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राष्ट्रपति को सुखोई में उड़ान के टिप्स

११ नवम्बर २००९

भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल इन दिनों लड़ाकू विमान सुखोई में सवार होने के तौर तरीक़े सीख रही हैं. वह 25 नवंबर को सुखोई से उड़ान भरकर इतिहास रचने वाली हैं. पहली बार कोई महिला सुखोई में उड़ान भरेगी.

तस्वीर: AP

हाल ही में राष्ट्रपति भवन में एक ऑडियो विज़ुअल ब्रीफ़िंग हुई, जिसमें राष्ट्रपति को बताया गया कि कैसे सुखोई एसयू 30 एमकेआई में सवार होना है. किस तरह उतरना है और विमान में लगे कौन कौन से उपकरणों को छूना है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि 74 साल की राष्ट्रपति एक ख़ास तरह का सूट पहनेंगी जिसे जी सूट कहते हैं. यह सूट इस तरह की उड़ानों के दौरान उच्च गुरुत्वीय दबाव से निपटने में मदद करता है.

राष्ट्रपति भरेंगी सुखोई में उड़ानतस्वीर: UNI

राष्ट्रपति को एयर फ़ोर्स के चार अधिकारियों ने सुखोई में सफ़र करने के तौर तरीक़ों की जानकारी दी. इनमें उस विमान के पायलट भी शामिल थे जिसमें पाटिल पुणे के लोहेगांव एयर बेस से उड़ान भरेंगी. राष्ट्रपति भवन की प्रवक्ता अर्चना दत्त ने बताया, "राष्ट्रपति इस उड़ान को लेकर काफ़ी उत्साहित हैं. सशस्त्र सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर होने के नाते वह हवाई लड़ाकू विमान का अनुभव लेना चाहती हैं." उड़ान भरने से पहले राष्ट्रपति का मेडिकल चेकअप होगा, जो क़रीब 20 मिनट लेगा.

भारतीय वायु सेना में 780 महिला अधिकारी हैं जो अलग अलग शाखाओं में काम करती हैं. इनमें पायलट भी शामिल हैं लेकिन वे सिर्फ़ परिवहन विमान और हेलिकॉप्टर ही उड़ाती हैं. वे लड़ाकू विमान नहीं उड़ाती हैं. इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने 2006 में पनडुब्बी से सफ़र किया और उसी साल वह सुखोई में भी उड़े.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ए जमाल

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