव्यापी संकट एक अहम मुद्दा होगा. पांच दिवसीय दौरे पर वह पेइचिंग में राष्ट्रपति हू चिनथाओ के अलावा प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ से मिलेंगे. मंगलवार को वह चीनी केंद्रीय बैंक के गवर्नर के अलावा चीनी नागरिक समाज के प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे.
पांच दिवसीय दौरे के शुरू होने से पहले चीन के दो सबसे जाने माने नागरिक संघर्षकर्ताओं लिउ शियाबाओ और हू जिया की पत्नियों ने कोएलर से अपने पतियों की रिहाई की बात करने की अपील की है. लिउ शिया और ज़ेंग जिनयान ने कहा है कि चीनी नेतृत्व पर अंतरराष्ट्रीय दबाव मानवाधिकारों के लिए ज़रूरी है. लिउ शिया ने जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए से कहा, "यदि कोई दबाव नहीं दिया जाएगा तो हमारी स्थिति और खराब हो जाएगी."
उनके पति और स्वतंत्र लेखकों के पेन क्लब के 53 वर्षीय अध्यक्ष को दिसम्बर में राज्यसत्ता को गिराने के आह्वान के आरोप में 11 साल क़ैद की सज़ा दी गई थी. उन पर चार्टर 08 में लोकतंत्र और मानवाधिकारों की अपील तैयार करने में हिस्सेदारी का भी आरोप लगाया गया था.
पेइचिंग में राष्ट्रपति कोएलर चीनी केंद्रीय बैंक के गवर्नर झू शियाचुआन से भी मिलेंगे. राष्ट्रपति अपने राजकीय दौरों पर केंद्रीय बैंकों के प्रमुख से भी मिलते हैं, यह सामान्य नहीं है. इस मुलाकात में अंतरराष्ट्रीय वित्त संकट और यूरो पर सट्टेबाज़ों का दबाव चर्चा के कंद्र में होगा. कुछ ही दिन पहले कोएलर ने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय बाज़ार के नियमन में राजनीतिक गल्तियों की कड़ी आलोचना की थी.
राष्ट्रपति कोएलर के साथ एक बड़ा आर्थिक प्रतिनिधिमंडल भी चीन जा रहा है. शंघाई में हो रहे एक्सपो 2010 में जर्मनी का भी पवैलियन है और जर्मनी ने अपने अब तक के सबसे बड़े एक्सपो प्रदर्शनी पर 5 करोड़ यूरो खर्च किया है. जर्मन पवेलियन का नारा है बैलेंसिटी - संतुलन का शहर जिसका लक्ष्य जर्मनी को पर्यावरण सम्मत नगर योजना और नगर विकास में अगुआ दिखाना है.
रिपोर्ट: एजेंसिया/महेश झा
संपादन: एस गौड़